UP: कौशांबी में माफिया अतीक के शूटर अब्दुल कवि पर एक्शन, शिक्षक और सिपाही भाई गिरफ्तार; घर के कई सदस्य फरार
राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद फरार चल रहे माफिया अतीक के शूटर अब्दुल कवि के शिक्षक और सिपाही भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पांच मार्च 2023 को आर्म्स एक्ट में दर्ज हुए मुकदमे के बाद से ये सभी फरार चल रहे थे।

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माफिया अतीक अहमद के करीबी शूटर भखंदा गांव के अब्दुल कवि के शिक्षक और सिपाही भाई को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। उमेश पाल हत्याकांड के बाद कवि की तलाश में पिछले साल भखंदा गांव में की गई छापेमारी में अवैध असलहों का जखीरा मिलने पर पूरे कुनबे के खिलाफ दर्ज हुए आर्म्स एक्ट मुकदमे के बाद से दोनों आरोपी फरार चल रहे थे। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और न्यायालय भेज दिया है।

उमेश पाल की हत्या के बाद से चर रही थी तलाश
भखंदा गांव निवासी अब्दुल कवि माफिया अतीक का करीबी शूटर रहा है। वर्ष 2005 में हुए विधायक राजूपाल हत्याकांड के बाद सीबीआई जांच में उसका नाम आने पर प्रयागराज के धूमनगंज थाने में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। तब से वह फरार चल रहा था। पिछले साल 24 फरवरी को राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने दोबारा अब्दुल कवि की तलाश शुरू की थी।
पुलिस ने परिवार के 11 लोगों पर किया आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज
चार मार्च को कवि के भखंदा गांव में छिपे होने की सूचना पर पुलिस ने दबिश देकर तलाशी अभियान चलाया तो कवि के घर से दीवारों में छिपाकर रखे गये अवैध असलहों का जखीरा मिला। इसके बाद पांच मार्च को इंस्पेक्टर विनीत कुमार सिंह ने अब्दुल कवि समेत उसके कुनबे के कुल 11 सदस्यों के खिलाफ आर्म्स एक्ट का मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू किया।
पुलिस ने कवि के भाई अब्दुल वली और अब्दुल कादिर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि पुलिस का बढ़ता दबाव देख शूटर अब्दुल कवि ने 25 अप्रैल को सीबीआई कोर्ट लखनऊ में आत्मसमर्पण कर दिया था। जबकि उसके शिक्षक भाई अब्दुल हई और पुलिस विभाग में सिपाही भाई अब्दुल मुगनी सालभर से पुलिस पकड़ नहीं पाई थी।
अब्दुल हई फतेहपुर जनपद के अबूनगर नई बस्ती के एक मदरसे में शिक्षक है और जालौन जिले के पुलिस लाइन में तैनात था। निरीक्षक विनीत कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को पुलिस अधीक्षक जालौन और फतेहपुर के मदरसा प्रबंध कमेटी से अनुमति मिलने के बाद दोनों को वांछित आरोपी बताकर गिरफ्तार कर लिया गया। जिन्हें बृहस्पतिवार को थाने में लाकर लिखापढ़ी के बाद न्यायालय में पेश किया किया।
पिता और पांच महिलाएं अब भी फरार
पिछले साल चार मार्च को भखंदा गांव में शूटर कवि के घर पर अवैध असलहों का जखीरा मिलने पर पुलिस ने अब्दुल कवि उसके भाईयों अब्दुल वली, अब्दुल कादिर, अब्दुल हई, अब्दुल मुगनी पिता अब्दुल गनी समेत पांचों भाईयों की पत्नियों फौजिया बानों, कनीज फात्मा, बुसरा खातून, शाहीन बानों और फौजिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। सालभर की मैराथन दौड़ के बाद पुलिस ने आरोपी पांचों भाईयों को तो जेल भेज दिया लेकिन पिता अब्दुल गनी समेत घर की पांचों महिलाएं अब भी फरार हैं।