{"_id":"68ad5804a67ab2dfd80c7ea5","slug":"us-sends-tariff-notice-to-india-after-threat-from-russia-2025-08-26","type":"video","status":"publish","title_hn":"रूस से मिली धमकी के बाद अमेरिका ने भारत को टैरिफ नोटिस भेजा","category":{"title":"India News","title_hn":"देश","slug":"india-news"}}
रूस से मिली धमकी के बाद अमेरिका ने भारत को टैरिफ नोटिस भेजा
वीडियो डेस्क अमर उजाला डॉट कॉम Published by: आदर्श Updated Tue, 26 Aug 2025 12:15 PM IST
भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक रिश्तों में एक नया तनाव उभर आया है। मंगलवार को अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने भारत को एक आधिकारिक नोटिस जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि 27 अगस्त 2025 से अमेरिकी बाजार में प्रवेश करने वाले कई भारतीय उत्पादों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। यह कदम रूस से अमेरिका को मिली धमकियों के जवाब में उठाया गया है, लेकिन इसका सीधा असर भारतीय निर्यातकों और छोटे उद्योगों पर पड़ेगा।
अमेरिकी नोटिस के मुताबिक, 27 अगस्त को 12:01 बजे के बाद जो भी भारतीय सामान अमेरिका में उपयोग के लिए लाया जाएगा या किसी गोदाम से निकाला जाएगा, उस पर नया टैरिफ लागू होगा। इस सूची में कई भारतीय उत्पाद शामिल हैं, हालांकि अभी विस्तृत जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।
नोटिस में यह भी कहा गया है कि यह फैसला अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के मद्देनजर लिया गया है। रूस से अमेरिका को मिली धमकियों और भू-राजनीतिक तनाव के बीच अमेरिका ने पहले ही रूस से आने वाले कच्चे तेल, पेट्रोलियम और उनसे बने उत्पादों के आयात पर रोक लगा दी थी। अब इस नीति के दायरे में भारत भी आ गया है।
अमेरिकी प्रशासन ने इस नोटिस में स्पष्ट किया है कि यह कदम कार्यकारी आदेश 14066 के तहत उठाया गया है। इस आदेश का उद्देश्य रूस से जुड़े आर्थिक जोखिमों और सुरक्षा खतरों को कम करना है। अमेरिका का दावा है कि मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में उसके आर्थिक और ऊर्जा सुरक्षा हितों को गंभीर खतरा है। इसलिए भारत सहित अन्य देशों के साथ भी यह नीति लागू की जा रही है।
भारतीय निर्यातकों के लिए यह खबर चिंता बढ़ाने वाली है। अमेरिका भारत के लिए एक बड़ा निर्यात बाजार है। टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग गुड्स, फार्मा और कृषि उत्पादों पर असर पड़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से भारतीय छोटे और मध्यम उद्योगों पर सबसे ज्यादा दबाव आएगा।
ट्रेड एनालिस्ट का कहना है कि अमेरिका की यह कार्रवाई सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि रणनीतिक संदेश भी है। यह दिखाता है कि वैश्विक राजनीति और आर्थिक नीतियां कितनी गहराई से जुड़ी हुई हैं।
अमेरिका के इस कदम के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में सोमवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा,
“आज की दुनिया में हर कोई आर्थिक हितों की राजनीति में व्यस्त है। मैं गांधी की धरती से कह रहा हूं – मेरे देश के छोटे उद्यमी, दुकानदार, किसान और पशुपालक – आपका कल्याण मेरे लिए सबसे जरूरी है।”
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत किसी भी स्थिति में अपने छोटे व्यवसायियों के साथ समझौता नहीं करेगा। उनका यह बयान अमेरिका के टैरिफ नोटिस के ठीक एक दिन पहले आया, जिससे साफ है कि सरकार इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाने के मूड में है।
हालांकि अभी तक भारत सरकार की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन कूटनीतिक सूत्रों का कहना है कि इस कदम को लेकर वॉशिंगटन से बातचीत की जाएगी। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में भारत इस मसले को विश्व व्यापार संगठन (WTO) या द्विपक्षीय वार्ता में उठा सकता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, अमेरिका के इस कदम का सबसे ज्यादा असर छोटे निर्यातकों और किसानों पर पड़ेगा। भारत के कृषि उत्पाद, खासकर मसाले, चाय और कॉफी अमेरिकी बाजार में बड़ी मात्रा में जाते हैं। नए टैरिफ से इनकी कीमतें बढ़ेंगी और प्रतिस्पर्धा कम हो सकती है।
इंडस्ट्री संगठनों ने सरकार से अपील की है कि इस मुद्दे पर अमेरिका से तत्काल चर्चा की जाए ताकि भारतीय व्यापार को नुकसान से बचाया जा सके।
अमेरिका का यह टैरिफ फैसला सिर्फ एक आर्थिक कदम नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति का संकेत भी है। भारत के लिए यह समय संतुलन साधने का है – एक तरफ अमेरिका के साथ रणनीतिक रिश्ते, तो दूसरी ओर घरेलू उद्यमियों और किसानों के हित। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर भारत की प्रतिक्रिया और अमेरिकी रुख दोनों ही अहम होंगे।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।