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Jhansi: ग्यारहवीं की छात्रा को मोबाइल में 20 हजार का दिया लालच, महाराष्ट्र से दिल्ली बुलाया...ऐसे बची
संवाद न्यूज एजेंसी, झांसी
Published by: दीपक महाजन
Updated Tue, 02 Sep 2025 11:57 AM IST
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सार
छात्रा भी झांसे में आ गई और स्कूल के बहाने घर से निकलकर दिल्ली के लिए ट्रेन में सवार हो गई।

सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : एएनआई
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विस्तार
फ्री फायर मोबाइल गेम खेलने पर 20 हजार रुपये का लालच देकर एक जालसाज ने महाराष्ट्र की छात्रा को फंसाकर दिल्ली बुलाया। छात्रा भी झांसे में आ गई और स्कूल के बहाने घर से निकलकर दिल्ली के लिए ट्रेन में सवार हो गई।
करीब एक हजार किलोमीटर चलने के बाद ट्रेन में सवार दंपती से उसकी बातचीत होने लगी इसके बाद दंपति ने छात्रा के फोन से पिता को सूचना दी। इस पर पिता ने आरपीएफ से संपर्क किया। झांसी स्टेशन पर आरपीएफ की टीम ने छात्रा को ट्रेन से उतारकर बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया। न्यायपीठ अध्यक्ष राजीव शर्मा ने छात्रा को समझाकर पिता के सुपुर्द कर दिया।
न्यायपीठ अध्यक्ष ने बताया कि महाराष्ट्र के वर्धा में रहने वाली छात्रा के पिता होमगार्ड हैं और वह 11वीं की छात्रा है। छात्रा ने बताया कि मोबाइल गेम टूर्नामेंट खेलने का अमरावती के रहने वाले युवक रजत ने फोन पर झांसा दिया और जीतने पर 20 हजार का लालच दिया।
वह स्कूल जाने के बहाने वह घर से निकली और नागपुर पहुंच गई। नागपुर से संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में सवार हो गई। पिता जब ड्यूटी से घर वापस लौटे तो उन्हें पुत्री घर पर न मिलने पर चिंता हुई और उसे फोन किया। इधर, ट्रेन में पास सवार दंपती को उसकी बातें सुनकर शक हुआ और उन्होंने छात्रा के फोन से पिता को फोन कर सारी जानकारी दे दी।

करीब एक हजार किलोमीटर चलने के बाद ट्रेन में सवार दंपती से उसकी बातचीत होने लगी इसके बाद दंपति ने छात्रा के फोन से पिता को सूचना दी। इस पर पिता ने आरपीएफ से संपर्क किया। झांसी स्टेशन पर आरपीएफ की टीम ने छात्रा को ट्रेन से उतारकर बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया। न्यायपीठ अध्यक्ष राजीव शर्मा ने छात्रा को समझाकर पिता के सुपुर्द कर दिया।
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न्यायपीठ अध्यक्ष ने बताया कि महाराष्ट्र के वर्धा में रहने वाली छात्रा के पिता होमगार्ड हैं और वह 11वीं की छात्रा है। छात्रा ने बताया कि मोबाइल गेम टूर्नामेंट खेलने का अमरावती के रहने वाले युवक रजत ने फोन पर झांसा दिया और जीतने पर 20 हजार का लालच दिया।
वह स्कूल जाने के बहाने वह घर से निकली और नागपुर पहुंच गई। नागपुर से संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में सवार हो गई। पिता जब ड्यूटी से घर वापस लौटे तो उन्हें पुत्री घर पर न मिलने पर चिंता हुई और उसे फोन किया। इधर, ट्रेन में पास सवार दंपती को उसकी बातें सुनकर शक हुआ और उन्होंने छात्रा के फोन से पिता को फोन कर सारी जानकारी दे दी।