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Lakhimpur Kheri News: गुलाब जामुन के लिए मैगलगंज की पहचान, परिवहन व्यवस्था में गुमनाम
संवाद न्यूज एजेंसी, लखीमपुर खीरी
Updated Sun, 30 Nov 2025 11:08 PM IST
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मैगलगंज में रोड पर सवारियों उतारती बस। संवाद
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मैगलगंज। गुलाब जामुन के चलते प्रदेशभर में पहचाना जाने वाला मैगलगंज कस्बा परिवहन व्यवस्था में अब तक गुमनाम है। कस्बे में रोजाना डेढ़ सौ से अधिक रोडवेज बसों का ठहराव होता है। प्रतिदिन करीब 7 से 8 हजार सवारियों का आना-जाना है। बावजूद यहां बस स्टॉप या बस अड्डा नहीं है। हाईवे किनारे ही बसों को रोककर सवारियों को उतारने-चढ़ाने से दिनभर जाम की स्थिति बनी रहती है।
कस्बे में तेजी से विकास हो रहा है। कस्बा व व्यापार बढ़ रहा है, लेकिन कस्बे के लोगों को बुनियादी परिवहन सुविधा अभी तक नहीं मिली। ग्रामीण, व्यापारी और सामाजिक संगठन बस स्टॉप के निर्माण की कई बार मांग उठा चुके हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला। कस्बे में स्टॉप बन जाए तो न केवल जाम की समस्या से राहत मिलेगी, बल्कि यात्रियों को सुरक्षित व्यवस्था भी हो सकेगी।
मैगलगंज-लखीमपुर के बीच प्राइवेट बसें संचालित होती हैं। सवारियां बैठालने के लिए ये बसें मुख्य चौराहे पर खड़ी कर दी जाती हैं, जबकि यह रोड सिंगल लेन है। इस कारण मार्ग पर आवागमन काफी संकीर्ण रहता है।
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लगभग 150 बसों का आवागमन होने के बावजूद इतने बड़े कस्बे में बस स्टाॅप न होना बेहद शर्मनाक है। यह सरकारी सिस्टम की लापरवाही को उजागर करता है।
-आशीष मिश्रा, शिक्षक
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हर दिन सड़क पर जाम रहने से अफरा-तफरी रहती है। बच्चे व महिलाओं के साथ सभी को खतरा रहता है। बस स्टॉप बन जाए तो सबसे बड़ी समस्या खत्म हो जाएगी।
-पंकज वर्मा, मैगलगंज
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मैगलगंज-लखीमपुर मार्ग सिंगल लेन का है। मार्ग पर बसें खड़ी हो जाने से दूसरे वाहनों का निकलना मुश्किल हो जाता है। स्कूली बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा रहता है।
-आदर्श तिवारी, व्यापारी
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कस्बे का विस्तार हो रहा है। दुकानें भी बढ़ रही हैं, लेकिन परिवहन व्यवस्था वहीं की वहीं है। बस स्टॉप न होना सबसे बड़ी खामी है, जिसका नुकसान रोज झेलना पड़ता है।
-कपिल शुक्ला, स्थानीय निवासी
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अभी तक मुझे बस स्टाॅप से संबंधित किसी ने सूचना नहीं दी। अब जानकारी हुई है। आगे की प्रक्रिया के लिए प्रशासन से बात कर जमीन का आवंटन करवाएंगे।
-सौरभ सिंह सोनू, विधायक, मितौली विधानसभा
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जमीन के आवंटन का कार्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि या जिला प्रशासन का है। वे जमीन उपलब्ध करवा दें, तो बस स्टाॅप का कार्य शुरू हो सकता है।
-रमेश कुमार, आरएम, हरदोई परिक्षेत्र
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कस्बे में तेजी से विकास हो रहा है। कस्बा व व्यापार बढ़ रहा है, लेकिन कस्बे के लोगों को बुनियादी परिवहन सुविधा अभी तक नहीं मिली। ग्रामीण, व्यापारी और सामाजिक संगठन बस स्टॉप के निर्माण की कई बार मांग उठा चुके हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला। कस्बे में स्टॉप बन जाए तो न केवल जाम की समस्या से राहत मिलेगी, बल्कि यात्रियों को सुरक्षित व्यवस्था भी हो सकेगी।
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मैगलगंज-लखीमपुर के बीच प्राइवेट बसें संचालित होती हैं। सवारियां बैठालने के लिए ये बसें मुख्य चौराहे पर खड़ी कर दी जाती हैं, जबकि यह रोड सिंगल लेन है। इस कारण मार्ग पर आवागमन काफी संकीर्ण रहता है।
लगभग 150 बसों का आवागमन होने के बावजूद इतने बड़े कस्बे में बस स्टाॅप न होना बेहद शर्मनाक है। यह सरकारी सिस्टम की लापरवाही को उजागर करता है।
-आशीष मिश्रा, शिक्षक
हर दिन सड़क पर जाम रहने से अफरा-तफरी रहती है। बच्चे व महिलाओं के साथ सभी को खतरा रहता है। बस स्टॉप बन जाए तो सबसे बड़ी समस्या खत्म हो जाएगी।
-पंकज वर्मा, मैगलगंज
मैगलगंज-लखीमपुर मार्ग सिंगल लेन का है। मार्ग पर बसें खड़ी हो जाने से दूसरे वाहनों का निकलना मुश्किल हो जाता है। स्कूली बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा रहता है।
-आदर्श तिवारी, व्यापारी
कस्बे का विस्तार हो रहा है। दुकानें भी बढ़ रही हैं, लेकिन परिवहन व्यवस्था वहीं की वहीं है। बस स्टॉप न होना सबसे बड़ी खामी है, जिसका नुकसान रोज झेलना पड़ता है।
-कपिल शुक्ला, स्थानीय निवासी
अभी तक मुझे बस स्टाॅप से संबंधित किसी ने सूचना नहीं दी। अब जानकारी हुई है। आगे की प्रक्रिया के लिए प्रशासन से बात कर जमीन का आवंटन करवाएंगे।
-सौरभ सिंह सोनू, विधायक, मितौली विधानसभा
जमीन के आवंटन का कार्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि या जिला प्रशासन का है। वे जमीन उपलब्ध करवा दें, तो बस स्टाॅप का कार्य शुरू हो सकता है।
-रमेश कुमार, आरएम, हरदोई परिक्षेत्र

मैगलगंज में रोड पर सवारियों उतारती बस। संवाद

मैगलगंज में रोड पर सवारियों उतारती बस। संवाद

मैगलगंज में रोड पर सवारियों उतारती बस। संवाद

मैगलगंज में रोड पर सवारियों उतारती बस। संवाद