{"_id":"68ed565ec935b72a50010de8","slug":"the-change-in-weather-is-increasing-the-number-of-patients-suffering-from-cold-and-fever-lalitpur-news-c-131-1-ltp1004-144368-2025-10-14","type":"story","status":"publish","title_hn":"Lalitpur News: मौसम में बदलाव से बढ़ रहे सर्दी-जुकाम, बुखार के मरीज","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Lalitpur News: मौसम में बदलाव से बढ़ रहे सर्दी-जुकाम, बुखार के मरीज
विज्ञापन

विज्ञापन
ललितपुर। मौसम में हो रहे परिवर्तन से सर्दी, खांसी और वायरल के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मेडिकल कॉलेज में मौसमी बीमारियों के 30 फीसदी मरीज बढ़ गए हैं। मेडिसिन व बाल रोग विभाग में 60 फीसदी मरीज सर्दी, खांसी और बुखार के आ रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि तापमान में अंतर होने से परेशानी हो रही है। सावधानी बरत कर बचाव करें।
सर्दी ने दस्तक दे दी है। दिन और रात के तापमान में अंतर अधिक हो गया है। ऐसे में लापरवाही बीमार बना रही है। सर्दी से बचाव न करने से सर्दी, खांसी व बुखार की चपेट में आ रहे हैं। मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में पहले 300 मरीजों में सर्दी, खांसी व जुकाम के औसतन 120 मरीज होते थे, जो अब 180 तक पहुंच गई है। जबकि, बाल रोग विभाग में 200 मरीजों में 80 बच्चों में सर्दी, खांसी व बुखार के होते थे, जो अब 120 हो गई है।
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. पवन सूद ने बताया कि सर्दी से बचाव करें। कानों को ढंककर रखें। बाल रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. आकृति यादव ने बताया कि सुबह और रात के तापमान में अंतर बढ़ने से बच्चों में समस्या हो रही है। बुखार, खांसी, सर्दी और एलर्जी की समस्या हो रही है। संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता पर ध्यान दें।
-- -
बुजुर्ग बरतें विशेष सावधानी
रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने से बुजुर्गों के जल्द बीमारी की चपेट में आने का खतरा रहता है। डाॅ. अंबिका दुबे ने बताया कि सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें। सुबह जल्दी न उठें। सूर्य निकलने के बाद घूमने जाएं। गुनगुना पानी पिएं। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।
-- -
इस तरह बचाव करें।
- धूल से बचाव करें।
- मास्क लगाएं।
- हाथ साफ करें।
- गर्म कपड़े पहनें।
- मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- ठंडे पेय पदार्थों का सेवन न करें।
- खान-पान में संयम बरतें।

सर्दी ने दस्तक दे दी है। दिन और रात के तापमान में अंतर अधिक हो गया है। ऐसे में लापरवाही बीमार बना रही है। सर्दी से बचाव न करने से सर्दी, खांसी व बुखार की चपेट में आ रहे हैं। मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में पहले 300 मरीजों में सर्दी, खांसी व जुकाम के औसतन 120 मरीज होते थे, जो अब 180 तक पहुंच गई है। जबकि, बाल रोग विभाग में 200 मरीजों में 80 बच्चों में सर्दी, खांसी व बुखार के होते थे, जो अब 120 हो गई है।
विज्ञापन
विज्ञापन
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. पवन सूद ने बताया कि सर्दी से बचाव करें। कानों को ढंककर रखें। बाल रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. आकृति यादव ने बताया कि सुबह और रात के तापमान में अंतर बढ़ने से बच्चों में समस्या हो रही है। बुखार, खांसी, सर्दी और एलर्जी की समस्या हो रही है। संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता पर ध्यान दें।
बुजुर्ग बरतें विशेष सावधानी
रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने से बुजुर्गों के जल्द बीमारी की चपेट में आने का खतरा रहता है। डाॅ. अंबिका दुबे ने बताया कि सर्दी से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें। सुबह जल्दी न उठें। सूर्य निकलने के बाद घूमने जाएं। गुनगुना पानी पिएं। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।
इस तरह बचाव करें।
- धूल से बचाव करें।
- मास्क लगाएं।
- हाथ साफ करें।
- गर्म कपड़े पहनें।
- मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- ठंडे पेय पदार्थों का सेवन न करें।
- खान-पान में संयम बरतें।