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Hamirpur News: पार्वती का डीएनए मिलान न होने पर कस्बा पहुंची जांच टीम
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर
Updated Mon, 29 Dec 2025 12:49 AM IST
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राठ (हमीरपुर)। मथुरा एक्सप्रेसवे के हादसे में मिले शव की शिनाख्त डीएनए जांच के बाद भी पार्वती के रूप में नहीं हो पाई है। रविवार को मथुरा से आए जांच अधिकारी ने उनके बस से जाने के साक्ष्य जुटाए।
नौरंगा गांव निवासी पार्वती (42) 15 दिसंबर को अपने बेटे शनि (8) व प्राची (6) के साथ स्लीपर बस से दिल्ली के लिए रवाना हुईं थीं। दिल्ली में उनके पति गोविंद अहिरवार मजदूरी करते थे। 16 दिसंबर की सुबह मथुरा के पास बल्देव स्थित माइलस्टोन 127 पर भीषण हादसा हुआ। बस में आग लगने से पार्वती ने दोनों बच्चों को बस से बाहर फेंक कर सुरक्षित बचा लिया। बस में जले शवों की हालत इतनी खराब थी कि डीएनए जांच से भी पार्वती होने की शिनाख्त नहीं हो पाई।
रविवार को मथुरा से आए जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर बलवीर सिंह ने बताया कि दो शवों की डीएनए से शिनाख्त नहीं हो पा रही है। उन्हें मिसिंग में शामिल किया गया। बताया कि दुर्घटना के समय पार्वती के दोनों बच्चे मौके पर मिले थे। लेकिन पार्वती का कोई पता नहीं चल रहा है। उन्होंने उरई बस स्टैंड नहर बाईपास पर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज तलाशी। बताया कि फुटेज नहीं मिल पाई है। नौरंगा गांव के रिक्शा चालक के बयान दर्ज किए। इसी रिक्शे पर बैठकर वह गांव से आईं थीं और नहर बाईपास से बस में सवार हुईं थीं। भांजे महजौली गांव के जयपाल के भी बयान लिए हैं जो उन्हें बस पर बैठाने आए थे।
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नौरंगा गांव निवासी पार्वती (42) 15 दिसंबर को अपने बेटे शनि (8) व प्राची (6) के साथ स्लीपर बस से दिल्ली के लिए रवाना हुईं थीं। दिल्ली में उनके पति गोविंद अहिरवार मजदूरी करते थे। 16 दिसंबर की सुबह मथुरा के पास बल्देव स्थित माइलस्टोन 127 पर भीषण हादसा हुआ। बस में आग लगने से पार्वती ने दोनों बच्चों को बस से बाहर फेंक कर सुरक्षित बचा लिया। बस में जले शवों की हालत इतनी खराब थी कि डीएनए जांच से भी पार्वती होने की शिनाख्त नहीं हो पाई।
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रविवार को मथुरा से आए जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर बलवीर सिंह ने बताया कि दो शवों की डीएनए से शिनाख्त नहीं हो पा रही है। उन्हें मिसिंग में शामिल किया गया। बताया कि दुर्घटना के समय पार्वती के दोनों बच्चे मौके पर मिले थे। लेकिन पार्वती का कोई पता नहीं चल रहा है। उन्होंने उरई बस स्टैंड नहर बाईपास पर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज तलाशी। बताया कि फुटेज नहीं मिल पाई है। नौरंगा गांव के रिक्शा चालक के बयान दर्ज किए। इसी रिक्शे पर बैठकर वह गांव से आईं थीं और नहर बाईपास से बस में सवार हुईं थीं। भांजे महजौली गांव के जयपाल के भी बयान लिए हैं जो उन्हें बस पर बैठाने आए थे।
