{"_id":"694af682cfd9f3e1a3040844","slug":"mausam-news-muzaffarnagar-news-c-29-1-mng1004-161434-2025-12-24","type":"story","status":"publish","title_hn":"Muzaffarnagar News: सनातन धर्म महाविद्यालय बनेगा अब मौसम प्रहरी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Muzaffarnagar News: सनातन धर्म महाविद्यालय बनेगा अब मौसम प्रहरी
विज्ञापन
विज्ञापन
मुजफ्फरनगर। सनातन धर्म महाविद्यालय में मौसम की सटीक जानकारी देने के लिए भारतीय उष्ण कटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान पुणे के सहयोग से जल्दी ही अत्याधुनिक ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन स्थापित किया जाएगा। यह मौसम के बदलावों पर वैज्ञानिक निगाह रखेगा। महाविद्यालय में स्टेशन की स्थापना के लिए भूमि चिन्हांकन, तकनीकी परीक्षण और औपचारिकताएं पूरी करने के साथ समझौते पर हस्ताक्षर कर लिए गए हैं।
महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. गौरव भारती, मौसम विज्ञान संस्थान के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वैज्ञानिक डॉ. थारा प्रभाकरन, वैज्ञानिक डॉ. शिव साईं ने योजना समझौते पर हस्ताक्षर किए। प्रोजेक्ट वैज्ञानिक नीतिंग सिंह व वैज्ञानिक करण सिंह ने समझौते की प्रति कॉलेज के प्राचार्य को सौंपी।
महाविद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि भारतीय उष्ण कटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भारत सरकार का एक स्वायत्त संगठन है। मौसम विज्ञान केंद्र हवा की गति, दिशा, तापमान, नमी, वायुदाब आदि को रिकॉर्ड करता है। इन आंकड़ों के आधार पर मौसम के सटीक पूर्वानुमान की जानकारी प्राप्त होती है।
प्रोफेसर गौरव भारती ने बताया कि वेदर स्टेशन पूरी तरह स्वचालित होगा, जो बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के कार्य करेगा। नेटवर्क बाधित होने पर भी यह डाटा को संग्रहीत रखेगा और सौर ऊर्जा से संचालित रहेगा।
यह स्टेशन तापमान, वर्षा, आर्द्रता, वायुदाब, हवा की दिशा और गति जैसी तमाम जानकारी स्वचालित रूप से एकत्र करेगा और सीधे केंद्रीय सर्वर पर भेजेगा। इसके माध्यम से मौसम पूर्वानुमान अधिक सटीक और वास्तविक समय पर उपलब्ध हो सकेगा।
Trending Videos
महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. गौरव भारती, मौसम विज्ञान संस्थान के प्रोजेक्ट डायरेक्टर वैज्ञानिक डॉ. थारा प्रभाकरन, वैज्ञानिक डॉ. शिव साईं ने योजना समझौते पर हस्ताक्षर किए। प्रोजेक्ट वैज्ञानिक नीतिंग सिंह व वैज्ञानिक करण सिंह ने समझौते की प्रति कॉलेज के प्राचार्य को सौंपी।
विज्ञापन
विज्ञापन
महाविद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि भारतीय उष्ण कटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भारत सरकार का एक स्वायत्त संगठन है। मौसम विज्ञान केंद्र हवा की गति, दिशा, तापमान, नमी, वायुदाब आदि को रिकॉर्ड करता है। इन आंकड़ों के आधार पर मौसम के सटीक पूर्वानुमान की जानकारी प्राप्त होती है।
प्रोफेसर गौरव भारती ने बताया कि वेदर स्टेशन पूरी तरह स्वचालित होगा, जो बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के कार्य करेगा। नेटवर्क बाधित होने पर भी यह डाटा को संग्रहीत रखेगा और सौर ऊर्जा से संचालित रहेगा।
यह स्टेशन तापमान, वर्षा, आर्द्रता, वायुदाब, हवा की दिशा और गति जैसी तमाम जानकारी स्वचालित रूप से एकत्र करेगा और सीधे केंद्रीय सर्वर पर भेजेगा। इसके माध्यम से मौसम पूर्वानुमान अधिक सटीक और वास्तविक समय पर उपलब्ध हो सकेगा।
