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Bilaspur: जिला अस्पताल इमारत में दरार आने के बाद स्ट्रेचर पर बाहर निकाले मरीज
बिलासपुर जिले में शुक्रवार को आपदा प्रबंधन अभ्यास का जीवंत रूप से किया गया। सुबह 9 बजे शुरू हुए राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल के दौरान जिले के सात स्थानों पर अलग-अलग आपदाओं का सजीव दृश्य तैयार किया गया, जिसने कुछ देर के लिए लोगों को यह एहसास करवा दिया कि यदि भूकंप या अन्य आपदा आ जाए तो क्या होगा। क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में भूकंप के बाद इमारत में दरार आने और मरीजों के घायल होने का सीन तैयार किया गया। घायल मरीजों को स्ट्रेचर पर लिटाकर तत्काल बाहर लाया गया। डॉक्टरों की टीम ने मौके पर ही प्राथमिक उपचार देना शुरू किया। पूरे परिसर में कुछ मिनटों के लिए अफरा-तफरी का माहौल था, बिलकुल असली जैसी स्थितियां बनाई गईं। अग्निशमन कर्मी और पुलिस बल भी मुस्तैद दिखे। श्री नयना देवी मंदिर परिसर में जैसे ही सायरन बजा, मॉक ड्रिल की शुरुआत हुई। घोषणा हुई कि मंदिर क्षेत्र में भूकंप आया है और लोगों को तुरंत बाहर निकाला जाए। श्रद्धालु बने स्थानीय प्रतिभागी भागते हुए बाहर निकले, मंदिर प्रबंधन और पुलिस ने उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इस दौरान सीढ़ियों और गलियारों में निकासी के विशेष अभ्यास किए गए। पुलिस के साथ होमगार्ड और नगर परिषद कर्मियों का समन्वय भी देखने लायक था। घुमारवीं के राजकीय महाविद्यालय कलरी में ड्रिल के दौरान भूकंप के साथ ही एक कमरे में आग लगने का दृश्य बनाया गया। कुछ ही पलों में दमकल वाहन सायरन बजाते हुए मौके पर पहुंचा। अग्निशमन विभाग की टीम ने तुरंत पाइपलाइन फिट की और आग बुझाने की कार्रवाई की। घायल छात्रों को बाहर निकाला गया और फर्स्ट एड दी गई। इस दौरान कॉलेज स्टाफ और एनसीसी कैडेट्स ने भी सहयोग किया। एनटीपीसी कोलडैम परिसर में भूकंप के बाद बांध में दरार आने और पानी के रिसाव की स्थिति दर्शाई गई। तेजी से अलार्म बजा, कर्मचारियों और स्थानीय लोगों को बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पानी भरे ट्रकों से पानी बहाकर सीन को यथार्थपूर्ण बनाया गया। राहत टीमों ने तत्काल राहत शिविर स्थापित किया और लोगों को भोजन व प्राथमिक चिकित्सा मुहैया करवाई। उपायुक्त राहुल कुमार ने सभी स्थलों का निरीक्षण किया और अभ्यास के बाद समीक्षा बैठक में कहा कि इस तरह की गतिविधियां हमें किसी भी वास्तविक आपदा से पहले सचेत और तैयार करती हैं। सभी विभागों का समन्वय संतोषजनक रहा। इस दौरान बैठक में एसपी बिलासपुर संदीप धवल भी विशेष तौर से मौजूद रहे। एनडीएमए की तकनीकी टीम ने बताया कि ड्रिल प्रभावी रही और उन्होंने विभागों की कार्यप्रणाली का विश्लेषण भी किया।
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