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छह से नौ महीने के बीच थर्ड सेमेस्टर में जीका संक्रमित हुईं दो महिलाओं का प्रसव हो चुका है। तीन में से दो नवजात गंभीर स्थिति में हैलट के बालरोग अस्पताल में भर्ती हैं लेकिन इनमें जीका संक्रमण का कोई दुष्प्रभाव नहीं दिखा है। इसके साथ ही दोनों बच्चे जीका संक्रमण से मुक्त पाए गए।
इन बच्चों की स्थिति अन्य बीमारियों के कारण गंभीर है। स्वास्थ्य विभाग ने अब तीन से छह महीने यानी सेकेंड सेमेस्टर में जीका संक्रमित हुईं गर्भवतियों की बारीकी से मॉनीटरिंग शुरू कर दी है। जीका के संबंध में अभी तक कोई सर्वमान्य शोध न होने के कारण गर्भवती महिला संक्रमितों के हर लक्षण पर विशेषज्ञ निगाह रख रहे हैं।
थर्ड सेमेस्टर में संक्रमित होने वाली दो महिलाओं के प्रसव ने इस तथ्य को मजबूती दी है कि छह से नौ महीने के बीच जीका संक्रमित होने से गर्भस्थ शिशु पर संक्रमण का असर नहीं आता है। पहले प्रसव वाली महिला के जुड़वां बच्चे हुए और दूसरी महिला के एक बच्चा हुआ। ये तीनों बच्चे जीका निगेटिव निकले हैं। अभी तक नौ गर्भवती महिलाएं जीका संक्रमित मिली हैं।
इनमें दो महिलाएं पहले सेमेस्टर यानी तीन से छह महीने के गर्भधारण के बीच संक्रमित हुई हैं। तीन महिलाएं सेकेंड सेमेस्टर में संक्रमित हुईं। सबसे अधिक चार महिलाएं थर्ड सेमेस्टर में संक्रमित हुईं। सीएमओ डॉ. नैपाल सिंह का कहना है कि गर्भवती महिलाओं समेत सभी पॉजिटिव रोगियों की सुबह-शाम मॉनीटरिंग की जा रही है।