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Lakhimpur Kheri News: कैसे निखरे खेल प्रतिभा, 59 स्कूलों के सापेक्ष केवल दो ही खेल शिक्षक
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लखीमपुर खीरी। जिले में संचालित होने वाले राजकीय इंटर कॉलेजों में खेल शिक्षकों का टोटा है। इन स्कूलों में शिक्षकों के पद तो हैं, लेकिन भर्ती न हो पाने की वजह से छात्र-छात्राओं के अंदर की खेल प्रतिभा निखर नहीं पा रही। जिले के 59 राजकीय इंटर कॉलेजों में महज दो कॉलेजों में ही खेल शिक्षकों के पद पर तैनाती है। बाकी 57 स्कूल बिना खेल शिक्षकों के सहारे चल रहे हैं।
जिले के 59 राजकीय कॉलेजों के अलावा 45 एडेड विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। साथ ही 203 वित्तविहीन स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। वित्तविहीन स्कूलों में तो खेल शिक्षक हैं, जबकि राजकीय और एडेड स्कूलों का काफी बुरा हाल है। स्कूलाें के पास खेल की ग्रांट के अलावा खेल मैदान में भी हैं, लेकिन शिक्षक न होने की वजह से छात्र-छात्राओं के भीतर खेल की प्रतिभा में निखार नहीं आ पा रहा है।
शिक्षक न होने की वजह से खिलाड़ियों में भी उत्साह कम होता जा रहा है। जिले में 59 राजकीय विद्यालयों में से केवल दो स्कूल राजकीय इंटर कॉलेज लखीमपुर और जीजीआईसी फूलबेहड़ में खेल शिक्षक की तैनाती है, बाकी अन्य 57 स्कूलों में आज तक तैनाती नहीं की हो सकी है। खेल शिक्षकों की कमी होने के कारण प्रतिभाएं दम तोड़ती नजर आ रहीं हैं।
इसके अलावा एडेड स्कूलों में भी शिक्षकों की कमी है। यहां पर 45 स्कूलों के सापेक्ष 21 स्कूलों में ही शिक्षकों की तैनाती है। इनमें युवराज दत्त ओयल, पीके इंटर कालेज, गुरुनानक इंटर कॉलेज, भगवानदीन आर्यकन्या इंटर कॉलेज, कुंवर खुशवक्तराय, गांधी विद्यालय इंटर कॉलेज, गुरुनानक कन्या इंटर गोला, कृषक समाज इंटर कॉलेज, किसान इंटर कॉलेज, पब्लिक इंटर कॉलेज गोला, केके ग्रोवर इंटर कॉलेज, जनता इंटर कॉलेज, गांधी स्मारक गोला सहित कुल 21 स्कूल शामिल हैं।
खेल शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर हर बार पत्राचार किया जाता है। खेल शिक्षकों की भर्तियां शासन स्तर से ही होनी हैं, जैसे ही भर्ती होगी स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। - विनोद मिश्रा, डीआईओएस

जिले के 59 राजकीय कॉलेजों के अलावा 45 एडेड विद्यालयों का संचालन किया जा रहा है। साथ ही 203 वित्तविहीन स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। वित्तविहीन स्कूलों में तो खेल शिक्षक हैं, जबकि राजकीय और एडेड स्कूलों का काफी बुरा हाल है। स्कूलाें के पास खेल की ग्रांट के अलावा खेल मैदान में भी हैं, लेकिन शिक्षक न होने की वजह से छात्र-छात्राओं के भीतर खेल की प्रतिभा में निखार नहीं आ पा रहा है।
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शिक्षक न होने की वजह से खिलाड़ियों में भी उत्साह कम होता जा रहा है। जिले में 59 राजकीय विद्यालयों में से केवल दो स्कूल राजकीय इंटर कॉलेज लखीमपुर और जीजीआईसी फूलबेहड़ में खेल शिक्षक की तैनाती है, बाकी अन्य 57 स्कूलों में आज तक तैनाती नहीं की हो सकी है। खेल शिक्षकों की कमी होने के कारण प्रतिभाएं दम तोड़ती नजर आ रहीं हैं।
इसके अलावा एडेड स्कूलों में भी शिक्षकों की कमी है। यहां पर 45 स्कूलों के सापेक्ष 21 स्कूलों में ही शिक्षकों की तैनाती है। इनमें युवराज दत्त ओयल, पीके इंटर कालेज, गुरुनानक इंटर कॉलेज, भगवानदीन आर्यकन्या इंटर कॉलेज, कुंवर खुशवक्तराय, गांधी विद्यालय इंटर कॉलेज, गुरुनानक कन्या इंटर गोला, कृषक समाज इंटर कॉलेज, किसान इंटर कॉलेज, पब्लिक इंटर कॉलेज गोला, केके ग्रोवर इंटर कॉलेज, जनता इंटर कॉलेज, गांधी स्मारक गोला सहित कुल 21 स्कूल शामिल हैं।
खेल शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर हर बार पत्राचार किया जाता है। खेल शिक्षकों की भर्तियां शासन स्तर से ही होनी हैं, जैसे ही भर्ती होगी स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। - विनोद मिश्रा, डीआईओएस