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Jalaun News: छह माह से पीड़ित को परेशान करने वाला लिपिक निलंबित
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फोटो - 30 विकास भवन का निरीक्षण करते डीएम। संवाद
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उरई। विकास भवन स्थित कार्यालयों का डीएम ने निरीक्षण किया। पूर्ति कार्यालय में एक व्यक्ति ने डीएम से शिकायत की कि वह बेटी का राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए कार्यालय का चक्कर काट रहा है। जांच में डीएम को पूर्ति लिपिक की लापरवाही मिली। इस पर डीएम ने उसे निलंबित कर दिया। इसके अलावा कई अधिकारी, कर्मचारी गैरहाजिर मिले। उन्होंने नाराजगी जताते हुए वेतन रोकने के निर्देश दिए।
विकास भवन स्थित कार्यालयों में अधिकारियों के समय से न पहुंचने की शिकायतें मिलने पर डीएम राजेश कुमार पांडेय सोमवार की सुबह 10 बजे कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने कई कार्यालयों का निरीक्षण किया। सबसे पहले वह मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय में पहुंचे, डाॅ. राजेंद्र बाबू, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अनुपस्थित पाए गए।
कार्यालय में अभिलेखों का रख-रखाव अव्यवस्थित मिला तथा पटल सहायकों की पहचान पट्टिकाएं भी नहीं लगी थीं। जानकारी करने पर पाया गया कि एक कर्मचारी उमाशंकर विगत 5- 6 माह से अनुपस्थित चल रहे हैं। जिलाधिकारी ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को तत्काल कार्यालय व्यवस्था सुधारने तथा कार्य संस्कृति में सुधार लाने के निर्देश दिए। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक, सहकारिता कार्यालय में सहायक पर्यवेक्षक आमोद कुमार, कंप्यूटर ऑपरेटर शुभम तिवारी व चारों एडीसीओ अनुपस्थित पाए गए। सभी का एक दिन का वेतन रोकने व कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने को कहा।
इसके बाद जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय में फूल सिंह कुशवाहा, नीलम जायसवाल एवं जितेन्द्र कुमार पाल अनुपस्थित मिले। सभी का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
वहीं, जिला युवा कल्याण अधिकारी कार्यालय में जिला युवा कल्याण अधिकारी राजीव कुमार उपाध्याय, वरिष्ठ लिपिक मेहराज अहमद, बीओ पंकज शिवहरे, अर्चना सिंह अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी ने सभी का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए। एनआरएलएम कार्यालय के निरीक्षण में उपायुक्त अखिलेश तिवारी अनुपस्थित पाए गए। दुर्गा प्रसाद (डीएमएम) एवं अनिल कुमार (डीईओ) की उपस्थिति के संबंध में कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया जा सका।
जिला विकास अधिकारी को स्पष्टीकरण प्राप्त कर नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए गए। जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में अपर कृषि अधिकारी पुष्कर दीक्षित अनुपस्थित मिले, जिनका एक दिन का वेतन रोकते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के कार्यालय में अभिनव गुप्ता, पवन सिंह, अभिनव नामदेव एवं शशिकांत अनुपस्थित पाए गए। अधिशासी अभियंता को सभी से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए गए। लघु सिंचाई विभाग के निरीक्षण में इंजीनियर अश्विनी सिन्हा, एई सुरेंद्र सिंह जादौन, बृजेश राठौर एवं जेई महेन्द्र अनुपस्थित पाए गए। पूर्व निर्देशों के बावजूद उरई खंड में सप्ताह में तीन दिन भी उपस्थित न रहने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए पृथक स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय के निरीक्षण के दौरान जिला पूर्ति अधिकारी राजीव शुक्ला अनुपस्थित पाए गए। निरीक्षण के समय उपस्थित रामनगर निवासी जगरूप सिंह ने बताया कि वह 6 माह से पुत्री का नाम राशन कार्ड में जोड़े जाने के लिए विभाग के चक्कर लगा रहा है। इस पर जांच में प्रथम दृष्टया पूर्ति लिपिक अशोक कुमार एवं पूर्ति निरीक्षक/आशुलिपिक अभिषेक शर्मा की गंभीर लापरवाही पाई गई। जिलाधिकारी ने अशोक कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही प्रारंभ करने तथा अभिषेक शर्मा को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। साथ ही हाकिम सिंह, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी (मुख्यालय) को भी कार्यालय पर नियंत्रण न होने के कारण प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए गए। जिला रेशम अधिकारी मनोज कुमार अनुपस्थित मिले। उनका भी एक दिन का वेतन रोका गया। डीएम ने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी शासन की मंशा के अनुरूप सुबह दस बजे से 12 बजे तक जनसुनवाई करें।
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विकास भवन स्थित कार्यालयों में अधिकारियों के समय से न पहुंचने की शिकायतें मिलने पर डीएम राजेश कुमार पांडेय सोमवार की सुबह 10 बजे कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने कई कार्यालयों का निरीक्षण किया। सबसे पहले वह मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय में पहुंचे, डाॅ. राजेंद्र बाबू, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अनुपस्थित पाए गए।
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कार्यालय में अभिलेखों का रख-रखाव अव्यवस्थित मिला तथा पटल सहायकों की पहचान पट्टिकाएं भी नहीं लगी थीं। जानकारी करने पर पाया गया कि एक कर्मचारी उमाशंकर विगत 5- 6 माह से अनुपस्थित चल रहे हैं। जिलाधिकारी ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को तत्काल कार्यालय व्यवस्था सुधारने तथा कार्य संस्कृति में सुधार लाने के निर्देश दिए। सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक, सहकारिता कार्यालय में सहायक पर्यवेक्षक आमोद कुमार, कंप्यूटर ऑपरेटर शुभम तिवारी व चारों एडीसीओ अनुपस्थित पाए गए। सभी का एक दिन का वेतन रोकने व कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने को कहा।
इसके बाद जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी कार्यालय में फूल सिंह कुशवाहा, नीलम जायसवाल एवं जितेन्द्र कुमार पाल अनुपस्थित मिले। सभी का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
वहीं, जिला युवा कल्याण अधिकारी कार्यालय में जिला युवा कल्याण अधिकारी राजीव कुमार उपाध्याय, वरिष्ठ लिपिक मेहराज अहमद, बीओ पंकज शिवहरे, अर्चना सिंह अनुपस्थित पाए गए। जिलाधिकारी ने सभी का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए। एनआरएलएम कार्यालय के निरीक्षण में उपायुक्त अखिलेश तिवारी अनुपस्थित पाए गए। दुर्गा प्रसाद (डीएमएम) एवं अनिल कुमार (डीईओ) की उपस्थिति के संबंध में कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया जा सका।
जिला विकास अधिकारी को स्पष्टीकरण प्राप्त कर नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए गए। जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में अपर कृषि अधिकारी पुष्कर दीक्षित अनुपस्थित मिले, जिनका एक दिन का वेतन रोकते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के कार्यालय में अभिनव गुप्ता, पवन सिंह, अभिनव नामदेव एवं शशिकांत अनुपस्थित पाए गए। अधिशासी अभियंता को सभी से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए गए। लघु सिंचाई विभाग के निरीक्षण में इंजीनियर अश्विनी सिन्हा, एई सुरेंद्र सिंह जादौन, बृजेश राठौर एवं जेई महेन्द्र अनुपस्थित पाए गए। पूर्व निर्देशों के बावजूद उरई खंड में सप्ताह में तीन दिन भी उपस्थित न रहने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए पृथक स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय के निरीक्षण के दौरान जिला पूर्ति अधिकारी राजीव शुक्ला अनुपस्थित पाए गए। निरीक्षण के समय उपस्थित रामनगर निवासी जगरूप सिंह ने बताया कि वह 6 माह से पुत्री का नाम राशन कार्ड में जोड़े जाने के लिए विभाग के चक्कर लगा रहा है। इस पर जांच में प्रथम दृष्टया पूर्ति लिपिक अशोक कुमार एवं पूर्ति निरीक्षक/आशुलिपिक अभिषेक शर्मा की गंभीर लापरवाही पाई गई। जिलाधिकारी ने अशोक कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही प्रारंभ करने तथा अभिषेक शर्मा को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए। साथ ही हाकिम सिंह, क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी (मुख्यालय) को भी कार्यालय पर नियंत्रण न होने के कारण प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए गए। जिला रेशम अधिकारी मनोज कुमार अनुपस्थित मिले। उनका भी एक दिन का वेतन रोका गया। डीएम ने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी शासन की मंशा के अनुरूप सुबह दस बजे से 12 बजे तक जनसुनवाई करें।
