कदौरा। एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार की जा चुकी खंड विकास अधिकारी प्रतिभा शाल्या एक बार फिर विजिलेंस के रडार पर आ गई हैं। शुक्रवार दोपहर बाद सतर्कता विजिलेंस झांसी की टीम ने विकास खंड कार्यालय पहुंचकर संबंधित स्थलों पर गहन जांच-पड़ताल की। टीम ने मौके का बारीकी से निरीक्षण करते हुए घटनास्थलों का नक्शा भी तैयार किया। टीम की इस कार्रवाई से विकास खंड कार्यालय में खलबली मची रही।
गौरतलब है कि 10 दिसंबर को विजिलेंस टीम झांसी ने महिला बीडीओ को उनके सरकारी आवास से एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। आरोप है कि यह रिश्वत विकास कार्यों के भुगतान के एवज में मांगी गई थी। कदौरा निवासी ठेकेदार विवेक कुमार ने क्षेत्र पंचायत के तहत धमना स्थित प्राथमिक विद्यालय में 8,78,262 रुपये की लागत से इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण कार्य कराया था। भुगतान चार माह से लंबित होने पर ठेकेदार ने विजिलेंस से शिकायत की, जिसके बाद टीम ने छापेमारी कर बीडीओ को गिरफ्तार किया था।
इसके बाद से उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज है और विवेचना जारी है। शुक्रवार को पहुंची विजिलेंस टीम ने लेन-देन से जुड़े दस्तावेजों, फाइलों और पूर्व में प्राप्त तथ्यों को आधार बनाकर जांच की। साथ ही बीडीओ के आवास, कार्यालय और संबंधित स्थलों का भौतिक सत्यापन कर घटनास्थलों का नक्शा तैयार किया गया ताकि न्यायालय में मजबूत साक्ष्य प्रस्तुत किए जा सकें। टीम प्रभारी पीयूष पांडेय और विवेचक महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जांच पड़ताल की गई है और विभिन्न स्थानों का नक्शा बनाया गया है। आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी।