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Kanpur: छह जोनों में बटा केडीए, सभी में बनेंगे जोनल कार्यालय, बचेगी भागदौड़
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: शिखा पांडेय
Updated Fri, 19 Dec 2025 11:29 AM IST
सार
जनवरी में जनता के लिए बॉटनिकल गार्डन नि:शुल्क खुलेगा। नए साल में न्यू कानपुर सिटी लांच होगी। केडीए बोर्ड बैठक में जवाहरपुरम, हाईवे सिटी विस्तार योजना के बीच की निजी जमीन लैंड पूलिंग से जमीन लेने का फैसला हुआ।
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केडीए बोर्ड की बैठक
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
केडीए में अब छह जोन होंगे। सभी में जोनल कार्यालय बनेंगे। संबंधित जोन में ही आवंटियों से कार्य होंगे। इससे उन्हें छोटे-मोटे कार्यों के लिए विकास प्राधिकरण मुख्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। 100 करोड़ रुपये से चार-लेन का गंगा बैराज-कंपनीबाग रोड बनेगा। ये फैसला गुरुवार को केडीए बोर्ड बैठक में लिया गया। बैठक में आशियाने का सपना देख रहे लोगों को मात्र 20 प्रतिशत धन जमा करने पर ईडब्ल्यूएस फ्लैट और शेष फ्लैटों का कब्जा 25 प्रतिशत धनराशि जमा करते ही देने का फैसला हुआ। अगले महीने लोगों के लिए बॉटनिकल गार्डन खोल दिया जाएगा, फिलहाल इसमें प्रवेश निशुल्क रहेगा। नए साल में बहुप्रतीक्षित न्यू कानपुर सिटी योजना भी लांच करने का फैसला लिया गया।
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विकास प्राधिकरण में कमिश्नर की अध्यक्षता में शाम को बोर्ड बैठक हुई। सवा दो घंटे चली बैठक के बाद कमिश्नर ने बताया कि गंगा बैराज - कंपनीबाग रोड 100 करोड़ से बनेगी। 24 मीटर चौड़ी चार-लेन की यह नई सड़क अटल घाट के पीछे कटरी, ग्राम ज्योरा, नवाबगंज होते हुए सेठ मोतीलाल खेड़िया स्कूल चौराहे के पास होते हुए बनेगी। इससे मौजूदा बैराज रोड पर ट्रैफिक लोड घटेगा। शहरवासियों को जाम से राहत दिलाने के लिए केडीए मैनावती मार्ग सहित 10 सड़कें चौड़ी करेगा, कई के टेंडर हो गए हैं। अगले महीने काम होते दिखेंगे। इसी तरह पीडब्ल्यूडी भी करीब एक हजार करोड़ रुपये से 20 सड़कें चौड़ी कराएगा। उनके कुछ प्रस्तावों को स्वीकृति मिल गई है। अन्य में शासनादेश होने वाले हैं। इससे शहरवासियों को जाम से निजात मिलेगी।
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केडीए बोर्ड की बैठक
- फोटो : अमर उजाला
नए साल में लांच होगी न्यू कानपुर सिटी
बैठक में बताया गया कि न्यू कानपुर में 125 करोड़ से विकास कार्यों के टेंडर हुए हैं। इस योजना में फेज - 1 को विकसित करने का प्रस्ताव रेरा में पंजीकरण के लिए भेजा गया है। वहां से तीन हफ्ते में स्वीकृति मिलेगी। इसके बाद फेज-1 लांच कर दिया जाएगा। तय हुआ कि शुरुआत में इसमें ईडब्ल्यूएस और एलआईजी प्लांट आवंटित किए जाएंगे। फेज-2 में व्यवसायिक और फेज- 3 में बड़े प्लाट लांच किए जाएंगे। शासन में लंबित महायोजना लागू होते ही फेज-2 और 3 में भी प्लाट बेचे जाएंगे।
20 प्रतिशत धनराशि जमा करते ही मिलेगा फ्लैट का कब्जा
बोर्ड ने तय किया कि जवाहरपुरम, शताब्दीनगर सहित जिन क्षेत्रों में केडीए के फ्लैट बने हैं, उनमें से ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का कब्जा उसकी कीमत का मात्र 20 प्रतिशत धन जमा करते ही मिलेगा। वह भी पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर। आवंटी शेष धन किश्तों में जमा कर सकते हैं। पूरा धन जमा होने पर रजिस्ट्री की जाएगी। किराए पर रह रहे लोगों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिल सकता है क्योंकि जिस तरह वह किराया देते हैं, उसी तरह किश्तें जमा कर अपने आशियाने का सपना पूरा कर सकते हैं। केडीए के करीब छह हजार फ्लैट खाली पड़े हैं, जिनकी पांच साल से कीमत बढ़ाई नहीं गई है।
लैंड पूलिंग योजना के तहत जवाहरपुरम, हाइवे सिटी विस्तार में अर्जित होगी जमीन
केडीए अपनी जवाहरपुरम, हाइवे सिटी विस्तार योजना में बीच - बीच में स्थित निजी काश्तकारों की जमीनें लैंड पूलिंग नीति के तहत लेगा और उसके बदले उन्हें 25 प्रतिशत विकसित प्लाट देगा। शेष प्लाट उन आवंटियों को प्राथमिकता पर आवंटित किए जाएंगे, जिनके प्लाट विवादित हैं। वैकल्पिक भूखंड देने के लिए बोर्ड ने नीति निर्धारित की। उचटी में अटलनगर योजना पार्टनर बनाकर साझेदारी में विकसित की जाएगी। इसी तरह मलिन बस्ती पुर्नविकास योजना का खाका खींचा जाएगा।
बैठक में बताया गया कि न्यू कानपुर में 125 करोड़ से विकास कार्यों के टेंडर हुए हैं। इस योजना में फेज - 1 को विकसित करने का प्रस्ताव रेरा में पंजीकरण के लिए भेजा गया है। वहां से तीन हफ्ते में स्वीकृति मिलेगी। इसके बाद फेज-1 लांच कर दिया जाएगा। तय हुआ कि शुरुआत में इसमें ईडब्ल्यूएस और एलआईजी प्लांट आवंटित किए जाएंगे। फेज-2 में व्यवसायिक और फेज- 3 में बड़े प्लाट लांच किए जाएंगे। शासन में लंबित महायोजना लागू होते ही फेज-2 और 3 में भी प्लाट बेचे जाएंगे।
20 प्रतिशत धनराशि जमा करते ही मिलेगा फ्लैट का कब्जा
बोर्ड ने तय किया कि जवाहरपुरम, शताब्दीनगर सहित जिन क्षेत्रों में केडीए के फ्लैट बने हैं, उनमें से ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का कब्जा उसकी कीमत का मात्र 20 प्रतिशत धन जमा करते ही मिलेगा। वह भी पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर। आवंटी शेष धन किश्तों में जमा कर सकते हैं। पूरा धन जमा होने पर रजिस्ट्री की जाएगी। किराए पर रह रहे लोगों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिल सकता है क्योंकि जिस तरह वह किराया देते हैं, उसी तरह किश्तें जमा कर अपने आशियाने का सपना पूरा कर सकते हैं। केडीए के करीब छह हजार फ्लैट खाली पड़े हैं, जिनकी पांच साल से कीमत बढ़ाई नहीं गई है।
लैंड पूलिंग योजना के तहत जवाहरपुरम, हाइवे सिटी विस्तार में अर्जित होगी जमीन
केडीए अपनी जवाहरपुरम, हाइवे सिटी विस्तार योजना में बीच - बीच में स्थित निजी काश्तकारों की जमीनें लैंड पूलिंग नीति के तहत लेगा और उसके बदले उन्हें 25 प्रतिशत विकसित प्लाट देगा। शेष प्लाट उन आवंटियों को प्राथमिकता पर आवंटित किए जाएंगे, जिनके प्लाट विवादित हैं। वैकल्पिक भूखंड देने के लिए बोर्ड ने नीति निर्धारित की। उचटी में अटलनगर योजना पार्टनर बनाकर साझेदारी में विकसित की जाएगी। इसी तरह मलिन बस्ती पुर्नविकास योजना का खाका खींचा जाएगा।
केडीए बोर्ड की बैठक
- फोटो : अमर उजाला
80 गांव में भी बनेगा मास्टर प्लान, आरएफपी के लिए प्रस्ताव स्वीकृत
बोर्ड ने महायोजना - 2031 के तहत प्राधिकरण क्षेत्र में शामिल शहर के आसपास के 80 गांवों में भी मास्टर प्लान बनवाने और इसके लिए आरएफपी जारी करने का फैसला लिया। इस कार्य के लिए चयनित होने वाली कंसलटेंट कंपनी कंपनी मास्टर प्लान बनाएगी, जिससे तय होगा कि कहां - कहां आवासीय, कहां, व्यवसायिक और किन ग्राम क्षेत्रों की कितनी - कितनी जमीन औद्योगिक की जाएगी।
5000 एकड़ में विकसित होगा ग्रेटर कानपुर
भीमसेन रेलवे स्टेशन और निर्माणाधीन आउटर रिंग रोड के बीच पांच हजार एकड़ में ग्रेटर कानपुर योजना विकसित की जाएगी। बोर्ड ने इस योजना में सबसे पहले छोटे आवासीय प्लाट बेचने का फैसला लिया। इस योजना में मेडिसिटी पार्क, एमएसएमई पार्क, ई-वाहन पार्क भी विकसित किए जाएंगे।
मकसूदाबाद, पनकी में बनेंगे बड़े पार्क
बोर्ड ने तय किया कि मकसूदाबाद में 300 एकड़ और पनकी में 100 एकड़ जमीन पर पार्क विकसित किए जाएंगे। सिटी में भी ग्रीनरी बढ़ाई जाएगी।
कूड़ा निस्तारण प्लांट की जमीन नगर निगम को दी
बोर्ड ने उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित भूरेलाल समिति की संस्तुति के आधार पर कूड़ा प्रबंधन व निस्तारण के लिए पनकी भऊ सिंह स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट की जमीन नगर निगम को 30 साल के लिए देने का फैसला लिया। इसे एक रुपये प्रति एकड़ पर लीज पर देने का फैसला लिया।
जल निगम को एसटीपी, पंपिंग स्टेशन बनाने को छह जगह निशुल्क जमीन दी
जल निगम के पास नानकारी, बारासिरोही, तात्याटोपेनगर फेज-2, विसायकपुर बांगर, नारामऊ, गूबा गार्डन में एसटीपी और पंपिंग स्टेशन बनाने का जगह नहीं थी। बोर्ड ने इन क्षेत्रों में उन्हें निशुल्क जमीन दीं।
बोर्ड ने महायोजना - 2031 के तहत प्राधिकरण क्षेत्र में शामिल शहर के आसपास के 80 गांवों में भी मास्टर प्लान बनवाने और इसके लिए आरएफपी जारी करने का फैसला लिया। इस कार्य के लिए चयनित होने वाली कंसलटेंट कंपनी कंपनी मास्टर प्लान बनाएगी, जिससे तय होगा कि कहां - कहां आवासीय, कहां, व्यवसायिक और किन ग्राम क्षेत्रों की कितनी - कितनी जमीन औद्योगिक की जाएगी।
5000 एकड़ में विकसित होगा ग्रेटर कानपुर
भीमसेन रेलवे स्टेशन और निर्माणाधीन आउटर रिंग रोड के बीच पांच हजार एकड़ में ग्रेटर कानपुर योजना विकसित की जाएगी। बोर्ड ने इस योजना में सबसे पहले छोटे आवासीय प्लाट बेचने का फैसला लिया। इस योजना में मेडिसिटी पार्क, एमएसएमई पार्क, ई-वाहन पार्क भी विकसित किए जाएंगे।
मकसूदाबाद, पनकी में बनेंगे बड़े पार्क
बोर्ड ने तय किया कि मकसूदाबाद में 300 एकड़ और पनकी में 100 एकड़ जमीन पर पार्क विकसित किए जाएंगे। सिटी में भी ग्रीनरी बढ़ाई जाएगी।
कूड़ा निस्तारण प्लांट की जमीन नगर निगम को दी
बोर्ड ने उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित भूरेलाल समिति की संस्तुति के आधार पर कूड़ा प्रबंधन व निस्तारण के लिए पनकी भऊ सिंह स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट की जमीन नगर निगम को 30 साल के लिए देने का फैसला लिया। इसे एक रुपये प्रति एकड़ पर लीज पर देने का फैसला लिया।
जल निगम को एसटीपी, पंपिंग स्टेशन बनाने को छह जगह निशुल्क जमीन दी
जल निगम के पास नानकारी, बारासिरोही, तात्याटोपेनगर फेज-2, विसायकपुर बांगर, नारामऊ, गूबा गार्डन में एसटीपी और पंपिंग स्टेशन बनाने का जगह नहीं थी। बोर्ड ने इन क्षेत्रों में उन्हें निशुल्क जमीन दीं।
