दीपावली: पुष्य नक्षत्र में आज बन रहा खरीदारी का राजयोग, जान लें उत्तम मुहूर्त; मिलेगा विशेष लाभ
Diwali 2025: दीपावली से पहले वाहन और आभूषण खरीदने वालों के लिए शुभ मुहूर्त काफी मायने रखता है। वहीं, ज्योतिषाचार्यों की मानें तो मंगल पुष्य नक्षत्र में भूमि या भवन के क्षेत्र में निवेश सर्वाधिक लाभकारी होगा।

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Pushya Nakshatra 2025: दीपों के महापर्व दीपावली से पहले ही पुष्य नक्षत्र, अमृतसिद्धि, सर्वार्थ सिद्धि और सिद्धि राजयोग का महासंयोग बन रहा है। सबसे सर्वोत्तम मुहूर्त 14 और 15 अक्तूबर को बनने वाला पुष्य नक्षत्र का संयोग है। चल-अचल संपत्ति के साथ वाहन और आभूषण की खरीदारी का यह सबसे उत्तम मुहूर्त है। मंगलवार को शुरुआत होने के कारण अचल संपत्ति की खरीददारी तो बेहद लाभदायक होगी।

काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के पूर्व सदस्य ज्योतिषाचार्य पं. दीपक मालवीय ने बताया कि 14 अक्तूबर की शाम को 5:28 बजे पुष्य नक्षत्र की शुरूआत हो रही है जो अगले दिन 15 अक्तूबर की शाम 4:49 बजे तक रहेगा। दीपावली और धनतेरस से पहले यह खरीदारी के लिए शानदार मुहूर्त मिल रहा है।
इस समय कर सकते हैं खरीदारी
सभी नक्षत्रों में सर्वाधिक शुभ होने के कारण इसे नक्षत्रों का राजा भी कहते हैं। शास्त्रों में पुष्य को सौ दोषों को दूर करने वाला, शुभ कार्य में निश्चित सफलता दिलाने वाला और बहुमूल्य वस्तुओं की खरीदारी के लिए सबसे श्रेष्ठ एवं शुभ फलदायी मुहूर्त माना जाता है। मंगल पुष्य नक्षत्र को जहां धनवृष्टि का कारक माना गया है, वहीं बुध पुष्य नक्षत्र को सर्वार्थ सिद्धि देने वाला कहा जाता है।
मंगल पुष्य नक्षत्र में जमीन या मकान के साथ म्युचुअल फंड की खरीदारी लाभदायक रहेगी। पुष्य नक्षत्र में सोने, चांदी के आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है। इस दिन खरीदे गए आभूषण धन और समृद्धि के आगमन का संकेत देते हैं जिससे जीवन में स्थिरता और सुख-शांति बनी रहती है। इस दिन का दान अक्षत हो जाता है। मंत्रों की उपासना का सौ गुना से ज्यादा फल मिलता है। बुध पुष्य नक्षत्र में किए गए कार्य और खरीदारी सर्वार्थ सिद्धि दायक होगी।
सिद्ध और साध्य योग का भी रहेगा प्रभाव
पुष्य नक्षत्र के राजयोग में 14 और 15 अक्तूबर को पुष्य नक्षत्र के महामुहूर्त में सिद्ध और साध्य योग भी निर्मित हो रहे हैं। यह दोनों योग निवेश को फलदायक बनाते हैं। ज्योतिषाचार्य दैवज्ञ कृष्ण शास्त्री ने बताया कि मंगल पुष्य नक्षत्र में भूमि या भवन के क्षेत्र में निवेश सर्वाधिक लाभकारी होगा। इस महामुहूर्त का निवेश लंबे समय तक स्थिर लाभ प्रदान करेगा।
व्यापारिक सौदों के लिए अनुकूल मुहूर्त
ज्योतिषाचार्य पं. गौरीशंकर शुक्ला ने बताया कि इस नक्षत्र के स्वामी शनि और इसके देवता बृहस्पति होते हैं। ये दोनों ग्रह अच्छी स्थिति में है। पुष्य नक्षत्र का संयोग व्यापार के बड़े सौदों के लिए अनुकूल है। इसमें किसी नई डील, पार्टनरशिप या ब्रांच विस्तार की योजना को मूर्त रूप दिया जा सकता है।
पुष्य नक्षत्र के दो दिनों के मुहूर्त में किया गया कोई भी निवेश भविष्य में सफलता और मुनाफा दिला सकता है। ग्रहों की स्थितियों पर गौर करें तो शेयर बाजार में अस्थिरता या हल्की गिरावट आ सकती है। बावजूद इसके पुष्य नक्षत्र में किया गया निवेश भविष्य में अच्छा रिटर्न दे सकता है।
अमृतसिद्धि, सर्वार्थसिद्धि और सिद्धि राजयोग में करें खरीदारी
भृगु संहिता विशेषज्ञ पं. वेदमूर्ति शास्त्री ने बताया कि दीपावली पर खरीदारी के लिए के लिए अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और सिद्धि राजयोग का निर्माण हो रहा है। 17 अक्तूबर को सिद्धि राजयोग, 19 अक्तूबर को अमृतसिद्धि योग और 20 अक्तूबर को सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राशि समर्थक रंगों की वस्तुएं क्रय करने से संबंधित ग्रहों का अत्यंत शुभ प्रभाव जातकों पर पड़ेगा।
पुष्य नक्षत्र में इसकी खरीदारी लाभदायक
- अचल संपत्ति - मकान, प्लॉट, फ्लैट, कृषि भूमि और व्यावसायिक संपत्ति।
- चल संपत्ति - सोना, चांदी, हीरा, प्लेटिनम के आभूषण। ऑटोमोबाइल (चार पहिया वाहन, दोपहिया वाहन), इलेक्ट्राॅनिक सामान में फ्रिज, टीवी, वॉशिंग मशीन, लैपटॉप, माइक्रोवेब ओवन आदि।