{"_id":"68aeaf7681f9656a0c0e5772","slug":"himachal-pradesh-heavyrain-2025-08-27","type":"video","status":"publish","title_hn":"Himachal Pradesh: हिमाचल में बारिश का कहर...ब्यास ने मनाली से कुल्लू तक मचाई तबाही","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Himachal Pradesh: हिमाचल में बारिश का कहर...ब्यास ने मनाली से कुल्लू तक मचाई तबाही
Video Published by: पंखुड़ी श्रीवास्तव Updated Wed, 27 Aug 2025 12:40 PM IST
मौसम विभाग के रेड अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी कई इलाकों में भारी बारिश हुई। कुल्लू, मंडी और किन्नौर के कई क्षेत्रों में मौसम ने कहर बरपाया। मूसलाधार बारिश से रौद्र रूप में आई ब्यास नदी ने मनाली से लेकर कुल्लू व मंडी तक तबाही मचाई। बारिश-भूस्खलन से तीन नेशनल हाईवे समेत 677 सड़कें बंद, जबकि 1413 ट्रांसफार्मर और 420 पेयजल परियोजनाएं ठप हो गई हैं।
भारी बारिश से उफनी ब्यास नदी मंगलवार को मनाली के बांहग में दो रेस्तरां, तीन दुकानें, एक घर और तीन खोखे बहा ले गई। एक कार, ट्रक और पिकअप भी नदी में समा गई। रामशिला के पास तीन मकान, जबकि ओल्ड मनाली में सात खोखे बह गए। मनाली में क्लब हाउस को भी नुकसान पहुंचा है। ओल्ड मनाली में मनालसू नाला पर बना पुल ध्वस्त हो गया है। सेऊबाग में पैदल पुल भी बह गया है। समाहन में सड़क धंसने से मनाली-लेह मार्ग भी बंद है। कुल्लू-मनाली हाईवे का रायसन, बिंदू ढांक, मनाली के आलू ग्राउंड और 17 मील के पास करीब 700 मीटर हिस्सा बह गया है।
रायसन के पास शिरढ़ रिजॉर्ट को खतरा हो गया है। बढ़ीधार में एक दो मंजिला मकान ढह गया है। पतलीकूहल में नग्गर को जोड़ने वाले पुल के लिए बनी सड़क बह गई। अखाड़ा बाजार पुल को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया है। मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग 24 घंटे से बाधित है। ब्यास नदी उफान पर होने से दवाड़ा में एक फुटब्रिज क्षतिग्रस्त हो गया, जबकि नदी का पानी नेशनल हाईवे तक पहुंच गया।
जल स्तर बढ़ने पर पंडोह डैम से 1.27 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे मंडी शहर के पंचवक्त्र मंदिर परिसर तक ब्यास का पानी पहुंचने के साथ झीड़ी नेचर पार्क पूरी तरह जलमग्न हो गया। इसी बीच मंडी-पठानकोट मार्ग लवांडी पुल के समीप 29 घंटे बाद बहाल कर दिया गया है। उधर, किन्नौर में पानवी खड्ड में आई बाढ़ के मलबे से करीब तीन घंटे तक सतलुज का प्रवाह थम गया। बाढ़ से दो परियोजनाओं की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। पानवी गांव के लिए बना पैदल पुल बह गया है। नाथपा में पहाड़ी से चट्टानें दरकने के कारण एनएच पांच अवरुद्ध हो गया है। खराब मौसम के चलते मंगलवार को कांगड़ा की चारों उड़ानें रद्द हो गईं। जिले में 11 कच्चे मकान जमींदोज हो गए, जबकि 44 अन्य घरों, 52 गोशालाओं को क्षति पहुंची है। ऊना में बारिश से 15 लोकल रूटों बंद हो गए हैं।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।