{"_id":"691e0b1be316d4f80a0c1ec3","slug":"crime-news-shamli-news-c-26-1-sal1002-153878-2025-11-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"Shamli News: फर्जी ऑफर लेटर तैयार कराकर विदेश भेज गया था छात्र","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Shamli News: फर्जी ऑफर लेटर तैयार कराकर विदेश भेज गया था छात्र
विज्ञापन
विज्ञापन
शामली। डेरा संगतपुर गांव के बीकॉम के छात्र दिलप्रीत सिंह को अमेरिका में नौकरी दिलाने के नाम पर 35 लाख रुपये की ठगी के मामले में क्राइम ब्रांच की जांच में कई तथ्य सामने आए हैं। जांच में सामने आया है कि हरियाणा के करनाल के तीन आरोपियों ने अमेरिका की बोलीविया स्थित एक कथित कंपनी का फर्जी ऑफर लेटर तैयार कर छात्र को दिया था।
डेरा संगतपुर निवासी किसान गुरबाज सिंह ने बीते 17 अप्रैल को झिंझाना थाने में करनाल के कुंजपुरा निवासी अर्शदीप, उसकी पत्नी जश्नकौर और परनीत सिंह के खिलाफ शिकायत दी थी। आरोप था कि उन्होंने उसके बेटे दिलप्रीत सिंह को विदेश में नौकरी दिलाने का लालच देकर 35 लाख रुपये ठग लिए, और उसे 31 मई 2024 को डंकी रूट से सोनाटा बॉर्डर, एरिजोना भेज दिया, जहां फर्जी दस्तावेजों के कारण वह सात माह तक जेल में बंद रहा। जांच में खुलासा यह हुआ कि दिलप्रीत के घरवालों ने आरोपियों से 24 मई 2024 को बात की थी, जबकि उन्हें दिया गया ऑफर लेटर सात दिसंबर 2023 को ही तैयार दिखाया गया।
पीड़ित छात्र दिलप्रीत सिंह ने बताया कि उसे अमेरिका की एक कंपनी में कर्मचारी की नौकरी का झांसा देकर कहा गया था कि यूरोप के रास्ते उसे 10 दिन में अमेरिका पहुंचा देंगे, लेकिन वादे के विपरीत उसे यूरोप की बजाय ब्राजील ले जाया गया। ब्राजील में ही उसके परिजनों पर दबाव बनाकर 15 लाख रुपये खाते में जमा कराए गए। इसके बाद उसे जंगल में छोड़ दिया गया।
पीड़ित के मुताबिक, उसके घर से भी 20 लाख रुपये आरोपी ले गए। इसके बाद उसे टैक्सन (अमेरिका) की जेल में डाल दिया गया, जहां वह लगभग सात माह तक बंद रहा। बाद में अमेरिकी सरकार ने उसे रिहा कर दिया।
पीड़ित का कहना है कि उसे भेजा गया ऑफर लेटर भी पूरी तरह फर्जी था। उसने वीजा को भी संदिग्ध बताया है, हालांकि पुलिस का कहना है कि वीजा की वास्तविकता की जांच की जा रही है और जांच के बाद ही तथ्य स्पष्ट होंगे।
अब कैसे चुकाऊंगा कर्ज
शामली। पीड़ित के पिता गुरबाज सिंह का कहना है कि उन्होंने पड़ोसियों और अन्य परिचितों से कर्ज लेकर बेटे को अमेरिका भेजने का सपना देखा था, लेकिन अब कर्ज का बोझ इतना बढ़ गया है कि परिवार का पालन-पोषण भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि कर्ज चुकाने के लिए संभवतः उन्हें खेत बेचने पड़ेंगे। उधर, आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के कारण दिलप्रीत अभी कोई नौकरी भी नहीं कर पा रहा है।
गुरबाज सिंह ने बताया कि वह कई बार पुलिस से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर चुके हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन दिया जाता है और कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। अब उन्होंने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है।
-छात्र को अमेरिका भेजने के नाम पर हुई ठगी के मामले में कई अहम सुराग पुलिस को मिले हैं। पूरा मामला क्राइम ब्रांच को जांच के लिए सौंपा गया है और जल्द ही इसमें सख्त कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा।
-नरेंद्र प्रताप सिंह, एसपी
Trending Videos
डेरा संगतपुर निवासी किसान गुरबाज सिंह ने बीते 17 अप्रैल को झिंझाना थाने में करनाल के कुंजपुरा निवासी अर्शदीप, उसकी पत्नी जश्नकौर और परनीत सिंह के खिलाफ शिकायत दी थी। आरोप था कि उन्होंने उसके बेटे दिलप्रीत सिंह को विदेश में नौकरी दिलाने का लालच देकर 35 लाख रुपये ठग लिए, और उसे 31 मई 2024 को डंकी रूट से सोनाटा बॉर्डर, एरिजोना भेज दिया, जहां फर्जी दस्तावेजों के कारण वह सात माह तक जेल में बंद रहा। जांच में खुलासा यह हुआ कि दिलप्रीत के घरवालों ने आरोपियों से 24 मई 2024 को बात की थी, जबकि उन्हें दिया गया ऑफर लेटर सात दिसंबर 2023 को ही तैयार दिखाया गया।
विज्ञापन
विज्ञापन
पीड़ित छात्र दिलप्रीत सिंह ने बताया कि उसे अमेरिका की एक कंपनी में कर्मचारी की नौकरी का झांसा देकर कहा गया था कि यूरोप के रास्ते उसे 10 दिन में अमेरिका पहुंचा देंगे, लेकिन वादे के विपरीत उसे यूरोप की बजाय ब्राजील ले जाया गया। ब्राजील में ही उसके परिजनों पर दबाव बनाकर 15 लाख रुपये खाते में जमा कराए गए। इसके बाद उसे जंगल में छोड़ दिया गया।
पीड़ित के मुताबिक, उसके घर से भी 20 लाख रुपये आरोपी ले गए। इसके बाद उसे टैक्सन (अमेरिका) की जेल में डाल दिया गया, जहां वह लगभग सात माह तक बंद रहा। बाद में अमेरिकी सरकार ने उसे रिहा कर दिया।
पीड़ित का कहना है कि उसे भेजा गया ऑफर लेटर भी पूरी तरह फर्जी था। उसने वीजा को भी संदिग्ध बताया है, हालांकि पुलिस का कहना है कि वीजा की वास्तविकता की जांच की जा रही है और जांच के बाद ही तथ्य स्पष्ट होंगे।
अब कैसे चुकाऊंगा कर्ज
शामली। पीड़ित के पिता गुरबाज सिंह का कहना है कि उन्होंने पड़ोसियों और अन्य परिचितों से कर्ज लेकर बेटे को अमेरिका भेजने का सपना देखा था, लेकिन अब कर्ज का बोझ इतना बढ़ गया है कि परिवार का पालन-पोषण भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि कर्ज चुकाने के लिए संभवतः उन्हें खेत बेचने पड़ेंगे। उधर, आरोपियों की गिरफ्तारी न होने के कारण दिलप्रीत अभी कोई नौकरी भी नहीं कर पा रहा है।
गुरबाज सिंह ने बताया कि वह कई बार पुलिस से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर चुके हैं, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन दिया जाता है और कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती। अब उन्होंने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है।
-छात्र को अमेरिका भेजने के नाम पर हुई ठगी के मामले में कई अहम सुराग पुलिस को मिले हैं। पूरा मामला क्राइम ब्रांच को जांच के लिए सौंपा गया है और जल्द ही इसमें सख्त कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा।
-नरेंद्र प्रताप सिंह, एसपी