यूपी: क्रशर व्यापारी के परिजनों से महोबा मिलने जा रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को रोका, पुलिस से नोकझोंक
इस दौरान लल्लू की पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से नोकझोंक भी हुई। उन्होंने नाराजगी जताकर कहा कि उन्हें रोका जाना लोकतंत्र की हत्या किए जाने के बराबर है। मृतक के परिजनों को सांत्वना देने जाना हमारी संस्कृति में है।
महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर रिश्वत मांगने और खुद पर जानलेवा हमले की आशंका जताते हुए कारोबारी इंद्रकांत का वीडियो वायरल हुआ था। अगले दिन वह कार में लहूलुहान मिले थे और उन्हें गोली लगी थी। रविवार शाम इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
सोमवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार सिंह लल्लू व पार्टी विधायक आराधना मिश्रा लखनऊ से कानुपर-सागर हाईवे से वाया घाटमपुर होकर कबरई जा रहे थे। इस सूचना पर कोतवाली प्रभारी सत्यदेव शर्मा मुख्य चौराहे पर पहुंच गए और जैसे ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष घाटमपुर चौराहे पर पहुंचे तभी पुलिस ने उन्हें घेरकर गाड़ी से उतार लिया।
पहले से मौजूद तहसीलदार विजय यादव से सारे मामले की जानकारी अधिकारियों को दी। काफी मान मनौव्वल के बाद भी प्रदेश अध्यक्ष अपनी बात पर अड़े रहे। फिर मौके पर मौजूद पूर्व सांसद राकेश सचान की मध्यस्थता के बाद प्रदेश अध्यक्ष व पुलिस प्रशासन के बीच की समझौते की बात बनीं। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार सिंह लल्लू व विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा, पूर्व सांसद व विधायक सोहेल अंसारी तथा अन्य कांग्रेसी नेताओं के साथ लखनऊ की ओर लौट गए।
लल्लू ने ट्वीट कर कहा 'अपराधी तो अपराधी कानून के रखवाले भी सुपारी ले रहे है, व्यापारी की हत्या कर दी जाती है। महोबा जाने के दौरान घाटमपुर में पुलिस ने जबरदस्ती रोक लिया। व्यक्ति के अधिकारों पर सरकार ने पहरा लगा दिया है। यह अघोषित आपातकाल है।'
कोई छाया नहीं...सड़क के आदमी है सड़क पर ही रहेंगे।
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) September 14, 2020
कारण क्या है, क्यों रोक रहे हो?
आपातकाल लगा हो, इस देश में व्यक्ति की आज़ादी न हो तो बता दो? pic.twitter.com/hPeaAQA75x
