बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मंगलवार को अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन पर पटना के जिलाधिकारी (DM) डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है और सभी राजनीतिक दलों को अंतिम सूची सौंप दी गई है, जिन्होंने प्रक्रिया पर संतोष व्यक्त किया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि 25 जून को शुरू हुई इस विशेष गहन पुनरीक्षण प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य एक निष्पक्ष और त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करना था। उन्होंने कहा, "इस अवधि के दौरान, सभी राजनीतिक दलों को बुलाया गया और उन्हें पूरी सूची सौंपी गई। सभी दलों के अध्यक्ष मौजूद थे और उन्होंने इस प्रक्रिया पर संतोष जताया।"
डॉ. त्यागराजन ने इस बात पर जोर दिया कि दावा-आपत्ति की अवधि के दौरान, नियमानुसार उचित सत्यापन के बाद कई योग्य मतदाताओं को सूची में शामिल किया गया है, जबकि अपात्र लोगों के नाम हटा दिए गए हैं। उन्होंने कहा, "राजनीतिक दलों की चिंताओं को पूरी तरह से सुना गया है और उनका समाधान किया गया है। हम उनके साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं, उनकी चिंताओं को समझ रहे हैं और उनका समाधान कर रहे हैं।"
पटना डीएम ने आगे कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के आलोक में अंतिम सूची का प्रकाशन किया गया है और एसआईआर का मुख्य उद्देश्य पूरा हो गया है। उन्होंने यह भी बताया कि पटना जिले में ड्राफ्ट सूची के मुकाबले अंतिम मतदाता सूची में 1.63 लाख से अधिक मतदाता बढ़े हैं।यह अंतिम मतदाता सूची आगामी बिहार विधानसभा चुनाव का आधार बनेगी। निर्वाचन आयोग द्वारा अब किसी भी समय चुनाव की तारीखों का ऐलान किए जाने की उम्मीद है।
"विशेष गहन पुनरीक्षण जो 25 जून से प्रारंभ हुआ था आज उसकी अंतिम सूची प्रकाशित हुई है। सभी राजनीतिक दलों को बुलाकर उन्हें पूरी सूची सौंपी गई है। सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्ष उपस्थित थे और सभी लोगों ने संतुष्टी व्यक्त की है... दावा-आपत्ति के दौरान भी कई योग्य मतदाताओं को नियम अनुकूल जांच के बाद मतदाता सूची में शामिल करवाया गया है। राजनीतिक दलों की जो चिंताएं हैं उनका पूरी तरह से समाधान किया गया है। उनके साथ लगातार हम बैठक कर रहे हैं, उनकी चिंताएं समझ रहे हैं और उस ओर काम कर रहे हैं... SIR को जिस उद्देश्य से प्रारंभ किया गया था, मुझे लगता है कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में आज हमने अंतिम प्रकाशन जारी किया है और उस उद्देश्य को पूरा भी किया है... जो भी लोग वास्तव में योग्यता नहीं रखते हैं, उन लोगों का नाम हटाया गया है और दावा आपत्तियों का भी विधिवत निष्पादन किया गया है