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VIDEO : जनजातीय जिला किन्नौर में अठारो पर्व का विधिवत शुभारंभ
जनजातीय जिला किन्नौर अपनी समृद्ध संस्कृति और पारंपरिक पर्वों के लिए जाना जाता है। जिले के दुर्गम क्षेत्र रूपी से जहां फुल्याच पर्व शुरू होता है, वहीं यहां मनाया जाने वाला अठारो पर्व भी अपनी एक अलग पहचान रखता है। ईष्ट देवता टेरेस नारायण और थंबा वीर के सानिध्य में यह पर्व मनाया जाता है। बुधवार को अठारो पर्व का विधिवत शुभारंभ हुआ। इस मौके पर पूर्व भाजपा विधायक तेजवंत सिंह नेगी बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहे। मंदिर कमेटी के सदस्यों और पदाधिकारियों ने मुख्यातिथि का रूपी पहुंचने पर स्वागत किया। मुख्यातिथि ने सभी ग्रामीणों को अठारो पर्व की बधाई दी। किन्नौर जिले की दुर्गम पंचायतों में शुमार रूपी पंचायत में बुधवार से अठारो पर्व शुरू हुआ। पर्व के पहले दिन गांव से बाहर ब्याही गई जाई, जोतियों का टेरेस नारायण मंदिर कमेटी के पदाधिकारी और सदस्यों ने खासे उत्साह के साथ स्वागत किया। गांव पहुंचने पर इन महिलाओं को देवता के खाताक पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान मंदिर कमेटी द्वारा जाई जोंतियों सहित भांजों के लिए तीन समय के भोजन की व्यवस्था की गई थी। वहीं शाम के समय दोनों ईष्ट देवताओं के सानिध्य में नाटियों यानि कायंग का खूब दौर चला। देर रात तक ग्रामीण और मेले में आए लोग पारंपरिक वाद्य यंत्रों की थाप पर झूमते नाचते रहे। वहीं वीरवार को दूसरे दिन भी देवता टेरेस नारायण मंदिर परिसर में नाच गाने का दौर चलता रहा। मान्यता है कि देवता टेरेस नारायण और थंबा वीर जी सात वर्षों में एक बाद एक वर्ष तक अपने मंदिर में विराजमान रहते और इस दौरान वे वर्ष भर मंदिर से बाहर नहीं निकलते। करीब एक वर्ष तक दोनों देवता गांव की सुख समृद्धि और अपनी शक्तियों को बढ़ाने के लिए अठारो (तपस्या) पर बैठते हैं। एक वर्ष पूर्ण होते ही देवता द्वारा गांव से बाहर ब्याही गई महिलाओं और भांजों का निमंत्रण भेजा जाता है। इन महिलाओं के आगमन के साथ ही यह अठारो पर्व सजता है। पर्व के दौरान महिलाओं का विशेष सत्कार करने के साथ साथ उन्हें खाने पीने के लिए भी उचित बंदोबस्त किए जाते हैं। वीरवार को दूसरे दिन पर्व में जिला परिषद अध्यक्ष निहाल चारस बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहे, जबकि पूर्व वन विकास निगम उपाध्यक्ष सूरत नेगी और पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव नेगी विशेष रूप से मौजूद रहे। उन्होंने ग्रामीणों को अठारो पर्व की बधाई दी। टेरेस नारायण मंदिर कमेटी के अध्यक्ष कृष्ण लाल नेगी, मोतमीन करतार सिंह नेगी, माली चनेल सिंह नेगी, माथस होशियार सिंह नेगी, पुजारी धर्मपाल नेगी, पूर्व प्रधान रघुदास नेगी ने बताया कि अठारो पर्व ग्रामीणों के लिए विशेष महत्व रखता है। वर्षों से ग्रामीण इस प्राचीन परंपरा का निर्वहन करते आ रहे हैं।
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