Vegetable Price Hike: टमाटर के शतक के बाद हरी सब्जियों का अर्द्धशतक, शादी समारोहों के चलते बढ़ी मांग का है असर
Kanpur News: टमाटर के दाम तेज होने से आमआदमी तो परेशान है, ही सब्जी बेचने वाले भी परेशान हैं। दरअसल टमाटर भीगने के कारण जल्दी खराब हो रहा है। खराबी का प्रतिशत 10-20 प्रतिशत हो गया है। पहले टमाटर 2-5 प्रतिशत तक खराब होता था।
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कानपुर में बारिश और सहालग से बढ़ी मांग ने हरी सब्जियों के दाम और बढ़ा दिए हैं। कई सब्जियों के दाम 50 रुपये किलो पार कर गए हैं। हरी मिर्च सौ रुपये किलो तो शिमला मिर्च 160 रुपये किलो तक पहुंच गई है। धनिया 180-200 रुपये किलो में बिक रही है। टमाटर गुणवत्ता के मुताबिक 80-100 रुपये किलो में है। सबसे सस्ता बिकने वाला कद्दू भी 30 रुपये प्रति किलो में पहुंच गया है।
बंधा प्रति पीस 40-50 रुपये हो गया है। जानकारों का कहना है कि आगे भी तेजी का अनुमान है। इस महीने तो राहत की उम्मीद कम ही है। प्याज, आलू के दाम पहले ही तेज चल रहे थे। हालांकि आलू के भाव थोक में कुछ कम हुए हैं, लेकिन फुटकर बाजार में कोई असर नही है। बीते 15 दिन पहले तक 30 से 40 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर अब 80 से 100 रुपये किलो में बिक रहा है।
पिछले साल भी टमाटर के भाव शहर में 180-200 रुपये किलो के स्तर पर पहुंच गए थे। सब्जी आढ़ती सौरभ पांडेय ने बताया कि थोक में टमाटर 55-60 रुपये किलो में बिक रहा है। अभी तक स्थानीय टमाटर बाजार में आ रहा था। बरसात शुरू होने के साथ स्थानीय फसल खत्म होने लगी है। जो टमाटर आ रहा है, वो जल्द ही खराब भी हो रहा है। सहालग भी शुरू हो गई है।
कुछ समय से नहीं आ रहे हैं टमाटर के ट्रक
इसके चलते भी मांग बढ़ी है। इसका असर भी बाजार पर है। मंडी में बंगलुरू का टमाटर आ रहा है। बारिश के कारण बाहर से आने वाले टमाटर के ट्रक कुछ समय से नहीं आ रहे हैं। वहीं, थोक में हरी मिर्च 80 रुपये, शिमला मिर्च 100, बंधा प्रति पीस 30 रुपये में है। कद्दू 20-25 रुपये, भिंडी, बैंगन 30-30 रुपये किलो में है। पालक 40 रुपये किलो है। लौकी 25 रुपये और धनिया 120 रुपये किलो में हो गई है।
अगस्त से भाव में कुछ नरमी देखी जा सकती है
आलू-प्याज के आढ़ती सलमान ताज ने बताया कि थोक में आलू 20-22 रुपये किलो में हो गया है। तीन चार दिन पहले तक भाव 23-25 रुपये किलो में था। भाव में दो रुपये की कमी आई है हालांकि आगे फिर तेजी का ही अनुमान है। प्याज थोक में 30-32 रुपये किलो में है। उन्होंने बताया कि नासिक से प्याज अगस्त में आने से भाव में कुछ नरमी देखी जा सकती है।टमाटर छोड़ दूसरी सब्जी बेचने लगे
टमाटर के दाम तेज होने से आमआदमी तो परेशान है, ही सब्जी बेचने वाले भी परेशान हैं। दरअसल टमाटर भीगने के कारण जल्दी खराब हो रहा है। खराबी का प्रतिशत 10-20 प्रतिशत हो गया है। पहले टमाटर 2-5 प्रतिशत तक खराब होता था। भाव बढ़ने से टमाटर की खपत कम हो गई है। मुनाफा कम होता देख सब्जी बेचने वाले दूसरी सब्जियां बेच रहे हैं।
फुटकर में सब्जियों के दाम
भिंडी 50 से 60 रुपये किलो, बैगन 40 से 50 रुपये, पालक 50 रुपये, लौकी 30 से 40 रुपये, धनिया 180 से 200 रुपये, प्याज 40 से 50 रुपये, आलू 30 रुपये, टमाटर 80-100, तरोई 50 रुपये किलो में बिक रही है।