Year Ender 2025: काशीवासियों को भा रहीं विदेशी गाड़ियां... छह लैंड क्रूजर, 3 डिफेंडर व 10 रेंज रोवर खरीदी गईं
Varanasi News: वाराणसी में वर्ष 2025 में छह लैंड क्रूजर, तीन वेलफायर और तीन डिफेंडर के साथ ही 10 रेंज रोवर खरीदी गईं। इसके साथ ही वाराणसी में बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज, जैगुआर और फॉच्यूर्नर जैसी गाड़ियां भी खरीदी जा रही हैं।
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काशीवासियों को विदेशी गाड़ियां खूब भा रही हैं। पिछले छह महीने में ही छह लैंडक्रूजर, तीन वेलफायर, तीन डिफेंडर और दस रेंज रोवर जैसी गाड़ियां खरीदी गईं हैं। इनके पंजीकरण भी परिवहन विभाग में कराए गए हैं। इन गाड़ियों की कीमत डेढ़ करोड़ से पौने तीन करोड़ के बीच है।
जीएसटी का स्लैब कम होने का असर इस बार वाहनों की खरीद-बिक्री में देखने को मिला है। महंगी गाड़ियां भी खूब खरीदी गई हैं। संभागीय परिवहन कार्यालय के अनुसार वाराणसी में लैंड क्रूजर, डिफेंडर, वेलफायर और रेंज रोवर लेने वालों की संख्या कम नहीं है। तमाम लोगों ने गाड़ियों की बुकिंग करा रखी है। उन्हें चार से छह महीने की वेटिंग पर मिल रही है। यदि समय पर गाड़ियां मिलें तो यह संख्या और भी बढ़ जाएगी। बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज, जैगुआर और फॉच्यूर्नर जैसी गाड़ियां भी लोग खरीद रहे हैं। इनमें से 70 फीसदी गाड़ियां महिलाओं के नाम खरीदी जा रही हैं।
नगर निगम ने जारी किया 50 करोड़ का बॉन्ड
उद्योग और व्यापार के लिहाज से 2025 काशी के लिए अच्छा रहा। नगर निगम ने 50 करोड़ रुपये का बॉन्ड जारी किया है। साथ ही ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-5 (जीबीसी-5) में वाराणसी में 6000 करोड़ के लक्ष्य के सापेक्ष 3944 करोड़ के निवेश प्रस्तावों पर काम शुरू हो गया है। इससे रोजगार के अवसर बने हैं।
टेक्सटाइल पार्क को मंजूरी
जिले में 75 एकड़ में बनने वाले संत कबीर टेक्सटाइल पार्क को यूपी कैबिनेट ने हरी झंडी दिखाई है। टेक्सटाइल पार्क बनने से वाराणसी समेत पूर्वांचल के बुनकरों को रेशम, जरी और धागा के साथ के साथ ही नई तकनीकी के बारे में भी जानकारियां मिलेंगी। यहां टेक्सटाइल और परिधान उद्योग से जुड़े सभी प्रकार के उत्पादों की यूनिटें स्थापित की जाएंगी। धागा निर्माण से लेकर साड़ी बुनाई, प्रिंटिंग, प्रोसेसिंग और फिनिशिंग तक की सुविधाएं एक ही परिसर में उपलब्ध होंगी।
रमना में 289 एकड़ में बनेगा नया औद्योगिक परिक्षेत्र
यूपीसीडा ने रमना में 289 एकड़ में नया औद्योगिक परिक्षेत्र बनाने का प्रस्ताव प्रशासन को भेजा है। यहां उद्योग विभाग के ओर से 200 इकाइयां स्थापित की जाएंगी। इनमें छोटे और बड़े उद्योगों को स्थान दिया जाएगा। इससे नए उद्योगों का भी रास्ता साफ़ होगा। उद्योग विभाग में लंबित पड़े सैकड़ों आवेदनों का भी निपटारा होगा। इससे 5000 युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्हें रोजगार की तलाश में अन्य जिलों और राज्यों में भटकना नहीं पड़ेगा।
ट्रंप टैरिफ से लड़खड़ाया हस्तशिल्प का बाजार
ट्रंप टैरिफ के बाद पूर्वांचल का निर्यात प्रभावित हुआ है। इसका असर बनारसी साड़ियों के कारोबार पर भी पड़ा है। हस्तशिल्प उद्योग के सामने संकट है। वाराणसी समेत चंदौली, मिर्जापुर और भदोही के हस्तशिल्प कारीगरी को सालाना 2 से 3 हजार करोड़ का नुकसान हुआ। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के बाद कारोबार को थोड़ी गति मिली। इससे स्थानीय स्तर पर एक्सपो से कारोबार को रफ्तार मिली।
पिंडरा में टेक्नोलॉजी पार्क की सौगात
औद्योगिक पार्क के लिए काम शुरू
पीडीडीयू नगर-चकिया मार्ग पर चंदाइत में 50 एकड़ में औद्योगिक पार्क बन रहा है। इसके लिए 30 एकड़ जमीन खरीदी गई। औद्योगिक पार्क बनने से पूर्वांचल के 5 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। साथ ही पलायन भी रूकेगा। इस औद्योगिक पार्क का निर्माण सरकार के प्लेज पार्क पॉलिसी के अंतर्गत डीआरएस इंडस्ट्रियल पार्क एलएलपी द्वारा एक प्राइवेट औद्योगिक पार्क बनाया जा रहा है।
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अंतरराष्ट्रीय एक्सपो से 700 करोड़ के निवेश का खींचा खाका
इंडियन इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन के ओर से दिसंबर माह में आयोजित टूरिज़्म एंड हॉस्पिटैलिटी एक्सपो में 6 देशों के साथ 700 करोड़ के निवेश का खाका खींचा गया। 6 देशों से आए नीति-निर्माता, राजनयिक, उद्योग जगत के प्रतिनिधि, निवेशक, प्रदर्शक तथा विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के साथ एक्सपो के माध्यम से पर्यटन और उद्योगों में निवेश पर सहमति बनी। एक्सपो में 85 से अधिक स्टाल भी लगाए गए, जिससे लाखों का कारोबार भी हुआ। एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पूरे भारत में निवेश, निर्यात एवं आयात का केंद्र बनकर उभरा है, व्यापार सुगमता, निवेश संभावनाओं तथा पर्यटन एवं आतिथ्य परियोजनाओं के लिए प्रदेश एक पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में उभरा।
