दमोह जिले के तेंदूखेड़ा में उल्टी-दस्त की बीमारी दूषित पानी के कारण ही फैली है। शुक्रवार को पीएचई विभाग की जांच रिपोर्ट सामने आ गई, जिसमें इस बात की पुष्टि हुई है। दूषित पानी पीने के कारण ही लगातार लोग बीमार हो रहे थे। रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां बढ़ा दी गई हैं। 30 पलंग वाला वार्ड अलग से तैयार किया जा रहा है।
बता दें, तेंदूखेड़ा के वार्ड तीन, चार और आठ में लगातार उल्टी-दस्त के मरीज सामने आ रहे हैं, लेकिन बीमारी किस कारण फैली, इसकी जानकारी पहले नहीं मिल पा रही थी। बुधवार से ही प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया था। पहले तेंदूखेड़ा नगर परिषद के सीएमओ पीयूष अग्रवाल ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ वार्डों का निरीक्षण किया। इसके बाद गुरुवार को पीएचई विभाग की टीम ने जल स्रोतों में दवाओं का छिड़काव कराया। तेंदूखेड़ा एसडीएम सौरभ गंधर्व पूरे अमले के साथ वार्डों में पहुंचे और उल्टी-दस्त से ग्रस्त मरीजों व उनके परिजनों से बीमारी को लेकर चर्चा की। परिवार के लोगों ने जिन जल स्रोतों के बारे में बताया था, एसडीएम वहां भी पहुंचे और स्थलों का निरीक्षण किया।
ये मिली कमियां
वार्डों में पहुंचे एसडीएम को कई तरह की कमियां मिलीं। पहला-वार्डों में बड़े स्तर पर गंदगी देखने को मिली। दूसरा-जंग लगी पाइप लाइनें। तीसरी-वार्डवासियों द्वारा लिए गए कई कनेक्शन खुले हैं, जिससे बारिश या बहता हुआ पानी पेयजल सप्लाई लाइन में जा रहा है। चौथा-कई जगह पाइप क्षतिग्रस्त होने के बाद भी नगर परिषद ने उन्हें नहीं बदला है। एसडीएम ने नगर परिषद सीएमओ को साफ-सफाई कराने और जो पाइप लाइनें खराब हैं, उन्हें बदलने के निर्देश दिए। साथ ही वार्डवासियों से कहा कि वे भी साफ-सफाई बनाए रखें और जो कनेक्शन खुले हैं, उन्हें बंद करें।
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30 पलंग का वार्ड तैयार
लगातार बढ़ रहे उल्टी-दस्त के मरीजों के उपचार के लिए एसडीएम द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक अलग से 30 पलंग का वार्ड तैयार कराया जा रहा है। तेंदूखेड़ा सीबीएमओ डॉ. अशोक बरौनिया ने बताया कि उल्टी-दस्त के मरीजों के उपचार में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। स्वास्थ्य अमला पूरी तरह सेवाओं में उपलब्ध है।
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पांच जगह का पानी दूषित
तेंदूखेड़ा एसडीएम सौरभ गंधर्व ने बताया कि उल्टी-दस्त के मरीज लगातार सामने आ रहे थे, लेकिन कारण पता नहीं चल पा रहा था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा पांच अलग-अलग जगहों के पानी के सैंपल लेकर दमोह लैब में जांच के लिए भेजे गए थे। शुक्रवार की शाम उसकी रिपोर्ट आ गई, जिसमें पानी दूषित पाया गया है। अब यह पानी किस जगह का है, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।