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कन्नौज : जिले में सात थानों की मिली सौगात, बेहतर होगी पुलिसिंग
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फोटो 01- खैननगर पुलिस पुलिस। संवाद
- फोटो : KANNAUJ
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कन्नौज। शासन ने जिले को सात थानों की सौगात दी है। इनमें पांच पुलिस चौकियों को थाने में तब्दील किया जाएगा, जबकि दो नए महिला थाने बनाए जाएंगे। इसके अलावा दो पुलिस सर्किल भी बढ़ेंगे। नए थाने बनने से पुलिसिंग व्यवस्था बेहतर होगी तो अपराधों पर भी अंकुश लगेगा। शासन से स्वीकृति मिलने के बाद पुलिस महकमे ने प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है। बजट मिलने पर सितंबर से निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
जिले में मौजूदा समय 10 में कोतवाली और थाना हैं। आजादी के बाद से अब तक सिर्फ तिर्वा पुलिस चौकी को थाना और जिला मुख्यालय पर महिला थाने का निर्माण हुआ था। शासन ने अब राज्यमंत्री असीम अरुण के पैतृक गांव खैरनगर पुलिस चौकी, सकरावा, सिकंदरपुर, कुसुमखोर, हसेरन पुलिस चौकी को थाना बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
इसके अलावा छिबरामऊ और तिर्वा कस्बे में महिला थाने को हरी झंडी दी है। नए थाने बनने से जिले की पुलिसिंग व्यवस्था बेहतर होगी। अपराध पर नियंत्रण के लिए दो पुलिस सर्किल भी बनेगी। इसके लिए शासन से दो क्षेत्राधिकारियों के पद बढ़ाने की मांग की गई है।
चौकियों को थाना बनाने के बाद क्षेत्रफल निर्धारित करने के लिए पुलिस विभाग ने नक्शा बनाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। वारदात होने पर सीमा विवाद जैसी स्थितियां न हों, इसके लिए ड्रोन की मदद से हवाई सर्वे कर नक्शा बनाया जाएगा। एएसपी अरविंद कुमार ने बताया कि पहले हसेरन और कुसुमखोर चौकियों को थाना बनाने का प्रस्ताव पास हुआ था, लेकिन बाद में निरस्त कर दिया गया था। अब शासन ने एक साथ सात थानों को बनाने की हरी झंडी दी है। अगले माह से काम शुरू कर दिया जाएगा।
जिले की सीमाओं वाले क्षेत्र में खैरनगर, सकरावा, हसेरन और कुसुमखोर चौकियां है। अभी तक इन क्षेत्रों में अधिक अपराध होता है। इन चौकियों के थाना बनने से स्टाफ के साथ ही संसाधन भी बढ़ेगा। इससे सीमाओं पर बढ़ेगी और हत्या, लूट, डकैती और तस्करी जैसी वारदातों पर अंकुश लगेगा। दो नए महिला थाने बनने से महिलाओं की सुरक्षा बढ़ेगी। आसानी से महिला उत्पीड़न की शिकायतों का निस्तारण भी होगा।
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जिले में मौजूदा समय 10 में कोतवाली और थाना हैं। आजादी के बाद से अब तक सिर्फ तिर्वा पुलिस चौकी को थाना और जिला मुख्यालय पर महिला थाने का निर्माण हुआ था। शासन ने अब राज्यमंत्री असीम अरुण के पैतृक गांव खैरनगर पुलिस चौकी, सकरावा, सिकंदरपुर, कुसुमखोर, हसेरन पुलिस चौकी को थाना बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
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इसके अलावा छिबरामऊ और तिर्वा कस्बे में महिला थाने को हरी झंडी दी है। नए थाने बनने से जिले की पुलिसिंग व्यवस्था बेहतर होगी। अपराध पर नियंत्रण के लिए दो पुलिस सर्किल भी बनेगी। इसके लिए शासन से दो क्षेत्राधिकारियों के पद बढ़ाने की मांग की गई है।
चौकियों को थाना बनाने के बाद क्षेत्रफल निर्धारित करने के लिए पुलिस विभाग ने नक्शा बनाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। वारदात होने पर सीमा विवाद जैसी स्थितियां न हों, इसके लिए ड्रोन की मदद से हवाई सर्वे कर नक्शा बनाया जाएगा। एएसपी अरविंद कुमार ने बताया कि पहले हसेरन और कुसुमखोर चौकियों को थाना बनाने का प्रस्ताव पास हुआ था, लेकिन बाद में निरस्त कर दिया गया था। अब शासन ने एक साथ सात थानों को बनाने की हरी झंडी दी है। अगले माह से काम शुरू कर दिया जाएगा।
जिले की सीमाओं वाले क्षेत्र में खैरनगर, सकरावा, हसेरन और कुसुमखोर चौकियां है। अभी तक इन क्षेत्रों में अधिक अपराध होता है। इन चौकियों के थाना बनने से स्टाफ के साथ ही संसाधन भी बढ़ेगा। इससे सीमाओं पर बढ़ेगी और हत्या, लूट, डकैती और तस्करी जैसी वारदातों पर अंकुश लगेगा। दो नए महिला थाने बनने से महिलाओं की सुरक्षा बढ़ेगी। आसानी से महिला उत्पीड़न की शिकायतों का निस्तारण भी होगा।