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Shahjahanpur News: बाहर से लाकर छोड़ दिए बंदर... कई लोगों पर कर चुके हमला
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मदनापुर के ग्राम खाईंखेड़ा में बंदरों के हमले से घायल अंशिका। स्रोत: परिजन
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जलालाबाद। ब्लाॅक मदनापुर की ग्राम पंचायत खाईंखेड़ा तथा इसके मजरे नगलादमन के लोग लंबे समय से बंदरों के कारण परेशान हैं। बंदरों की यह समस्या तब से और बढ़ गई है जब करीब छह महीने पहले अज्ञात लोग बाहर से पकड़कर लाए दो सौ से ज्यादा बंदर गांव के पास छोड़ गए थे। बंदर कई लोगों को काट चुके हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि इन दिनों बंदर झुंड में घूमते रहते हैं। सुबह-शाम खाना बनाने के समय घर में पुरुष सदस्य लाठी लेकर मौजूद रहते हैं। बस्ती से भगाने पर ये बंदर खेतों का रुख करके फसलों को बर्बाद कर देते हैं। खुले घरों में रहने वाले लोगों को बंदर रात में भी चैन नहीं लेने देते।
छतों से लेकर गांव की गलियों तक हर जगह बंदरों का आतंक बना रहता है। इस गांव के रूपा यादव, राधे, अवधेश यादव आदि ने बताया कि छह महीने पहले अचानक बंदरों की संख्या बढ़ गई।
ग्रामीणाें ने बताया कि गांव में पहले से रह रहे बंदरों और नए आए बंदरों के बीच अक्सर संघर्ष होता है। इस दौरान बीच में कोई आ गया तो बंदर उसका बुरा हाल कर देते हैं। रूपा यादव ने बताया कि उसकी मां चंपा देवी और गांव निवासी कप्तान की बेटी अनीता को करीब 20 दिन पहले बंदरों ने इस कदर काटा था कि उन लोगों को कई टांके लगवाने पड़े थे।
पड़ोस की ग्राम पंचायत चदौरा बहादुरपुर तथा उसके मजरा कल्याणपुर तथा खेड़ा बहादुरपुर में भी काफी संख्या मे मौजूद बंदर लोगों के जीवन को मुश्किल मे डाले हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया इस समस्या का कोई उपाय करने को कई बार ग्राम प्रधान से कहा गया। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर भी कई बार काॅल की गई। इसके बावजूद कोई हल नहीं निकला।
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हाल में बंदरों के हमले की हुईं घटनाएं
15 दिसंबर 2025 : परौर के दसिया गांव में बंदरों के हमले में छत से गिरकर जसवीर सिंह के 11 वर्षीय प्रशांत की जान चली गई थी।
09 दिसंबर 2025 : जैतीपुर क्षेत्र के खेड़ारठ गांव में बंदरों की उछलकूद से गिरे मकान के छज्जे से दबकर 32 वर्षीय उमेश की मौत हो गई थी।
08 दिसंबर 2025 : कलान के मोहल्ला शिवनगर में बिजली उपकेंद्र के पास रहने वाले राजीव की पुत्री परी सोमवार को दोपहर घर की छत पर खेलते समय बंदरों का झुंड आता देख उनसे बचने के फेर में नीचे गिरकर घायल हो गईं।
26 नवंबर 2025 : मीरानपुर कटरा के सिउरा गांव में छत पर खेल रहे शिवम के पुत्र अर्पित को बंदरों ने काट लिया। कसरक गांव में किशन लाल के पुत्र अभय गोस्वामी और बाबूपुर बुजुर्ग उर्फ नगरा गांव में रामनिवास के पुत्र कृष्णा को भी बंदरों ने काटकर लहूलुहान कर दिया। बंगशान मोहल्ले में छत पर कपड़े सुखाने गईं उस्मान खां की पत्नी बानो खानम बंदरों के झुंड से बचने के लिए भागीं तो छत से नीचे गिरने से पैर टूट गया।
04 नवंबर 2025 : रोजा के देवरास गांव में बंदरों की उछलकूद से छज्जा गिरने से जिलेदार सिंह के चार वर्षीय बेटे कार्तिक की मलबे में दबकर मौत हो गई थी।
22 सितंबर 2025 : बंदरों के हमले से छत से छज्जे समेत नीचे गिरे कांट थाना क्षेत्र के औधापुर गांव निवासी 50 वर्षीय आसाराम की मौत हो गई।
14 मई 2025 : निगोही में रेलवे कॉलोनी निवासी 45 वर्षीय गुल्ले की बंदरों के हमले में छत से गिरकर मौत हो गई थी।
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बंदरों की समस्या के हल के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी। तहसीलस्तर पर अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा।
- रजनीश मिश्रा, एडीएम प्रशासन
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ग्रामीणों ने बताया कि इन दिनों बंदर झुंड में घूमते रहते हैं। सुबह-शाम खाना बनाने के समय घर में पुरुष सदस्य लाठी लेकर मौजूद रहते हैं। बस्ती से भगाने पर ये बंदर खेतों का रुख करके फसलों को बर्बाद कर देते हैं। खुले घरों में रहने वाले लोगों को बंदर रात में भी चैन नहीं लेने देते।
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छतों से लेकर गांव की गलियों तक हर जगह बंदरों का आतंक बना रहता है। इस गांव के रूपा यादव, राधे, अवधेश यादव आदि ने बताया कि छह महीने पहले अचानक बंदरों की संख्या बढ़ गई।
ग्रामीणाें ने बताया कि गांव में पहले से रह रहे बंदरों और नए आए बंदरों के बीच अक्सर संघर्ष होता है। इस दौरान बीच में कोई आ गया तो बंदर उसका बुरा हाल कर देते हैं। रूपा यादव ने बताया कि उसकी मां चंपा देवी और गांव निवासी कप्तान की बेटी अनीता को करीब 20 दिन पहले बंदरों ने इस कदर काटा था कि उन लोगों को कई टांके लगवाने पड़े थे।
पड़ोस की ग्राम पंचायत चदौरा बहादुरपुर तथा उसके मजरा कल्याणपुर तथा खेड़ा बहादुरपुर में भी काफी संख्या मे मौजूद बंदर लोगों के जीवन को मुश्किल मे डाले हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया इस समस्या का कोई उपाय करने को कई बार ग्राम प्रधान से कहा गया। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर भी कई बार काॅल की गई। इसके बावजूद कोई हल नहीं निकला।
हाल में बंदरों के हमले की हुईं घटनाएं
15 दिसंबर 2025 : परौर के दसिया गांव में बंदरों के हमले में छत से गिरकर जसवीर सिंह के 11 वर्षीय प्रशांत की जान चली गई थी।
09 दिसंबर 2025 : जैतीपुर क्षेत्र के खेड़ारठ गांव में बंदरों की उछलकूद से गिरे मकान के छज्जे से दबकर 32 वर्षीय उमेश की मौत हो गई थी।
08 दिसंबर 2025 : कलान के मोहल्ला शिवनगर में बिजली उपकेंद्र के पास रहने वाले राजीव की पुत्री परी सोमवार को दोपहर घर की छत पर खेलते समय बंदरों का झुंड आता देख उनसे बचने के फेर में नीचे गिरकर घायल हो गईं।
26 नवंबर 2025 : मीरानपुर कटरा के सिउरा गांव में छत पर खेल रहे शिवम के पुत्र अर्पित को बंदरों ने काट लिया। कसरक गांव में किशन लाल के पुत्र अभय गोस्वामी और बाबूपुर बुजुर्ग उर्फ नगरा गांव में रामनिवास के पुत्र कृष्णा को भी बंदरों ने काटकर लहूलुहान कर दिया। बंगशान मोहल्ले में छत पर कपड़े सुखाने गईं उस्मान खां की पत्नी बानो खानम बंदरों के झुंड से बचने के लिए भागीं तो छत से नीचे गिरने से पैर टूट गया।
04 नवंबर 2025 : रोजा के देवरास गांव में बंदरों की उछलकूद से छज्जा गिरने से जिलेदार सिंह के चार वर्षीय बेटे कार्तिक की मलबे में दबकर मौत हो गई थी।
22 सितंबर 2025 : बंदरों के हमले से छत से छज्जे समेत नीचे गिरे कांट थाना क्षेत्र के औधापुर गांव निवासी 50 वर्षीय आसाराम की मौत हो गई।
14 मई 2025 : निगोही में रेलवे कॉलोनी निवासी 45 वर्षीय गुल्ले की बंदरों के हमले में छत से गिरकर मौत हो गई थी।
बंदरों की समस्या के हल के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी। तहसीलस्तर पर अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा।
- रजनीश मिश्रा, एडीएम प्रशासन
