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घाटमपुर: डंपर की टक्कर से बाइक सवार दो दोस्तों की मौत, एक घायल
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, घाटमपुर
Published by: शिखा पांडेय
Updated Tue, 06 Oct 2020 09:18 PM IST
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सांकेतिक तस्वीर
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घाटमपुर में भीतरगांव के साढ़ थाना क्षेत्र के कुड़नी स्थित हनुमान मंदिर दर्शन करने जा रहे बाइक सवार तीन दोस्तों को बरईगढ़ नहर पुल के पास मौरंग लदे डंपर ने टक्कर मार दी। हादसे के बाद डंपर में फंसकर 50 मीटर तक घिसटने से एक दोस्त की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
जबकि दूसरे ने अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया। तीसरे दोस्त का इलाज कानपुर के निजी अस्पताल में चल रहा है। घटना के बाद चालक डंपर छोड़कर मौके से फरार हो गया। सूचना पर कानपुर से रोते बिलखते परिजन सीएचसी पहुंचे।
कानपुर के गल्लामंडी स्थित द्विवेदी नगर निवासी देवेश मिश्रा (22) पुत्र रमेश चंद्र मिश्रा अपने दोस्तों संदीप उर्फ मानू प्रजापति (21) पुत्र रामशरण प्रजापति निवासी पतारा, कुरारा जनपद हमीरपुर व निखिल तिवारी (23) पुत्र अनिल तिवारी निवासी सूलपुर, साढ़ के साथ मंगलवार सुबह एक ही बाइक से कुड़नी स्थित हनुमान मंदिर दर्शन करने जा रहा था।
बाइक सवार दोस्तों ने साढ़-कुड़नी मार्ग पर स्थित बरईगढ़ नहर पुल के पास मौरंग लदे डंपर को ओवरटेक करने की कोशिश की, तभी तेज रफ्तार डंपर ने बाइक में टक्कर मार दी।
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जबकि दूसरे ने अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया। तीसरे दोस्त का इलाज कानपुर के निजी अस्पताल में चल रहा है। घटना के बाद चालक डंपर छोड़कर मौके से फरार हो गया। सूचना पर कानपुर से रोते बिलखते परिजन सीएचसी पहुंचे।
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कानपुर के गल्लामंडी स्थित द्विवेदी नगर निवासी देवेश मिश्रा (22) पुत्र रमेश चंद्र मिश्रा अपने दोस्तों संदीप उर्फ मानू प्रजापति (21) पुत्र रामशरण प्रजापति निवासी पतारा, कुरारा जनपद हमीरपुर व निखिल तिवारी (23) पुत्र अनिल तिवारी निवासी सूलपुर, साढ़ के साथ मंगलवार सुबह एक ही बाइक से कुड़नी स्थित हनुमान मंदिर दर्शन करने जा रहा था।
बाइक सवार दोस्तों ने साढ़-कुड़नी मार्ग पर स्थित बरईगढ़ नहर पुल के पास मौरंग लदे डंपर को ओवरटेक करने की कोशिश की, तभी तेज रफ्तार डंपर ने बाइक में टक्कर मार दी।
जिससे पीछे बैठा निखिल तिवारी झटके के साथ दूर जा गिरा और बाइक में दोस्तों के बीच बैठा संदीप उर्फ मानू प्रजापति डंपर में फंसकर 50 मीटर तक घिसटते हुए चला गया और बुरी तरह से कुचल जाने पर उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं बाइक चला रहा देवेश भी बाइक समेत डंपर के नीचे आ गया जिससे उसका नीचे का धड़ टायरों के नीचे आ गया। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन फानन में देवेश और निखिल को इलाज के लिए भीतरगांव सीएचसी भेजा।
लेकिन सीएचसी पहुंचने से पहले ही देवेश ने रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं उछलकर गिरने से निखिल तिवारी के पैरों में गंभीर चोटें आईं हैं। घायल निखिल अस्पताल में बार-बार अपने दोनों दोस्तों को हाल पूछता रहा।
साढ़ थानाध्यक्ष प्रभुकांत ने बताया कि बाइक चला रहे देवेश ने डंपर को ओवरटेक करने की कोशिश की तभी डंपर ने टक्कर मार दी जिससे बाइक अनियंत्रित हो गई। उन्होंने बताया देवेश हेलमेट लगाए था जिससे हादसे में उसके सिर में चोटें तो कम थीं पर नीचे का धड़ पहियों की चपेट में आ गया था, जिससे अत्यधिक खून बहने से उसकी भी मौत हो गई।
वहीं बाइक चला रहा देवेश भी बाइक समेत डंपर के नीचे आ गया जिससे उसका नीचे का धड़ टायरों के नीचे आ गया। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन फानन में देवेश और निखिल को इलाज के लिए भीतरगांव सीएचसी भेजा।
लेकिन सीएचसी पहुंचने से पहले ही देवेश ने रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं उछलकर गिरने से निखिल तिवारी के पैरों में गंभीर चोटें आईं हैं। घायल निखिल अस्पताल में बार-बार अपने दोनों दोस्तों को हाल पूछता रहा।
साढ़ थानाध्यक्ष प्रभुकांत ने बताया कि बाइक चला रहे देवेश ने डंपर को ओवरटेक करने की कोशिश की तभी डंपर ने टक्कर मार दी जिससे बाइक अनियंत्रित हो गई। उन्होंने बताया देवेश हेलमेट लगाए था जिससे हादसे में उसके सिर में चोटें तो कम थीं पर नीचे का धड़ पहियों की चपेट में आ गया था, जिससे अत्यधिक खून बहने से उसकी भी मौत हो गई।
10 माह में उजड़ गया मांग का सिंदूर, बुझ गए दो घरों के चिराग
साढ़ थाना क्षेत्र के बरईगढ़ नहर पुल के पास हुए दर्दनाक हादसे में दो घरों के चिराग बुझ गए। मृतक देवेश के पिता रमेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि बड़े बेटे की भी डेढ़ वर्ष पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी।
जिससे घर का पूरा भार देवेश के कंधे पर था। अब देवेश के मौत के बाद घर का चिराग ही बुझ गया। देवेश के साले सूरज तिवारी ने बताया कि 30 नवंबर 2019 को बहन शुभि की शादी धूमधाम से की थी। पति की मौत की जानकारी मिलते ही शुभि बेहोश होकर गिर पड़ी।
इधर संदीप उर्फ मानू प्रजापति भी अपने माता-पिता की इकलौती संतान था और कानपुर के गल्लामंडी स्थित द्विवेदी नगर में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के दौरान ही तीनों जिगरी दोस्त बन गए थे।
साढ़ थाना क्षेत्र के बरईगढ़ नहर पुल के पास हुए दर्दनाक हादसे में दो घरों के चिराग बुझ गए। मृतक देवेश के पिता रमेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि बड़े बेटे की भी डेढ़ वर्ष पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी।
जिससे घर का पूरा भार देवेश के कंधे पर था। अब देवेश के मौत के बाद घर का चिराग ही बुझ गया। देवेश के साले सूरज तिवारी ने बताया कि 30 नवंबर 2019 को बहन शुभि की शादी धूमधाम से की थी। पति की मौत की जानकारी मिलते ही शुभि बेहोश होकर गिर पड़ी।
इधर संदीप उर्फ मानू प्रजापति भी अपने माता-पिता की इकलौती संतान था और कानपुर के गल्लामंडी स्थित द्विवेदी नगर में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के दौरान ही तीनों जिगरी दोस्त बन गए थे।
