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Kangra: आदेश पुरी बोले- सहज मुक्ति का साधन है श्रीमद् भागवत कथा
उपतहसील राजा का तालाब के अंतर्गत आते शिव मन्दिर तलाड़ा के प्रांगण में गुरुवार को श्रीमद भागवत महापुराण कथा का शुभारंभ हुआ। स पहले सुबह स्वामी आदेशपुरी के सानिध्य में महिलाओं ने कलश लेकर भजन कीर्तन के माध्यम क्षेत्र में शोभा यात्रा निकाली। घट स्थापन के उपरांत श्रीमद भागवत कथा का विधिवत शुभारंभ हुआ।कथा के प्रथम दिन कथा व्यास स्वामी आदेश पुरी ने भक्तजनों को प्रभु लीलाओं से निहाल करते हुए बताया कि कलियुग में जप, तप व एकांत में साधना करना अति कठिन है।कठिन परिश्रम, दृढ़ निश्चय,संकल्प भाव और प्रभु चरणों में रमने के बाद ही भगवान को पाया जा सकता है। महापापी धुंधुकारी, गौकरण और राजा परीक्षित की मुक्ति श्रीमद भागवत कथा श्रवण से से ही संभव हो पाया। कलियुग में सहज मुक्ति का एक मात्र साधन श्रीमद भागवत महापुराण कथा श्रवण ही है। इसलिए मानुष जीवन में यहां कहीं भी श्रीमद भागवत कथा का रसपान करने को मिले। साधक को चात्रिक वृत्ति से पान करना चाहिए।श्रवण से मनन और मनन से अभ्यास में मन लगाना चाहिए।इस अवसर पर मुख्य यजमान मास्टर पुरषोतम लाल, संतोष कुमारी, गिरधारी फोरमैन, अमित चौधरी, पंडित राम प्रसाद, सृष्टा देवी सहित अन्य भक्तजन विशेष रूप से उपस्थित रहे।
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