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India-Pakistan Tension: पाकिस्तान के 'नापाक' हमले, 30 दिन की छुट्टी पर आया जवान; 5 दिन में ड्यूटी पर लौटा
संवाद न्यूज एजेंसी, मथुरा
Published by: अमर उजाला ब्यूरो
Updated Fri, 09 May 2025 01:41 PM IST
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सार
India Pakistan Tension Day 3: भारत और पाकिस्तान के बीच शुरू हुए संघर्ष के बीच जवानों की छुट्टियां रद्द की जा रही हैं। मथुरा में 30 दिन की छुट्टी लेकर आए जवान को पांच दिन बाद ही ड्यूटी पर वापस बुला लिया गया।

मथुरा। जवान जीत सिंह
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी

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विस्तार
एक माह की छुट्टी पर घर आए सीआरपीएफ के जवान को छुट्टी रद्द होने के कारण लौटना पड़ा। जवान ने जरूरी कार्य भी फिलहाल रोक दिए हैं। बटालियन के हेडक्वार्टर से छुट्टी रद्द कर तत्काल ड्यूटी पर पहुंचने की सूचना से जवान के परिजन सहमे हुए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद जवान ने भी जल्द देश की आन, बान और शान को बचाने की बात कही। परिजन को उसके लौटने का इंतजार है।
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कस्बा के सहजुआ थोक निवासी जीत सिंह सीआरपीएफ की 182 बटालियन में तैनात हैं। वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के करीमाबाद में है। जीत सिंह परिवार के साथ समय गुजारने और जरूर काम की वजह से 2 मई शुक्रवार को 30 दिन की छुट्टियां लेकर आए। शनिवार की शाम 7 बजे अपने घर पहुंचे और अगले दिन रविवार 5 मई को अपनी साली राधा चौधरी की शादी में शामिल होने के लिए परिजन के साथ बाजना के गांव मुकंदगढ़ी पहुंचे। यहां शादी में विभिन्न प्रकार की रस्में निभाईं। था। शादी संपन्न होने के दौरान अचानक सीआरपीएफ हेडक्वार्टर से जवान जीत सिंह को छुट्टियां रद्द होने की सूचना मिली। उन्हें जल्द बटालियन मुख्यालय पर पहुंचने के निर्देश मिले। उन्हें सिर्फ 5 दिन परिवार के साथ बिताने का मौका मिला। बृहस्पतिवार को जीत सिंह ड्यूटी के लिए रवाना हो गए।
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14 आतंकवादियों के घर तोड़े
जीत सिंह ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद उन्होंने आतंकवादियों को खोजने और उनके ठिकानों का पता लगाने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया था। बटालियन के जवानों ने 14 चिन्हित आतंकवादियों के घर तोड़े। जीत सिंह के अनुसार पत्नी व बच्चों सहित परिवार के साथ छुट्टियां बिताने का कम समय मिला। पत्नी लक्ष्मी चौधरी, बेटा विराट, तनिष, बड़े भाई त्रिलोक सिंह, हरेश चौधरी को उनके लौटने का इंतजार रहेगा। भाई हरेश चौधरी ने बताया कि 30 दिन की छुट्टियां लेकर घर आया भाई 5 दिन बाद ही ड्यूटी पर रवाना हो गया। नगर पंचायत सौंख के चेयरमैन योगेश लंबरदार ने कहा कि एक सैनिक का जीवन हरपल राष्ट्र सुरक्षा को समर्पित रहता है।
जीत सिंह ने बताया कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले के बाद उन्होंने आतंकवादियों को खोजने और उनके ठिकानों का पता लगाने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया था। बटालियन के जवानों ने 14 चिन्हित आतंकवादियों के घर तोड़े। जीत सिंह के अनुसार पत्नी व बच्चों सहित परिवार के साथ छुट्टियां बिताने का कम समय मिला। पत्नी लक्ष्मी चौधरी, बेटा विराट, तनिष, बड़े भाई त्रिलोक सिंह, हरेश चौधरी को उनके लौटने का इंतजार रहेगा। भाई हरेश चौधरी ने बताया कि 30 दिन की छुट्टियां लेकर घर आया भाई 5 दिन बाद ही ड्यूटी पर रवाना हो गया। नगर पंचायत सौंख के चेयरमैन योगेश लंबरदार ने कहा कि एक सैनिक का जीवन हरपल राष्ट्र सुरक्षा को समर्पित रहता है।