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यहां तो धार्मिक स्थलों की सड़कों से हो रहा खेल
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गोंडा के आर्यनगर-गोकरन शिवाला मार्ग पर आर्यनगर के समीप बनी पुलिया की ढही रेलिंग।
- फोटो : GONDA
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रूपईडीह गोंडा। जिले के धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली सड़कें टूट चुकी हैं। स्थानीय के अलावा बाहर से आने लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। जिले के ऐतिहासिक पृथ्वीनाथ मंदिर तक जाने वाली सड़क के चौड़ीकरण में भी खेल शुरू हो गया है। दो करोड़ से अधिक खर्च होने के बाद भी स्थिति जस की तस है।
भगवान बुद्ध की नगरी श्रावस्ती से सीधे लोगों को जोड़ने वाली सड़क बदहाल हो चुकी है। मामले का खुलासा होने पर जांच समिति लीपापोती तक ही सीमित रही।
आर्यनगर-पृथ्वीनाथ 13 किलोमीटर सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। जिस पर रोज कोई न कोई गिरकर चोटहिल हो जाते हैं। इस सड़क से लगभग सैकड़ों गांव के लोग मुख्यालय, खरगूपुर-पृथ्वीनाथ मंदिर जाते हैं। वर्ष 2019-20 में मरम्मत के लिए दो करोड़ 21 लाख खर्च किए गए, सड़क पर अब गड्ढे ही गड्ढे ही हैं। ब्लाक के गोकरननाथ शिवाला से झालीधाम वाली सड़क पर तेंदुवाचौखड़िया गांव से हनुमान गढ़ी चौराहे के बीच सडक नीची है।
सड़क बराबर न बनाए जाने से जल भराव होकर सड़क के ऊपर बहने लगता है। आर्यनगर से गोकरननाथ शिवाला सड़क दो जगहों से धंस गई है। जो भी पुल बनाए हैं, उसमें भी खेल खेला गया है। इसका परिणाम ये है कि दो पुल का एक-एक साइड की दीवार गिर गई और बाकी कब गिर जाए पता नहीं। इससे हादसे की संभावना बनी रहती है।
कटरा बाजार से दुबहा बाजार, मेहरबानाबाद होते हुए नरायनपुर कला तक 22 किलोमीटर सड़क 41.94 करोड़ से बन रही है। आसपास के सौ से अधिक गांवों के लोगों को बहराइच जाने की राह आसान होगी।
इन गांवों के लोगों को एक दूसरे गांव से जुड़ सकेंगे। लेकिन सड़क के निर्माण पर अभी सवाल उठ रहे हैं, जिस मानक से सड़क का निर्माण हो रहा है, उससे ज्यादा दिन सड़क का टिके रहना मुश्किल है। अगल बगल जो चौड़ीकरण हुआ है, वहां पर 15 सेमी मिट्टी निकालकर तब पत्थर डालने के बाद क्रस डालकर कुटाई करना चाहिए। बीच सड़क की काली परत बाहर करना रहता है।
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भगवान बुद्ध की नगरी श्रावस्ती से सीधे लोगों को जोड़ने वाली सड़क बदहाल हो चुकी है। मामले का खुलासा होने पर जांच समिति लीपापोती तक ही सीमित रही।
आर्यनगर-पृथ्वीनाथ 13 किलोमीटर सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। जिस पर रोज कोई न कोई गिरकर चोटहिल हो जाते हैं। इस सड़क से लगभग सैकड़ों गांव के लोग मुख्यालय, खरगूपुर-पृथ्वीनाथ मंदिर जाते हैं। वर्ष 2019-20 में मरम्मत के लिए दो करोड़ 21 लाख खर्च किए गए, सड़क पर अब गड्ढे ही गड्ढे ही हैं। ब्लाक के गोकरननाथ शिवाला से झालीधाम वाली सड़क पर तेंदुवाचौखड़िया गांव से हनुमान गढ़ी चौराहे के बीच सडक नीची है।
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सड़क बराबर न बनाए जाने से जल भराव होकर सड़क के ऊपर बहने लगता है। आर्यनगर से गोकरननाथ शिवाला सड़क दो जगहों से धंस गई है। जो भी पुल बनाए हैं, उसमें भी खेल खेला गया है। इसका परिणाम ये है कि दो पुल का एक-एक साइड की दीवार गिर गई और बाकी कब गिर जाए पता नहीं। इससे हादसे की संभावना बनी रहती है।
कटरा बाजार से दुबहा बाजार, मेहरबानाबाद होते हुए नरायनपुर कला तक 22 किलोमीटर सड़क 41.94 करोड़ से बन रही है। आसपास के सौ से अधिक गांवों के लोगों को बहराइच जाने की राह आसान होगी।
इन गांवों के लोगों को एक दूसरे गांव से जुड़ सकेंगे। लेकिन सड़क के निर्माण पर अभी सवाल उठ रहे हैं, जिस मानक से सड़क का निर्माण हो रहा है, उससे ज्यादा दिन सड़क का टिके रहना मुश्किल है। अगल बगल जो चौड़ीकरण हुआ है, वहां पर 15 सेमी मिट्टी निकालकर तब पत्थर डालने के बाद क्रस डालकर कुटाई करना चाहिए। बीच सड़क की काली परत बाहर करना रहता है।
