{"_id":"6931f76375f5e32ecb000129","slug":"the-gang-has-committed-four-murders-in-sambhal-district-to-get-insurance-claims-sambhal-news-c-275-1-smbd1030-129761-2025-12-05","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sambhal News: बीमा क्लेम पाने के लिए संभल जिले में चार हत्याएं कर चुका है गिरोह, ईडी भी कर रही है जांच","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sambhal News: बीमा क्लेम पाने के लिए संभल जिले में चार हत्याएं कर चुका है गिरोह, ईडी भी कर रही है जांच
विज्ञापन
विज्ञापन
संभल। बीमा क्लेम हड़पने वाले गिरोह संभल जिले में चार हत्याएं कर चुका है और क्लेम भी हड़प चुका है। पुलिस चार हत्याओं के मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पूरे गिरोह के 50 से ज्यादा आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का क्लेम इस गिरोह ने पाया है। इसकी जांच ईडी भी कर रही है। ईडी ने लखनऊ में केस दर्ज किया था। संभल पुलिस की जांच भी अभी चल रही है। जितने भी आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं सभी के खिलाफ चार्जशीट न्यायालय में दाखिल की जा चुकी है।
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि गिरोह बीमा क्लेम पाने के लिए हत्याएं कर रहा था। इसके अलावा मर चुके लोगों के साथ मरणासन्न स्थिति वाले लोगों के बीमा कराता था और फर्जी दस्तावेज के आधार पर क्लेम पा लेता था। इस गिरोह में बैंक से लेकर जिम्मेदार विभागों के कर्मचारी भी शामिल रहे थे।
एसपी ने बताया कि गिरोह नौजवान या ऐसे लोगों को चिह्नित करता था। जिनके परिवार में उनकी सुध लेना वाला कोई न हो। जालसाजी से अलग-अलग कंपनी में बीमा पॉलिसी कराई जाती थी और प्रीमियम भी खुद भरते थे। जब कई प्रीमियम भर देते थे तो पॉलिसी धारक की हत्या करते थे। हत्या को हादसा बनाने के लिए पूरी साजिश की जाती थी। गिरोह ने पुलिस को भी गुमराह किया था। 31 जुलाई को बदायूं जिले के थाना बिसौली अंतर्गत गांव दिलवारी निवासी दरियाब (38) की सड़क हादसे में मौत दिखाई गई थी। जिसका क्लेम भी ले लिया था। पुलिस ने एफआर लगा दी थी। लेकिन जब गिरोह सामने आया तो जांच कराई। जिसमें सामने आया कि दरियाब की गाड़ी से कुचलकर व हथौड़े से पीटकर हत्या की थी। 50 लाख रुपये से ज्यादा की अलग-अलग कंपनी में पॉलिसी कराई गई थीं। इसी तरह बदायूं जिले के ही थाना इस्लामनगर अंतर्गत मोहल्ला बमनपुरी निवासी दिव्यांग संजय की हत्या 20 जून 2024 को उसके छोटे भाई नवीन ने की थी। 95 लाख रुपये के बीमा क्लेम हड़पने के लिए वारदात को अंजाम दिया था। तीसरी हत्या दिल्ली निवासी अमन (20) की 15 नवंबर 2023 को अमरोहा जिले के रहरा थाना क्षेत्र में की गई थी। रिश्ते के मामा ने गिरोह के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। 2.70 करोड़ रुपये की अलग-अलग कंपनी में बीमा पॉलिसी कराई गई थीं। इसमें 20 लाख रुपये का क्लेम मिल भी गया था। चौथी हत्या धनारी निवासी सलीम की 29 जुलाई 2022 को अमरोहा के रहरा थाना क्षेत्र में ही की गई थी। सलीम का भी परिवार में कोई नहीं था।
0000000000
रजपुरा थाना पुलिस ने पकड़ा था इस गिरोह का सरगना, तब खुला पूरी गिरोह का राज
एसपी ने बताया कि 17 जनवरी को बीमा क्लेम हड़पने वाले गिरोह के सरगना वाराणसी के कैंट थाना क्षेत्र के फुलवरिया निवासी ओंकारेश्वर मिश्र और गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बबराला निवासी अमित को रजपुरा थाना पुलिस ने चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया था। इन्हीं आरोपियों ने बीमा क्लेम हड़पने का राजफाश किया था। बताया कि जिले के साथ दूसरे जिले में भी गिरोह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गईं। गिरोह के तार 12 राज्यों तक फैले होने के प्रमाण मिले हैं। इस गिरोह में निजी बैंक कर्मचारी, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव, आशा वर्कर, जनसेवा संचालक, बीमा कंपनी के इन्वेस्टिगेटर, बीमा कंपनी के मालिक भी शामिल थे। सभी की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
000000000000
संभल पुलिस के माध्यम से हापुड़ पुलिस ने किया था बड़ा खुलासा
हापुड़ पुलिस ने मेरठ के गंगानगर निवासी विशाल सिंघल को गिरफ्तार किया था। उसकी पत्नी ने संभल पुलिस को पत्र लिखकर बताया था कि उसके पति ने 2017 में मां, फिर पत्नी और उसके बाद पिता की हत्या की। मां और पत्नी की मौत भी हादसा बताई और बीमा क्लेम हड़प लिया था। इसके बाद ही 2024 में पिता की हत्या की साजिश की और 39 करोड़ रुपये की बीमा पॉलिसी कराईं थीं। इसके बाद हत्या कर दी और हादसा बताकर क्लेम पाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इस आरोप के बाद संभल पुलिस ने जांच की।जिसमें आरोप सही पाए गए। इसके बाद हापुड़ जिले की पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था।
Trending Videos
एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि गिरोह बीमा क्लेम पाने के लिए हत्याएं कर रहा था। इसके अलावा मर चुके लोगों के साथ मरणासन्न स्थिति वाले लोगों के बीमा कराता था और फर्जी दस्तावेज के आधार पर क्लेम पा लेता था। इस गिरोह में बैंक से लेकर जिम्मेदार विभागों के कर्मचारी भी शामिल रहे थे।
विज्ञापन
विज्ञापन
एसपी ने बताया कि गिरोह नौजवान या ऐसे लोगों को चिह्नित करता था। जिनके परिवार में उनकी सुध लेना वाला कोई न हो। जालसाजी से अलग-अलग कंपनी में बीमा पॉलिसी कराई जाती थी और प्रीमियम भी खुद भरते थे। जब कई प्रीमियम भर देते थे तो पॉलिसी धारक की हत्या करते थे। हत्या को हादसा बनाने के लिए पूरी साजिश की जाती थी। गिरोह ने पुलिस को भी गुमराह किया था। 31 जुलाई को बदायूं जिले के थाना बिसौली अंतर्गत गांव दिलवारी निवासी दरियाब (38) की सड़क हादसे में मौत दिखाई गई थी। जिसका क्लेम भी ले लिया था। पुलिस ने एफआर लगा दी थी। लेकिन जब गिरोह सामने आया तो जांच कराई। जिसमें सामने आया कि दरियाब की गाड़ी से कुचलकर व हथौड़े से पीटकर हत्या की थी। 50 लाख रुपये से ज्यादा की अलग-अलग कंपनी में पॉलिसी कराई गई थीं। इसी तरह बदायूं जिले के ही थाना इस्लामनगर अंतर्गत मोहल्ला बमनपुरी निवासी दिव्यांग संजय की हत्या 20 जून 2024 को उसके छोटे भाई नवीन ने की थी। 95 लाख रुपये के बीमा क्लेम हड़पने के लिए वारदात को अंजाम दिया था। तीसरी हत्या दिल्ली निवासी अमन (20) की 15 नवंबर 2023 को अमरोहा जिले के रहरा थाना क्षेत्र में की गई थी। रिश्ते के मामा ने गिरोह के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। 2.70 करोड़ रुपये की अलग-अलग कंपनी में बीमा पॉलिसी कराई गई थीं। इसमें 20 लाख रुपये का क्लेम मिल भी गया था। चौथी हत्या धनारी निवासी सलीम की 29 जुलाई 2022 को अमरोहा के रहरा थाना क्षेत्र में ही की गई थी। सलीम का भी परिवार में कोई नहीं था।
0000000000
रजपुरा थाना पुलिस ने पकड़ा था इस गिरोह का सरगना, तब खुला पूरी गिरोह का राज
एसपी ने बताया कि 17 जनवरी को बीमा क्लेम हड़पने वाले गिरोह के सरगना वाराणसी के कैंट थाना क्षेत्र के फुलवरिया निवासी ओंकारेश्वर मिश्र और गुन्नौर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत बबराला निवासी अमित को रजपुरा थाना पुलिस ने चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया था। इन्हीं आरोपियों ने बीमा क्लेम हड़पने का राजफाश किया था। बताया कि जिले के साथ दूसरे जिले में भी गिरोह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गईं। गिरोह के तार 12 राज्यों तक फैले होने के प्रमाण मिले हैं। इस गिरोह में निजी बैंक कर्मचारी, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव, आशा वर्कर, जनसेवा संचालक, बीमा कंपनी के इन्वेस्टिगेटर, बीमा कंपनी के मालिक भी शामिल थे। सभी की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
000000000000
संभल पुलिस के माध्यम से हापुड़ पुलिस ने किया था बड़ा खुलासा
हापुड़ पुलिस ने मेरठ के गंगानगर निवासी विशाल सिंघल को गिरफ्तार किया था। उसकी पत्नी ने संभल पुलिस को पत्र लिखकर बताया था कि उसके पति ने 2017 में मां, फिर पत्नी और उसके बाद पिता की हत्या की। मां और पत्नी की मौत भी हादसा बताई और बीमा क्लेम हड़प लिया था। इसके बाद ही 2024 में पिता की हत्या की साजिश की और 39 करोड़ रुपये की बीमा पॉलिसी कराईं थीं। इसके बाद हत्या कर दी और हादसा बताकर क्लेम पाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इस आरोप के बाद संभल पुलिस ने जांच की।जिसमें आरोप सही पाए गए। इसके बाद हापुड़ जिले की पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था।