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Karnal's master athlete Dharam Chand Sharma made his mark in the race, took inspiration from international athlete Bhim Singh Ghanghas
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करनाल के मास्टर एथलीट धर्मचंद शर्मा ने दौड़ में जमाई धाक, अंतरराष्ट्रीय एथलीट भीम सिंह घनघस से ली प्रेरणा
बिजली निगम से सेवानिवृत्त 89 वर्षीय धर्मचंद शर्मा 52 साल से एथलीट हैं। उन्होंने अपनी इस अद्भुत प्रतिभा के दम पर प्रदेश ही नहीं पूर देश में पहचान बनाई है। वह अंतरराष्ट्रीय एथलीट भीम सिंह घनघस से प्रेरणा से वह बेहतर एथलीट बने। वह हिसार के जाट कॉलेज की चार स्पर्धाओं पांच हजार, 10 हजार, 1500 व 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीतकर चर्चा में आए और उसके बाद इन्होंने अंतराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्पर्धाओं में पदकों की झड़ी लगा दी।
धर्मचंद अपनी उपलब्धियों के लिए सत्र 1991-92 में प्रदेश के राज्यपाल से भी सम्मानित हो चुके हैं। धर्मचंद ने बताया कि वह वर्ष 1968 में बिजली निगम में स्पोर्ट्स कोटे से भर्ती हुए और वर्ष 1998 में फोरमैन के पद से सेवानिवृत्त हुए। वह रोजाना पश्चिमी यमुना नहर की पटरी पर 10 किलोमीटर की दौड़ लगाते हैं।
उन्होंने बताया कि वह रोजाना सुबह दो बजे उठते हैं और नहाकर भगवान का भजन, कीर्तन, पूजा करते हैं और रोजाना गीता का एक अध्याय पढ़ते हैं। इसी दौरान व श्वासन, अनुलोम-विलोम व ओम का उच्चारण भी करते हैं। वह पांच बजे दोबारा सो जाते हैं और सात बजे उठकर नहा धोकर नहर की पटरी पर दौड़ लगाने के लिए पहुंच जाते है।
खुशनुमा मिजाज ही उनके स्वास्थ्य का राज
मास्टर एथलीट धर्मचंद ने बताया कि हर समय खुश रहना ही उनके अच्छा स्वास्थ्य का राज है। वह रोजाना संतुलित व पौष्टिक भोजन करते है, कभी मांसाहार नहीं खाते। उन्होंने रोजाना के अभ्यास से अपने आप को इस काबिल बनाया है कि वह किसी भी परिस्थिति में दौड़ की प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए तैयार रहते हैं। उनका कहना है कि उनके खुशनुमा मिजाज से ही विल पावर बढ़ती है।
युवाओं को मोबाइल से दूर रहने की नसीहत
मास्टर एथलीट ने युवाओं को नसीहत दी है कि वह मोबाइल से दूर रहकर अपने अभिभावकों के साथ ज्यादा समय बिताएं। इस समय में वह उनके ज्ञान के साथ-साथ जीवन की संघर्ष व सच्चाई से रूबरू हो सकते है।
उनका कहना है कि खेल की दुनिया व परिवार बहुत बड़ा है, हर किसी बच्चे, युवा, व्यस्क और बुजुर्गों को खेल गतिविधि में शामिल होना चाहिए। एक खिलाड़ी अच्छे गुणों को अपनाने के साथ-साथ ओर लोगों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत हो सकता है।
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