{"_id":"68c5b51e585c7975cd0859fe","slug":"20-year-old-green-card-case-settled-in-20-minutes-in-lok-adalat-mahoba-news-c-225-1-mah1001-117988-2025-09-13","type":"story","status":"publish","title_hn":"Mahoba News: लोक अदालत में 20 साल पुराना ग्रीन कार्ड का मामला 20 मिनट में निपटा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Mahoba News: लोक अदालत में 20 साल पुराना ग्रीन कार्ड का मामला 20 मिनट में निपटा
संवाद न्यूज एजेंसी, महोबा
Updated Sat, 13 Sep 2025 11:47 PM IST
विज्ञापन

फोटो 13 एमएएचपी 21 परिचय-राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों के निस्तारण के लिए जुटी वादकारियों की भ
विज्ञापन
महोबा। जनपद न्यायालय परिसर में शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में सालों से लंबित मामलों का निस्तारण हुआ तो वादकारियों के चेहरों पर खुशी नजर आई। लोक अदालत में ग्रीन कार्ड का 20 साल पुराना मामला 20 मिनट में निपट गया। जिले में आयोजित लोक अदालत में 55,506 वादों का सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया।
लोक अदालत में पहुंच प्रेमनगर निवासी राजू ने बताया कि उसके बड़े भाई राधाचरन के ग्रीन कार्ड में 20 साल पहले ऋण लिया था। जिसका एक लाख रुपये से अधिक का बकाया हो गया था। इससे वह परेशान था। जानकारी होने पर राष्ट्रीय लोक अदालत में आया। यहां 20 मिनट की प्रक्रिया के बाद 13 हजार में मामला निपट गया। इससे राहत मिली। इसी तरह टोलापांतर निवासी मन्नू ने बताया कि छह साल पहले ग्रीन कार्ड बनवाया था। जिसमें 57 हजार रुपये कर्ज हो गया। जानकारी मिली की आपसी सुलह-समझौत के आधार पर लोक अदालत में मामले का पटाक्षेप होता है। तब वह लोक अदालत में आए। यहां 20 मिनट के अंदर 29 हजार में मामला निपट गया। बम्हौरी गौंसाई निवासी गुलशन ने बताया कि करीब चार साल पहले बाबा घसीटा के नाम पर ग्रीन कार्ड बना था। जिस पर दो लाख रुपये बकाया हो गया। बैंक जाने पर इसे घटाकर एक लाख दो हजार रुपये कर दिया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत मेंं आने पर 95 हजार में मामले का निस्तारण हो गया।
इससे पहले राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश डॉ. विदुषी सिंह ने फीता काटकर व दीप जलाकर किया। इसके बाद उन्होंने न्यायालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत व न्यायालयों का निरीक्षण किया। जनपद न्यायाधीश ने अधिक से अधिक वादों का निस्तारण किए जाने के निर्देश दिए।

Trending Videos
लोक अदालत में पहुंच प्रेमनगर निवासी राजू ने बताया कि उसके बड़े भाई राधाचरन के ग्रीन कार्ड में 20 साल पहले ऋण लिया था। जिसका एक लाख रुपये से अधिक का बकाया हो गया था। इससे वह परेशान था। जानकारी होने पर राष्ट्रीय लोक अदालत में आया। यहां 20 मिनट की प्रक्रिया के बाद 13 हजार में मामला निपट गया। इससे राहत मिली। इसी तरह टोलापांतर निवासी मन्नू ने बताया कि छह साल पहले ग्रीन कार्ड बनवाया था। जिसमें 57 हजार रुपये कर्ज हो गया। जानकारी मिली की आपसी सुलह-समझौत के आधार पर लोक अदालत में मामले का पटाक्षेप होता है। तब वह लोक अदालत में आए। यहां 20 मिनट के अंदर 29 हजार में मामला निपट गया। बम्हौरी गौंसाई निवासी गुलशन ने बताया कि करीब चार साल पहले बाबा घसीटा के नाम पर ग्रीन कार्ड बना था। जिस पर दो लाख रुपये बकाया हो गया। बैंक जाने पर इसे घटाकर एक लाख दो हजार रुपये कर दिया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत मेंं आने पर 95 हजार में मामले का निस्तारण हो गया।
विज्ञापन
विज्ञापन
इससे पहले राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश डॉ. विदुषी सिंह ने फीता काटकर व दीप जलाकर किया। इसके बाद उन्होंने न्यायालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत व न्यायालयों का निरीक्षण किया। जनपद न्यायाधीश ने अधिक से अधिक वादों का निस्तारण किए जाने के निर्देश दिए।
फोटो 13 एमएएचपी 21 परिचय-राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों के निस्तारण के लिए जुटी वादकारियों की भ
फोटो 13 एमएएचपी 21 परिचय-राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों के निस्तारण के लिए जुटी वादकारियों की भ
फोटो 13 एमएएचपी 21 परिचय-राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों के निस्तारण के लिए जुटी वादकारियों की भ