Hathras News: जानलेवा बना बुखार, डेंगू से युवक की मौत, इमरजेंसी में पहुंचे एक दर्जन से अधिक बीमार
वायरल बुखार के शनिवार रात से लेकर रविवार शाम तक एक दर्जन से अधिक बुखार के मरीज बागला जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे। इन सभी को चलने-फिरने में भी दिक्कत हो रही थी और बुखार के कारण शरीर टूट रहा था।
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हाथरस जिले में बुखार का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार को डेंंगू पीड़ित युवक राजीव कुमार(48) की मौत हो गई। परिजन गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। वहां से उन्हें रेफर कर दिया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
गांव लहरा निवासी राजीव कुमार पिछले कई दिनों से बुखार से पीड़ित थे। निजी अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। घंटाघर स्थित लैब पर उनकी जांच भी कराई गई। परिजनों के अनुसार रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई थी। प्लेटलेट्स 23 हजार रह गईं थीं। बुखार उतरने के कारण परिजन निश्चिंत थे, लेकिन रविवार की सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। उठने व चलने में असमर्थ होने पर परिजन उन्हें रविवार सुबह लगभग 10 बजे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां से उन्हें रेफर कर दिया गया। इसके बाद वे उन्हें प्राइवेट अस्पताल ले गए। वहां मना करने पर दोपहर लगभग 12 बजे फिर से जिला अस्पताल लेकर आए।
प्लेटलेट्स गिरने के अन्य कारण भी हो सकते हैं। अकेला डेंगू ही इसके लिए जिम्मेदार नहीं हो सकता है। जिले में अभी तक डेंगू का कोई केस नहीं मिला है, फिर भी इस मामले की जांच कराई जाएगी। -डॉ. राजीव राय, प्रभारी सीएमओ।
इमरजेंसी में पहुंचे एक दर्जन से अधिक मरीज
वायरल बुखार के शनिवार रात से लेकर रविवार शाम तक एक दर्जन से अधिक बुखार के मरीज बागला जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे। इन सभी को चलने-फिरने में भी दिक्कत हो रही थी और बुखार के कारण शरीर टूट रहा था। बुखार उतारने के लिए प्राथमिक उपचार दिया गया। कुछ को भर्ती भी करना पड़ा। सोमवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में भीड़ रहने की संभावना है।
जन आरोग्य मेलों में पहुंचे 644 बुखार पीड़ित
जिले के सभी 30 स्वास्थ्य केंद्रों पर लगे जन आरोग्य मेले में 1449 मरीजों का परीक्षण किया गया। इनमें बुखार व सर्दी-खांसी के 644 लोग रहे। इनमें 77 लोग तेज बुखार से पीड़ित थे। इन्हें प्राथमिक उपचार दिलाया गया। सर्दी-खांसी के मरीजों को परीक्षण के बाद उचित दवा दी गई। इनके अलावा 257 मरीज सांस के संक्रमण के रहे। लगभग 150 बच्चों का परीक्षण किया, जो सर्दी-जुकाम व खांसी से पीड़ित थे। 398 मरीज अन्य बीमारियों के रहे।