UP: दिल्ली धमाके से पहले लाल किले के पास सक्रिय थे कानपुर के सात मोबाइल, CCTV फुटेज में शाहीन की पुष्टि नहीं
Kanpur News: मुख्यालय के निर्देश पर पुलिस ने कश्मीरी मूल के छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों का सत्यापन शुरू कर दिया है। शहर में रहकर लगभग 150 छात्र इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य कोर्स कर रहे हैं। पुलिस को दो दिन में रिपोर्ट मुख्यालय और शासन को भेजनी है।
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दिल्ली में हुए धमाके से शहर के सात मोबाइल नंबरों के तार जुड़ रहे हैं। फरीदाबाद में विस्फोटक मिलने और लाल किले के पास धमाके से पहले यह नंबर घटनास्थल के आसपास सक्रिय थे। जांच एजेंसियां इनके मालिकों की तलाश में जुट गई हैं। इन्हीं नंबरों से शहर संवेदनशील क्षेत्रों के 22 मोबाइल नंबरों से बातचीत के साथ ही व्हाट्सएप पर भी भेज गए। इस कारण इन 22 नंबरों के मालिकों को भी सुरक्षा एजेंसियां ट्रेस करने में जुटी हैं।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी रही डॉ. शाहीन सईद और उसके भाई डॉ. परवेज अंसारी का नाम सामने आने के बाद से एटीएस, एनआईए, आईबी समेत अन्य जांच एजेंसियों की नजर कानपुर पर है। यहां के संवेदनशील लोगों के साथ ही आरोपियों के मददगारों की छानबीन की जा रही है। जांच एजेंसियों को विस्फोट से 25 दिन पहले शाहीन के कानपुर में होने का इनपुट मिला था] जिसके बाद से शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज तलाशी जा रही है।
अराजकतत्वों पर शिकंजा कसने का प्रयास
जांच अधिकारी पुरानी एसयूवी कारों को भी देख रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक एजेंसियों को फरीदाबाद में विस्फोटक मिलने और दिल्ली के लाल किले के पास कई संदिग्ध नंबर मिले हैं। इनमें कानपुर और आसपास के जिलों के भी नंबर हैं। शहर के सात नंबरों पर विशेष नजर हैं। इन नंबरों से डॉ. शहीन या डॉ. परवेज अंसारी के मददगारों से बातचीत करने का अनुमान है। इन नंबरों से कई लोगों से संपर्क किया गया है। कुछ लोगों को व्हाट्सएप पर भी मैसेज भेजे गए हैं। सुरक्षा एजेंसियां इन कड़ियों को जोड़कर अराजकतत्वों पर शिकंजा कसने का प्रयास कर रही है।
सीसीटीवी फुटेज में पुष्टि नहीं
सूत्रों के मुताबिक, कमिश्नरी पुलिस के सहयोग से जांच एजेंसियों ने रेलबाजार और चकेरी क्षेत्र के कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज हासिल की है। इनमें से एक काले रंग की एसयूवी कार में डॉ. शाहीन के बैठे होने का पता चला था, लेकिन फुटेज में उसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। कार के अंदर बैठी महिला ने नकाब पहन रखा है। इस कारण उसकी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है।
निजी संस्थान से दो कश्मीरी छात्र लापता
मुख्यालय के निर्देश पर पुलिस ने कश्मीरी मूल के छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों का सत्यापन शुरू कर दिया है। शहर में रहकर लगभग 150 छात्र इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य कोर्स कर रहे हैं। पुलिस को दो दिन में रिपोर्ट मुख्यालय और शासन को भेजनी है। सूत्र बताते हैं कि निजी संस्थान के दो कश्मीरी छात्रों की जानकारी नहीं मिल सकी है। उसके संबंध में संस्थान प्रशासन भी कुछ नहीं बोल रहा है। पुलिस ने छात्रों से संपर्क कर जानकारी देने के लिए कहा है। दोनों छात्र लापता हो गए हैं।