{"_id":"692377ad77a8749daf0373bd","slug":"no-water-in-dakra-canal-irrigation-of-thousands-of-hectares-of-land-affected-rampur-news-c-282-1-rmp1025-158479-2025-11-24","type":"story","status":"publish","title_hn":"Rampur News: डकरा नहर में पानी नहीं, हजारों हेक्टेयर भूमि की सिंचाई प्रभावित","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Rampur News: डकरा नहर में पानी नहीं, हजारों हेक्टेयर भूमि की सिंचाई प्रभावित
संवाद न्यूज एजेंसी, रामपुर
Updated Mon, 24 Nov 2025 02:37 AM IST
विज्ञापन
विज्ञापन
मिलक खानम (रामपुर)। क्षेत्र के पीपली वन सीमा स्थित उत्तराखंड की डकरा नदी डेम से निकली डकरा नहर इन दिनों सूखी पड़ी है, जबकि किसानों को गेहूं समेत अन्य रबी फसलों की सिंचाई की सख्त जरूरत है।
नहर में पानी न छोड़े जाने से करीब आठ किलोमीटर लंबी नहर से जुड़े आधा दर्जन गांवों की हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचाई से वंचित है। यह नहर पीपली वन क्षेत्र के वन्य जीवों के साथ मटखेड़ा से लेकर मुल्लाखेड़ा तक कई गांवों की कृषि भूमि की जीवनरेखा मानी जाती है।
किसानों ने बताया कि अक्टूबर माह में सिंचाई विभाग ने नहर की घास-झाड़ियां व सिल्ट की सफाई कराई थी, लेकिन तब से अब तक नहर में पानी नहीं छोड़ा गया। किसानों का आरोप है कि विभाग की लापरवाही के चलते उन्हें मजबूरी में वैकल्पिक संसाधनों से फसलों की सिंचाई करनी पड़ रही है, जिससे उनकी लागत बढ़ रही है और आर्थिक नुकसान भी हो रहा है।
किसानों ने सिंचाई विभाग से नहर में तुरंत पानी छोड़े जाने की मांग की है, ताकि आगामी रबी सीजन की फसलों को बचाया जा सके। यह भी कहना है कि जब सिंचाई के लिए पानी नहीं छोड़ा जा रहा तब फिर प्रत्येक वर्ष नहरों की सफाई का क्या औचित्य है, क्यों सालाना खर्चा किया जाता है ?
-- -- -- -- -- -- -- -- -
नगर खेती की रीढ़, पर पानी नहीं
अलीनगर टाह के किसान रिजवान अली ने बताया कि नहर हमारी खेती की रीढ़ है। पानी न आने से गेहूं की बुवाई पर असर पड़ रहा है। लगातार महंगा डीजल खर्च कर पंप चलाना पड़ रहा है।
-- -- -- -- -- -- -- -- -- -
शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं
डकरा के किसान भूपेंद्र सिंह का कहना है कि डकरा नहर से पूरे इलाके की सिंचाई होती है। पानी न मिलने से किसानों को भारी आर्थिक क्षति हो रही है। विभाग से कई बार शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
-- -- -- -- --
वैकल्पिक साधनों से हो रही सिंचाई
माटखेड़ा के किसान परमजीत सिंह कहते हैं कि क्षेत्र के किसान नहर में पानी न छोड़े जाने के कारण वैकल्पिक साधनों से सिंचाई कर रहे हैं, जिससे लागत दोगुनी हो गई है। विभाग को तुरंत नहर में पानी छोड़ना चाहिए। वर्ना प्रत्येक वर्ष नहरों की सफाई के नाम पर पैसा खपाना भी बंद होना चाहिए।
-- -- -- -- -- -- -- -- -- -- --
पानी न आने से पूरा इलाका प्रभावित
अलीनगर टाह के अखलाकुन्नबी ने बताया कि डकरा नहर सिर्फ किसानों ही नहीं, वन्य जीवों के लिए भी जरूरी है। पानी न आने से पूरा इलाका प्रभावित है। प्रशासन को जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।
Trending Videos
नहर में पानी न छोड़े जाने से करीब आठ किलोमीटर लंबी नहर से जुड़े आधा दर्जन गांवों की हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि सिंचाई से वंचित है। यह नहर पीपली वन क्षेत्र के वन्य जीवों के साथ मटखेड़ा से लेकर मुल्लाखेड़ा तक कई गांवों की कृषि भूमि की जीवनरेखा मानी जाती है।
विज्ञापन
विज्ञापन
किसानों ने बताया कि अक्टूबर माह में सिंचाई विभाग ने नहर की घास-झाड़ियां व सिल्ट की सफाई कराई थी, लेकिन तब से अब तक नहर में पानी नहीं छोड़ा गया। किसानों का आरोप है कि विभाग की लापरवाही के चलते उन्हें मजबूरी में वैकल्पिक संसाधनों से फसलों की सिंचाई करनी पड़ रही है, जिससे उनकी लागत बढ़ रही है और आर्थिक नुकसान भी हो रहा है।
किसानों ने सिंचाई विभाग से नहर में तुरंत पानी छोड़े जाने की मांग की है, ताकि आगामी रबी सीजन की फसलों को बचाया जा सके। यह भी कहना है कि जब सिंचाई के लिए पानी नहीं छोड़ा जा रहा तब फिर प्रत्येक वर्ष नहरों की सफाई का क्या औचित्य है, क्यों सालाना खर्चा किया जाता है ?
नगर खेती की रीढ़, पर पानी नहीं
अलीनगर टाह के किसान रिजवान अली ने बताया कि नहर हमारी खेती की रीढ़ है। पानी न आने से गेहूं की बुवाई पर असर पड़ रहा है। लगातार महंगा डीजल खर्च कर पंप चलाना पड़ रहा है।
शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं
डकरा के किसान भूपेंद्र सिंह का कहना है कि डकरा नहर से पूरे इलाके की सिंचाई होती है। पानी न मिलने से किसानों को भारी आर्थिक क्षति हो रही है। विभाग से कई बार शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
वैकल्पिक साधनों से हो रही सिंचाई
माटखेड़ा के किसान परमजीत सिंह कहते हैं कि क्षेत्र के किसान नहर में पानी न छोड़े जाने के कारण वैकल्पिक साधनों से सिंचाई कर रहे हैं, जिससे लागत दोगुनी हो गई है। विभाग को तुरंत नहर में पानी छोड़ना चाहिए। वर्ना प्रत्येक वर्ष नहरों की सफाई के नाम पर पैसा खपाना भी बंद होना चाहिए।
पानी न आने से पूरा इलाका प्रभावित
अलीनगर टाह के अखलाकुन्नबी ने बताया कि डकरा नहर सिर्फ किसानों ही नहीं, वन्य जीवों के लिए भी जरूरी है। पानी न आने से पूरा इलाका प्रभावित है। प्रशासन को जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।