{"_id":"68eea04ef2713e10150e8827","slug":"teachers-signature-campaign-against-the-mandatory-tet-kannauj-news-c-214-1-knj1008-138734-2025-10-15","type":"story","status":"publish","title_hn":"Kannauj News: टीईटी की अनिवार्यता के विरोध में शिक्षकों का हस्ताक्षर अभियान","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Kannauj News: टीईटी की अनिवार्यता के विरोध में शिक्षकों का हस्ताक्षर अभियान
विज्ञापन

विज्ञापन
कन्नौज। टीईटी की अनिवार्यता समाप्त करने के लिए शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर मंगलवार को प्रदर्शन कर हस्ताक्षर अभियान चलाया। शिक्षकों ने बैठक कर एक स्वर में स्कूल से दिल्ली तक टीईटी का विरोध करने का निर्णय लिया।
विकासखंड उमर्दा के बीआरसी में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार यादव के नेतृत्व में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में शिक्षकों ने सामूहिक रूप से टीईटी की अनिवार्यता के फैसले का विरोध किया। शिक्षकों ने काली पट्टी बांध कर हस्ताक्षर अभियान चलाया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एक सितंबर 25 को टीईटी की अनिवार्यता को लेकर दिया गया आदेश अव्यवहारिक है। इससे दशकों से विभाग में कार्यरत शिक्षकों के अस्तित्व पर प्रश्न चिह्न लग गया है।
जिला महामंत्री बृजपाल भदौरिया ने कहा कि पूर्व से कार्यरत शिक्षकों पर टीईटी की अनिवार्यता लागू किया जाना न्यायसंगत नहीं है। इससे लाखों शिक्षकों के रोजी रोटी पर खतरा उत्पन्न हो गया है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि पहले से कार्यरत शिक्षकों पर टीईटी की अनिवार्यता समाप्त करने के लिए शिक्षक सामूहिक रूप से देश की संसद तक विरोध करेंगे। बैठक का संचालन प्रमोद कुमार यादव ने किया। इस अवसर प्रांतीय महामंत्री पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ योगेंद्र यादव, सरोज श्रीवास्तव, अवध नारायण आदि मौजूद रहे।
पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी बनाई रणनीति
पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों की बैठक जिलाध्यक्ष विवेक चतुर्वेदी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में संगठन के प्रांतीय निर्वाचन, सर्वोच्च न्यायालय द्वारा टीईटी की अनिवार्यता, इंचार्ज प्रधानाध्यापक को प्रधानाध्यापक के पद के समान वेतन पर चर्चा की गई। इसके अलावा शिक्षक-शिक्षिकाओं, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों एवं सेवकों की विभिन्न समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। बैठक का संचालन जिला महामंत्री अरविंद राजपूत ने किया। इस अवसर पर आलोक चतुर्वेदी, अरविंद दुबे, कौशलेंद्र सिंह यादव आदि मौजूद रहे।

Trending Videos
विकासखंड उमर्दा के बीआरसी में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुशील कुमार यादव के नेतृत्व में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में शिक्षकों ने सामूहिक रूप से टीईटी की अनिवार्यता के फैसले का विरोध किया। शिक्षकों ने काली पट्टी बांध कर हस्ताक्षर अभियान चलाया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एक सितंबर 25 को टीईटी की अनिवार्यता को लेकर दिया गया आदेश अव्यवहारिक है। इससे दशकों से विभाग में कार्यरत शिक्षकों के अस्तित्व पर प्रश्न चिह्न लग गया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
जिला महामंत्री बृजपाल भदौरिया ने कहा कि पूर्व से कार्यरत शिक्षकों पर टीईटी की अनिवार्यता लागू किया जाना न्यायसंगत नहीं है। इससे लाखों शिक्षकों के रोजी रोटी पर खतरा उत्पन्न हो गया है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने कहा कि पहले से कार्यरत शिक्षकों पर टीईटी की अनिवार्यता समाप्त करने के लिए शिक्षक सामूहिक रूप से देश की संसद तक विरोध करेंगे। बैठक का संचालन प्रमोद कुमार यादव ने किया। इस अवसर प्रांतीय महामंत्री पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ योगेंद्र यादव, सरोज श्रीवास्तव, अवध नारायण आदि मौजूद रहे।
पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ ने भी बनाई रणनीति
पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों की बैठक जिलाध्यक्ष विवेक चतुर्वेदी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में संगठन के प्रांतीय निर्वाचन, सर्वोच्च न्यायालय द्वारा टीईटी की अनिवार्यता, इंचार्ज प्रधानाध्यापक को प्रधानाध्यापक के पद के समान वेतन पर चर्चा की गई। इसके अलावा शिक्षक-शिक्षिकाओं, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों एवं सेवकों की विभिन्न समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया। बैठक का संचालन जिला महामंत्री अरविंद राजपूत ने किया। इस अवसर पर आलोक चतुर्वेदी, अरविंद दुबे, कौशलेंद्र सिंह यादव आदि मौजूद रहे।