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Kanpur News: डॉ. आरिफ ने अपनी गूगल लोकेशन भेज कहा, अवसाद में हूं
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कानपुर। दिल्ली विस्फोट मामले में फार्माकोलॉजिस्ट डॉ. शाहीन सईद से संबंध के मामले में पकड़े गए कार्डियोलॉजी के रेजीडेंट डॉ. मो. आरिफ मीर छूट गए हैं। जांच एजेंसियों की पूछताछ के बाद वह अपने जम्मू-कश्मीर स्थित घर चले गए। वहां से उन्होंने अपने कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उमेश्वर पांडेय को अपनी गूगल लोकेशन के साथ मैसेज भेजकर बताया कि वह घटना से मानसिक रूप से स्तब्ध हैं और अवसाद में हैं।
एलपीएस कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट में सुपर स्पेशियेलिटी कोर्स डीएम के प्रथम वर्ष के रेजीडेंट डॉ. आरिफ को जाॅइनिंग के चार महीने के बाद डॉ. शाहीन के मामले में जांच एजेंसियों ने उठा लिया था। 13 नवंबर को कार्डियोलॉजी से ड्यूटी करके वह जब अशोकनगर स्थित किराये के आवास पर पहुंचे तो हिरासत में ले लिए गए। कार्डियोलॉजी में उन्हें हिरासत में लिए जाने की कोई अधिकारिक सूचना नहीं दी। इससे उन्हें अनुपस्थित माना जा रहा है।
कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पांडेय ने बताया कि डॉ. आरिफ का दो लाइन का मैसेज आया है। गूगल लोकेशन भी है। यह बताया कि जांच एजेंसियों ने उन्हें छोड़ दिया है। दिल्ली से वह सीधे घर गए। बताया कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से फिट नहीं हैं। उन्होंने बताया कि डॉ. आरिफ का व्हाट्सएप पर मैसेज शनिवार को आया था। कुछ समय के बाद जाॅइन करने के लिए कहा है। इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रोफेसर राकेश कुमार वर्मा का कहना है कि व्हाट्सएप पर भेजी गई लोकेशन जम्मू-कश्मीर की ही लग रही है।
उन्होंने बताया कि डॉ. आरिफ के जॉइन करने के संबंध में महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा और शासन से अनुमति ली जाएगी। यह प्रक्रिया है। इसे पूरा करना पड़ता है। वहीं, इंस्टीट्यूट के डॉक्टरों ने बताया कि पिछले दिनों डॉ. आरिफ के पिता भी आए थे। वह जम्मू-कश्मीर पुलिस में रहे हैं। घटना पर स्तब्ध रहे। उनके दूसरे बच्चे भी डॉक्टर हैं।
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एलपीएस कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट में सुपर स्पेशियेलिटी कोर्स डीएम के प्रथम वर्ष के रेजीडेंट डॉ. आरिफ को जाॅइनिंग के चार महीने के बाद डॉ. शाहीन के मामले में जांच एजेंसियों ने उठा लिया था। 13 नवंबर को कार्डियोलॉजी से ड्यूटी करके वह जब अशोकनगर स्थित किराये के आवास पर पहुंचे तो हिरासत में ले लिए गए। कार्डियोलॉजी में उन्हें हिरासत में लिए जाने की कोई अधिकारिक सूचना नहीं दी। इससे उन्हें अनुपस्थित माना जा रहा है।
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कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पांडेय ने बताया कि डॉ. आरिफ का दो लाइन का मैसेज आया है। गूगल लोकेशन भी है। यह बताया कि जांच एजेंसियों ने उन्हें छोड़ दिया है। दिल्ली से वह सीधे घर गए। बताया कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से फिट नहीं हैं। उन्होंने बताया कि डॉ. आरिफ का व्हाट्सएप पर मैसेज शनिवार को आया था। कुछ समय के बाद जाॅइन करने के लिए कहा है। इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रोफेसर राकेश कुमार वर्मा का कहना है कि व्हाट्सएप पर भेजी गई लोकेशन जम्मू-कश्मीर की ही लग रही है।
उन्होंने बताया कि डॉ. आरिफ के जॉइन करने के संबंध में महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा और शासन से अनुमति ली जाएगी। यह प्रक्रिया है। इसे पूरा करना पड़ता है। वहीं, इंस्टीट्यूट के डॉक्टरों ने बताया कि पिछले दिनों डॉ. आरिफ के पिता भी आए थे। वह जम्मू-कश्मीर पुलिस में रहे हैं। घटना पर स्तब्ध रहे। उनके दूसरे बच्चे भी डॉक्टर हैं।