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Lalitpur News: रुड़की आईआईटी से 38 साल पहले की थी प्रथम श्रेणी में इंजीनियरिंग
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पुलिस की जांच के साथ खुल रहीं फर्जीवाड़े की अलग-अलग परतें
संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। कूटरचित दस्तावेज का उपयोग कर मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजिस्ट की नौकरी करने के आरोपी अभिनव सिंह को लेकर हरिद्वार के रुड़की से आए सील बंद लिफाफा का राज खुल गया। इसमें उसके शैक्षिक दस्तावेज मिले। इसमें 38 साल पहले रुड़की से प्रथम श्रेणी में की गई इंजीनियरिंग की मार्कशीट सहित अन्य दस्तावेज थे। वहीं, फर्रुखाबाद से इंटर और कानपुर से हाईस्कूल करने के शैक्षिक दस्तावेज पुलिस ने अपनी जांच में शामिल कर लिए हैं।
पुलिस ने जब फर्जीवाड़े की जांच की तो यह सामने आया कि अभिनव सिंह ने हाईस्कूल कानपुर देहात, इंटरमीडिएट फर्रुखाबाद से और इंजीनियरिंग की डिग्री हरिद्वार के रुड़की आईआईटी कॉलेज से की थी। इसके बाद पुलिस की पांच टीमें आरोपी अभिनव सिंह का पूरा रिकार्ड खंगालने के लिए कोलकाता, हरिद्वार के रुड़की, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, अलीगढ़ गई थी। यहां पुलिस टीम ने तीन दिन तक शैक्षिक, चिकित्सकीय अभिलेख खंगाले थे। इसमें कोलकाता और अलीगढ़ से चिकित्सकीय डिग्री को वहां के एसपी के माध्यम से पहुंचाने की बात वहां के काॅलेज प्रशासन ने कही थी।
वहीं, शुक्रवार को रुड़की आईआईटी कॉलेज से पुलिस की टीम अभिनव सिंह के लिफाफा बंद कागजात लेकर जनपद आई। शनिवार को इस बंद लिफाफा को खोला गया। इसमें उसके इंजीनियरिंग के शैक्षिक दस्तावेज थे। इसमें पाया गया कि अभिनव सिंह ने वर्ष 1987 में आईआईटी रुड़की से इंजीनियरिंग की डिग्री बीई कंप्यूटर साइंस से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी।
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ललितपुर। कूटरचित दस्तावेज का उपयोग कर मेडिकल कॉलेज में कार्डियोलॉजिस्ट की नौकरी करने के आरोपी अभिनव सिंह को लेकर हरिद्वार के रुड़की से आए सील बंद लिफाफा का राज खुल गया। इसमें उसके शैक्षिक दस्तावेज मिले। इसमें 38 साल पहले रुड़की से प्रथम श्रेणी में की गई इंजीनियरिंग की मार्कशीट सहित अन्य दस्तावेज थे। वहीं, फर्रुखाबाद से इंटर और कानपुर से हाईस्कूल करने के शैक्षिक दस्तावेज पुलिस ने अपनी जांच में शामिल कर लिए हैं।
पुलिस ने जब फर्जीवाड़े की जांच की तो यह सामने आया कि अभिनव सिंह ने हाईस्कूल कानपुर देहात, इंटरमीडिएट फर्रुखाबाद से और इंजीनियरिंग की डिग्री हरिद्वार के रुड़की आईआईटी कॉलेज से की थी। इसके बाद पुलिस की पांच टीमें आरोपी अभिनव सिंह का पूरा रिकार्ड खंगालने के लिए कोलकाता, हरिद्वार के रुड़की, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, अलीगढ़ गई थी। यहां पुलिस टीम ने तीन दिन तक शैक्षिक, चिकित्सकीय अभिलेख खंगाले थे। इसमें कोलकाता और अलीगढ़ से चिकित्सकीय डिग्री को वहां के एसपी के माध्यम से पहुंचाने की बात वहां के काॅलेज प्रशासन ने कही थी।
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वहीं, शुक्रवार को रुड़की आईआईटी कॉलेज से पुलिस की टीम अभिनव सिंह के लिफाफा बंद कागजात लेकर जनपद आई। शनिवार को इस बंद लिफाफा को खोला गया। इसमें उसके इंजीनियरिंग के शैक्षिक दस्तावेज थे। इसमें पाया गया कि अभिनव सिंह ने वर्ष 1987 में आईआईटी रुड़की से इंजीनियरिंग की डिग्री बीई कंप्यूटर साइंस से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी।
