Meerut: जेल में कौन कराना चाहता था वारदात? कारतूस सहित दो युवक पकड़े, हिस्ट्रीशीटर का नाम उछला, पुलिस अलर्ट
मेरठ जिला कारागार में कारतूस ले जाने की कोशिश करते हुए दो युवक पकड़े गए। पूछताछ में खुलासा हुआ कि कारतूस जेल में बंद हिस्ट्रीशीट ने मंगवाए थे। इधर कुख्यात अपराधी योगेश भदौड़ा के जमानत पर बाहर आने के बाद पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है।
विस्तार
मेरठ जिला जेल में कारतूस ले जाने की कोशिश में गिरफ्तार किए गए प्रमेंद्र और सुदेश से पुलिस ने गहन पूछताछ की है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर नवनीत उर्फ मीनू टिमकिया ने ही कारतूस मंगवाए थे। मीनू योगेश भदौड़ा के शूटर हैं।
कारागार के गेट पर चैकिंग के दौरान गिरफ्तारी
जेल के गेट पर चेकिंग के दौरान पकड़े गए पथौली निवासी प्रमेंद्र और मोहम्मदपुर निवासी सुदेश को मेडिकल कॉलेज थाना पुलिस ने कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया। इस संबंध में कारागार के हेड वार्डन रनवीर सिंह ने मेडिकल थाने में दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। उधर, जेल में मीनू की बैरक भी बदल दी गई है।
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जानी थाना क्षेत्र के गांव टिमकिया निवासी नवनीत उर्फ मीनू 25 नवंबर को गैर जमानती वारंट होने पर कोर्ट में पेश होकर जेल गया था। वह जानी थाने का हिस्ट्रीशीटर है और योगेश भदौड़ा का शूटर है। मंगलवार को प्रमेंद्र और सुदेश दोनों जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर मीनू से मुलाकात करने जिला कारागार आए थे। वहां मुलाकात से पहले बंदी रक्षकों द्वारा चेकिंग करने पर प्रमेंद्र की जेब से .32 बोर के चार कारतूस और सुदेश की पेंट की जेब से. 315 बोर का एक कारतूस मिला था। जेल अधिकारियों ने दोनों को पकड़ कर मेडिकल थाना पुलिस को हवाले कर दिया था।
सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने बताया कि दोनों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वह दोनों नवनीत उर्फ मीनू से मिलने जेल में आए थे। मीनू के परिजनों ने उन्हें थैला दिया था। थैले में ही कारतूस थे। वह फल लेकर आए। यहां चेकिंग होने पर उन्होंने पर कारतूस निकालकर जब में रख लिए थे।
जेल में रची जा रही थी साजिश, मीनू की बैरक बदली
दोनों नवनीत उर्फ मीनू के परिचित है। दोनों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। सीओ ने बताया कि मीनू ने क्यों कारतूस मंगवाए थे, क्या साजिश वह रच रहा है। इसकी पुलिस जांच कर रही है।
जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि जेल प्रशासन ने नवनीत उर्फ मीनू की बैरक बदल दी है। उसकी निगरानी की जा रही है। कोर्ट द्वारा जेल भेजे गए प्रमेंद्र और सुदेश को भी अलग-अलग बैरक में रखा गया है। उन्होंने बताया कि जेल में उद्यम सिंह गिरोह का कोई सदस्य नहीं है।
योगेश भदौड़ा जेल से बाहर आया, पुलिस ने निगरानी बढ़ाई
शातिर अपराधी योगेश भदौड़ा जमानत पर सिद्धार्थनगर जेल से रिहा होकर बाहर आ गया है। इसके बाहर आने पर पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है। पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि उसका शूटर नवनीत उर्फ मीनू कोई बड़ी वारदात करने के लिए जेल में तो नहीं गया और इसीलिए उसने कारतूस मंगवाए थे।
हिस्ट्रीशीटर नवनीत उर्फ मीनू योगेश भदौड़ा का शार्प शूटर है। उसने वर्ष 2013 में उधमसिंह के शूटर नितिन गंजा की कचहरी में हत्या कर दी थी। वह 2019 में नक्श ट्रेनिंग कंपनी में लूट के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
जमानत पर आने पर उसका जनवरी 2025 को फायरिंग करते हुए का वीडियो वायरल हुआ था। तब एसएसपी ने उस प 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। 22 जनवरी को वह पुराने मामले में जमानत तुड़वाकर जेल चला गया था। बाद में वह जमानत पर रिहा हो गया था।