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Mahoba News: एक हजार किसान लाइन में लगे, 500 को न टोकन मिला न खाद
संवाद न्यूज एजेंसी, महोबा
Updated Sat, 13 Sep 2025 12:18 AM IST
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एसके महाविद्यालय में टाेकन लेने के लिए किसानों की जुटी भीड़। संवाद
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बेलाताल (महोबा)। जिले में खाद को लेकर मारामारी शुरू हो गई है। पीसीएफ कृषक सेवा केंद्र व सहकारी समिति जैतपुर में बृहस्पतिवार को किसानोंं के जाम और हंगामे के बाद शुक्रवार को खाद का वितरण कराया गया। सुबह छह बजे से लंबी कतारों में लगे करीब 500 किसानों को दो-दो बोरी डीएपी मिली। स्टॉक खत्म होने से 500 से अधिक किसान बैरंग लौट गए। इससे उनमें नाराजगी नजर आई।
किसानोंं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने एसके महाविद्यालय जैतपुर से खाद के लिए टोकन वितरित कराए गए। सुबह छह बजे से ही जैतपुर के अलावा छितरवारा, मंगरौलकलां, बुधौरा, मवइया, अकौना, बछेछरखुर्द, बिहार, कोटरा, कैथोरा आदि गांव के महिला व पुरुष किसान लंबी-लंबी कतारों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। नायब तहसीलदार पंकज गौतम और पुलिस की मौजूदगी में किसानोंं को दो-दो बोरी खाद के लिए टोकन दिए गए। टोकन लेने के बाद किसान चार किमी दूर पीसीएफ व सहकारी समिति पहुंचे। यहां से उन्हें खाद वितरित की गई। अधिकांश किसानों को घंटोंं लाइन में लगने के बाद भी टोकन नहीं मिले। इससे वह खाली हाथ लौट गए।
रबी फसल की तैयारी में जुटे किसान खाद के लिए समितियों में पहुंच रहे हैं लेकिन भरपूर खाद न मिलने से उन्हें फसल की बोआई में देरी होने और उत्पादन घटने की आशंका है। नायब तहसीलदार ने बताया कि जिले में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जल्द ही समिति में दोबारा खाद भेजी जाएगी। सभी किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाएगी। किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।
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कैथौरा के किसान संदीप का कहना है कि वह सुबह छह बजे से पहले खाद के लिए लाइन में लग गए थे। घंटों इंतजार के बाद भी उन्हें टोकन नहीं मिला। जानकारी करने पर कर्मचारियों ने बताया कि अब अगली बार जब खाद बटेगी, तब आना। दो दिन से वह समिति के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन एक बोरी भी खाद नहीं मिली।
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छह बोरी की जरूरत थी, सिर्फ दो मिली
बुधौरा के किसान दिल्लीपत का कहना है कि वह सुबह छह बजे समिति आ गए थे। घंटों लाइन में लगने के बाद दो बोरी खाद मिली। उन्हें छह बोरी डीएपी की जरूरत है। तब कर्मचारियों ने जानकारी दी कि अब जब अगली बार खाद आएगी तब मिलेगी। धक्का-मुक्की व लाइन में लगने के दौरान भारी परेशानी हुई।
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सुबह से लाइन में लगे न टोकन मिला न खाद
कैथौरा गांव के गौरव सिंह का कहना है कि वह खाद के लिए सुबह से एसके महाविद्यालय वितरण केंद्र पर पहुंच गए थे। बीच लाइन में लगे थे लेकिन भीड़ अधिक होने से करीब 500 किसानोंं को ही टोकन मिल सके। उन्हें टोकन न मिलने से खाद नहीं मिली। यदि, इस बार भी समय से खाद नहीं मिली तो बोआई पिछड़ जाएगी।
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आज टोकने के लिए परेशानी, अब खाद के लिए होगी
किसान भारत सिंह का कहना है कि जरूरत के मुताबिक डीएपी खाद नहीं मिला। एक टोकन पर दो बोरी खाद दिया गया। टोकन लेने के लिए सुबह से लंबी लाइन में लगना पड़ा। अब उन्हें खाद के लिए समिति के चक्कर लगाने पड़ेगे। दोबारा खाद का वितरण कब होगा, इसकी कोई सही जानकारी देने वाला नहीं है।

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किसानोंं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने एसके महाविद्यालय जैतपुर से खाद के लिए टोकन वितरित कराए गए। सुबह छह बजे से ही जैतपुर के अलावा छितरवारा, मंगरौलकलां, बुधौरा, मवइया, अकौना, बछेछरखुर्द, बिहार, कोटरा, कैथोरा आदि गांव के महिला व पुरुष किसान लंबी-लंबी कतारों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। नायब तहसीलदार पंकज गौतम और पुलिस की मौजूदगी में किसानोंं को दो-दो बोरी खाद के लिए टोकन दिए गए। टोकन लेने के बाद किसान चार किमी दूर पीसीएफ व सहकारी समिति पहुंचे। यहां से उन्हें खाद वितरित की गई। अधिकांश किसानों को घंटोंं लाइन में लगने के बाद भी टोकन नहीं मिले। इससे वह खाली हाथ लौट गए।
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रबी फसल की तैयारी में जुटे किसान खाद के लिए समितियों में पहुंच रहे हैं लेकिन भरपूर खाद न मिलने से उन्हें फसल की बोआई में देरी होने और उत्पादन घटने की आशंका है। नायब तहसीलदार ने बताया कि जिले में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जल्द ही समिति में दोबारा खाद भेजी जाएगी। सभी किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाएगी। किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।
कैथौरा के किसान संदीप का कहना है कि वह सुबह छह बजे से पहले खाद के लिए लाइन में लग गए थे। घंटों इंतजार के बाद भी उन्हें टोकन नहीं मिला। जानकारी करने पर कर्मचारियों ने बताया कि अब अगली बार जब खाद बटेगी, तब आना। दो दिन से वह समिति के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन एक बोरी भी खाद नहीं मिली।
छह बोरी की जरूरत थी, सिर्फ दो मिली
बुधौरा के किसान दिल्लीपत का कहना है कि वह सुबह छह बजे समिति आ गए थे। घंटों लाइन में लगने के बाद दो बोरी खाद मिली। उन्हें छह बोरी डीएपी की जरूरत है। तब कर्मचारियों ने जानकारी दी कि अब जब अगली बार खाद आएगी तब मिलेगी। धक्का-मुक्की व लाइन में लगने के दौरान भारी परेशानी हुई।
सुबह से लाइन में लगे न टोकन मिला न खाद
कैथौरा गांव के गौरव सिंह का कहना है कि वह खाद के लिए सुबह से एसके महाविद्यालय वितरण केंद्र पर पहुंच गए थे। बीच लाइन में लगे थे लेकिन भीड़ अधिक होने से करीब 500 किसानोंं को ही टोकन मिल सके। उन्हें टोकन न मिलने से खाद नहीं मिली। यदि, इस बार भी समय से खाद नहीं मिली तो बोआई पिछड़ जाएगी।
आज टोकने के लिए परेशानी, अब खाद के लिए होगी
किसान भारत सिंह का कहना है कि जरूरत के मुताबिक डीएपी खाद नहीं मिला। एक टोकन पर दो बोरी खाद दिया गया। टोकन लेने के लिए सुबह से लंबी लाइन में लगना पड़ा। अब उन्हें खाद के लिए समिति के चक्कर लगाने पड़ेगे। दोबारा खाद का वितरण कब होगा, इसकी कोई सही जानकारी देने वाला नहीं है।
एसके महाविद्यालय में टाेकन लेने के लिए किसानों की जुटी भीड़। संवाद