{"_id":"611e87008ebc3e7a1e6ff82a","slug":"the-road-built-with-an-expenditure-of-365-crores-broke-before-its-completion-gonda-news-lko591970875","type":"story","status":"publish","title_hn":"385 करोड़ की सड़क बनी और टूटने भी लगी, फिर भी अधूरी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
385 करोड़ की सड़क बनी और टूटने भी लगी, फिर भी अधूरी
विज्ञापन
गोंडा में अधूरा राष्ट्रीय राज्य मार्ग।
- फोटो : GONDA
विज्ञापन
गोंडा। अखिलेश सरकार में बननी शुरू हुई फोरलेन सड़क अभी तक अधूरी है। 46 किलोमीटर लंबी इस सड़क निर्माण में दलगत राजनीति से लेकर अफसरों की मनमानी तक सब कुछ देखने को मिला।
इसके चलते ही आवंटित बजट में से 365 करोड़ खर्च करने के बाद जितनी सड़क अभी तक बनी है वह भी टूटने लगी है। इतना ही नहीं आंबेडकर चौराहे से डीएम आवास तक इसे फोरलेन सड़क के स्वरूप में भी नहीं बनाया गया। बड़गांव चौराहे से जयनारायन चौराहे तक इसे अधूरा छोड़ दिया गया।
निर्माणदायी संस्था ने इस सड़क निर्माण कार्य को 98 प्रतिशत तक ही पूर्ण दिखाया है। विभागीय अधिकारी बताते हैं कि सड़क अभी पूरी नहीं हुई है क्योंकि अभी तक शासन से 19.25 करोड़ की बची राशि नहीं मिली है। इसके मिलने के बाद ही सड़क का काम पूरा हो सकेगा।
गोंडा से लखनऊ जाने के लिए गोंडा-जरवल तक फोर लेन निर्माण के लिए वर्ष 2016 में स्वीकृति मिली। राज्य योजना के तहत चयनित इस सड़क की लंबाई 46 किलोमीटर है। जरवल से गोंडा तक राज्य योजना के तहत चयनित इस सड़क निर्माण की लागत 385 करोड़ स्वीकृत हुई थी।
सड़क के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी एचडीपीएल कंपनी को सौंपी गयी थी। कंपनी ने जरवल से गोंडा तक सड़क का निर्माण पूरा कर दिया। बीच में करनैलगंज व जरवल के मध्य दो रेलवे क्रासिंगों के पास सड़क सिंगल लेन ही है।
इसके अलावा गोंडा नगर के आंबेडकर चौराहे से डीएम आवास के पास तक न तो डिवाइड बनाया गया न ही सड़क की मरम्मत की गई। मंडे नाला के पास निर्मित सड़क तो धंस भी चुकी है। नगर में ही बड़गांव चौराहे से जयनारायन चौराहे तक सड़क को अधूरा छोड़ दिया गया है। इस मार्ग पर व्याप्त अतिक्रमण निर्माण कार्य में रोड़ा साबित हो रहा है।
लोक निर्माण विभाग की मानें तो 385 करोड़ की लागत की सड़क में अभी 365 करोड़ ही मिला है। इस मद का 19 करोड़ 25 लाख अभी भी मिलना बाकी है। इसके मिलने पर ही सड़क का काम पूरा पाएगा। हालांकि लोक निर्माण विभाग ने पूरी सड़क का निर्माण पूरा दिखा दिया है।
विभाग का कहना है कि 46 किलोमीटर सड़क का टाप कोट पूरा कर दिया गया है, जबकि आंबेडकर चौराहे से सड़क की चौड़ाई कम कर दी गई है। डिवाइडर नहीं बनाया गया है। रानी बाजार में सड़क अधूरी छोड़ दी गई है।
Trending Videos
इसके चलते ही आवंटित बजट में से 365 करोड़ खर्च करने के बाद जितनी सड़क अभी तक बनी है वह भी टूटने लगी है। इतना ही नहीं आंबेडकर चौराहे से डीएम आवास तक इसे फोरलेन सड़क के स्वरूप में भी नहीं बनाया गया। बड़गांव चौराहे से जयनारायन चौराहे तक इसे अधूरा छोड़ दिया गया।
विज्ञापन
विज्ञापन
निर्माणदायी संस्था ने इस सड़क निर्माण कार्य को 98 प्रतिशत तक ही पूर्ण दिखाया है। विभागीय अधिकारी बताते हैं कि सड़क अभी पूरी नहीं हुई है क्योंकि अभी तक शासन से 19.25 करोड़ की बची राशि नहीं मिली है। इसके मिलने के बाद ही सड़क का काम पूरा हो सकेगा।
गोंडा से लखनऊ जाने के लिए गोंडा-जरवल तक फोर लेन निर्माण के लिए वर्ष 2016 में स्वीकृति मिली। राज्य योजना के तहत चयनित इस सड़क की लंबाई 46 किलोमीटर है। जरवल से गोंडा तक राज्य योजना के तहत चयनित इस सड़क निर्माण की लागत 385 करोड़ स्वीकृत हुई थी।
सड़क के निर्माण कार्य की जिम्मेदारी एचडीपीएल कंपनी को सौंपी गयी थी। कंपनी ने जरवल से गोंडा तक सड़क का निर्माण पूरा कर दिया। बीच में करनैलगंज व जरवल के मध्य दो रेलवे क्रासिंगों के पास सड़क सिंगल लेन ही है।
इसके अलावा गोंडा नगर के आंबेडकर चौराहे से डीएम आवास के पास तक न तो डिवाइड बनाया गया न ही सड़क की मरम्मत की गई। मंडे नाला के पास निर्मित सड़क तो धंस भी चुकी है। नगर में ही बड़गांव चौराहे से जयनारायन चौराहे तक सड़क को अधूरा छोड़ दिया गया है। इस मार्ग पर व्याप्त अतिक्रमण निर्माण कार्य में रोड़ा साबित हो रहा है।
लोक निर्माण विभाग की मानें तो 385 करोड़ की लागत की सड़क में अभी 365 करोड़ ही मिला है। इस मद का 19 करोड़ 25 लाख अभी भी मिलना बाकी है। इसके मिलने पर ही सड़क का काम पूरा पाएगा। हालांकि लोक निर्माण विभाग ने पूरी सड़क का निर्माण पूरा दिखा दिया है।
विभाग का कहना है कि 46 किलोमीटर सड़क का टाप कोट पूरा कर दिया गया है, जबकि आंबेडकर चौराहे से सड़क की चौड़ाई कम कर दी गई है। डिवाइडर नहीं बनाया गया है। रानी बाजार में सड़क अधूरी छोड़ दी गई है।
