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राप्ती के जलस्तर में बढ़ोतरी, सड़क की कटान
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बिजौरा के गागापुर के पास शाहपुर-सिंगारजोत मार्ग पर कटान करती नदी।
- फोटो : SIDDHARTHNAGAR
राप्ती के जलस्तर में बढ़ोतरी, सड़क की कटान
बिजौरा/शहियापुर। राप्ती नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। डुमरियागंज क्षेत्र के गागापुर के पास नदी की कटान से शाहपुर-सिंगारजोत मार्ग पर खतरा बढ़ गया है। यह सड़क कटान से सिर्फ दो फीट बची है। अगर कटान हुई तो यह मार्ग बंद हो जाएगा।
पिछले चार दिनों की बारिश के बाद राप्ती नदी में उफान आ गया है। क्षेत्र के सफीपुर और खंता के पास नालों में राप्ती नदी का पानी भर गया है। नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी से आसपास के गांव गागापुर, बिजौरा, जुडिकुइया, खंता, वेतनार, केशवाजोत आदि के लोग सहमे हुए हैं।
वहीं शहियापुर क्षेत्र में राप्ती नदी का पानी 132 केवी विद्युत उपकेंद्र के आवासीय परिसर और सिरसिया सीएचसी परिसर में घुस गया है। बिजली उप केंद्र और सीएचसी के कर्मचारियों का कहना है कि नदी के पानी के साथ जहरीले कीड़े कमरे में आ जा रहे हैं, जिससे लोग डरे हुए हैं। उनका कहना है कि परिसर के आसपास जलभराव से विभागीय कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है।
वही क्षेत्र के रामजियावन, हौसिला प्रसाद, हरिप्रसाद आदि किसानों का कहना है कि अगर बाढ़ का पानी खेत में फैलता है तो गेहूं आदि फसल की बुवाई समय से करनी मुश्किल होगी। उनके सामने खाद्यान्न का संकट पैदा हो सकता है।
एडीएम उमाशंकर ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बारिश के कारण नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। इससे रबी की फसल की बुवाई में देर होने की आशंका है। अतिवृष्टि से जहां किसानों का नुकसान हुआ है, उन क्षेत्रों के किसानों की शिकायत पर उन्हें मुआवजा दिया जाएगा।
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बिजौरा/शहियापुर। राप्ती नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। डुमरियागंज क्षेत्र के गागापुर के पास नदी की कटान से शाहपुर-सिंगारजोत मार्ग पर खतरा बढ़ गया है। यह सड़क कटान से सिर्फ दो फीट बची है। अगर कटान हुई तो यह मार्ग बंद हो जाएगा।
पिछले चार दिनों की बारिश के बाद राप्ती नदी में उफान आ गया है। क्षेत्र के सफीपुर और खंता के पास नालों में राप्ती नदी का पानी भर गया है। नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी से आसपास के गांव गागापुर, बिजौरा, जुडिकुइया, खंता, वेतनार, केशवाजोत आदि के लोग सहमे हुए हैं।
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वहीं शहियापुर क्षेत्र में राप्ती नदी का पानी 132 केवी विद्युत उपकेंद्र के आवासीय परिसर और सिरसिया सीएचसी परिसर में घुस गया है। बिजली उप केंद्र और सीएचसी के कर्मचारियों का कहना है कि नदी के पानी के साथ जहरीले कीड़े कमरे में आ जा रहे हैं, जिससे लोग डरे हुए हैं। उनका कहना है कि परिसर के आसपास जलभराव से विभागीय कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है।
वही क्षेत्र के रामजियावन, हौसिला प्रसाद, हरिप्रसाद आदि किसानों का कहना है कि अगर बाढ़ का पानी खेत में फैलता है तो गेहूं आदि फसल की बुवाई समय से करनी मुश्किल होगी। उनके सामने खाद्यान्न का संकट पैदा हो सकता है।
एडीएम उमाशंकर ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बारिश के कारण नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है। इससे रबी की फसल की बुवाई में देर होने की आशंका है। अतिवृष्टि से जहां किसानों का नुकसान हुआ है, उन क्षेत्रों के किसानों की शिकायत पर उन्हें मुआवजा दिया जाएगा।