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VIDEO : Bhupendra Singh said Department should give salary and necessary holidays to mid day meal workers every month
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VIDEO : भूपेंद्र सिंह बोले- मिड डे मील वर्करों को हर माह वेतन व ज़रूरी छुटियां दे विभाग
मिड डे मील वर्करज यूनियन धर्मपुर खण्ड का वार्षिक सम्मेलन रविवार को धर्मपुर में सीटू के जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। राणो देवी व सत्या देवी ने गत वर्ष की रिपोर्ट पेश की और उन्होंने कहा कि धर्मपुर के दोनों शिक्षा खण्डों में यूनियन के 125 सदस्य हैं। यूनियन ने गत वर्ष बन्द किये गए स्कूलों में सरप्लस हुए वर्करों को दूसरे स्कूलों में एडजस्ट करने के लिए सरकार से मांग उठाई थी और उसके लिए संघर्ष भी किया जिसके चलते अब सभी को एडजस्ट कर दिया गया है लेकिन उन्हें सरकार दूसरे वर्करों से 1500 अर्थात 3500 रुपये मासिक वेतन ही अदा कर रही है जबकि बाकियों को 5000 रु मिल रहा है।यूनियन की मांग है कि उन्हें भी बराबर वेतन दिया जाए और वेतन हर माह दिया जाये जो वर्तमान में तीन चार महीने के बाद दिया जा रहा है। यूनियन ने सभी वरकरों को हर महीने की 7 तारीख तक वेतन देने की मांग की है साथ ही सभी वरकरों को वेतन स्लीप जारी करने की भी मांग की है ताकि उन्हें पता चल सके कि उन्हें किस महीने का कितना वेतन विभाग ने जारी किया है। वर्तमान में अलग अलग खण्डों में भिन्न भिन्न प्रकार से वेतन अदायगी की जा रही है।सीटू ज़िला प्रधान भुपेन्द्र सिंह ने बताया कि सरकार मिड डे मील वर्करों को किसी भी प्रकार का अवकाश नहीं दे रही है और यदि वर्कर बीमार पड़ जाए तब भी उसे अपने बदले में किसी को दिहाड़ी पर स्कूल में खाना बनाने भेजना पड़ता है। यूनियन की मांग है कि इन्हें आकस्मिक, मेडिकल व अन्य सभी प्रकार की छुटियां जो मज़दूरों को मिलती है दी जाए। इसके अलावा इन्हें 12 महीने का वेतन दिया जाए जो वर्तमान में 10 माह का ही दिया जाता है। पच्चीस बच्चों की शर्त के आधार पर पन्द्रह साल से काम कर रहे वर्करों की छंटनी पर रोक लगाई जाए और सभी स्कूलों में कम से कम दो वर्कर नियुक्त किए जायें। स्कूलों में इनसे खाने बनाने के अतिरिक्त काम भी करवाया जाता है जिसका विरोध किया गया।चुनावों में इनसे करवाये काम का इनको अतरिक्त मानदेय मिलना चाहिए। निर्णय लिया गया कि मिड डे मील वर्करों को विभागीय कर्मचारी बनाने और न्यूनतम वेतन 12500 रु मासिक देने और छंटनी के विरोध में 20 मई को देशव्यापी हड़ताल में भागीदारी की जाएगी। बैठक में खंड कमेटी का भी गठन किया गया जिसमें राणो देवी,धलारा को प्रधान चंपा बरोटी, निशा कोढहुवां, बिना चौकी और गौरी देवी हवानी को उपप्रधान सत्या मण्डप को सचिव रजनी संधोल, रजनी सजाओ, सुनीता झँगी, निर्मला लँगेहड को सह सचिव तथा रीना कोढहुवां को कोषाध्यक्ष बनाया गया।यूनियन का ज़िला सम्मेलन 29 मई को मंडी में होगा जिसमें 30 प्रतिनिधि भाग लेंगे।
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