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Prof. Laxmidhar Behera said that social challenges will be solved if the knowledge of the Gita reaches every person and every home.
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प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा बोले- गीता का ज्ञान हर व्यक्ति और हर घर तक पहुंचने से होगा सामाजिक चुनौतियां हल
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने भगवत गीता को भारत की आत्मा बताया। कहा कि हिमाचल में समाज की गंभीर चुनौतियां जैसे ड्रग्स का दुरुपयोग, बढ़ते आत्महत्या के मामले और मानसिक स्वास्थ्य की परेशानियां तब प्रभावी ढंग से हल की जा सकती हैं जब गीता का ज्ञान हर व्यक्ति और हर घर तक पहुंचे। वह बुधवार को आईआईटी मंडी के गीतानुशीलनम् 2025 आयोजन कर गीता जयंती अवसर पर बोल रहे थे। वहीं धर्मशाला रेंज के डीआईजी सौम्या सांबशिवन ने युवाओं में भावनात्मक विकास और नैतिक नेतृत्व निर्माण में गीता की भूमिका को रेखांकित किया। कहा कि स्वामी विवेकानंद द्वारा अनुभव की गई उसी ध्यानात्मक भावना का अनुभव करना एक सम्मान की बात है। उन्होंने विद्यार्थियों को भक्ति और गुरु आदर के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि यही मूल्य चरित्र को सशक्त बनाते हैं और जीवन की चुनौतियों को पार करने में सहायता करते हैं। वहीं, एसपीयू के कुलपति प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने युवा विद्यार्थियों में आध्यात्मिक शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी मंडी के प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी शामिल थीं, जिनमें नाटी लोक नृत्य, मंडव नगरी नृत्य, योग नृत्य और गीता आधारित आकर्षक शैडो ड्रामा प्रमुख रहे। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण भगवत गीता का सामूहिक कोरस पाठ रहा। जोकि कुरुक्षेत्र के पावन युद्धभूमि पर भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन के मध्य हुए दिव्य संवाद को समर्पित रहा। सामूहिक मंत्रोच्चारण ने गहन श्रद्धा और आत्मचिंतन का वातावरण निर्मित किया, जिसने उपस्थित दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी।
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