दमोह के पटेरा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष राजेश पटेल पर सीईओ के चैंबर में तोड़फोड़ का आरोप लगा है। प्रभारी जनपद सीईओ हलदार मिश्रा ने कर्मचारियों के साथ मिलकर पटेरा पुलिस थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है। जिसके बाद पुलिस ने 8 धाराओं में मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है।
सीईओ का आरोप
प्रभारी जनपद सीईओ मिश्रा ने बताया कि शाम को फोन आया कि जनपद उपाध्यक्ष राजेश कुर्मी अपने कई समर्थकों के साथ कार्यालय में पहुंचे हैं। कार्यालय में तोड़फोड़ कर रहे हैं। उन्होंने टेबल, कुर्सी, दरवाजे, नेम प्लेट, शिकायत पेटी, मेरे कार्यालय में कांच वगैरह सब तोड़ दिए। उन्होंने ऐसा क्यों किया इसकी जानकारी नहीं है। घटना के बाद से कर्मचारी दहशत में हैं। पुलिस में शिकायत की गई है ताकि इस मामले में कार्रवाई हो। इस मामले में पुलिस ने बयान दर्ज कर लिए है।
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उपाध्यक्ष बोले गलत हैं आरोप
वहीं पूरे घटनाक्रम को लेकर जनपद उपाध्यक्ष राजेश पटेल का कहना है कि घटना का जो समय बताया गया है। उस समय वे दमोह के आरईएस कार्यालय में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि मनरेगा की ढाई करोड़ की राशि चहेते ठेकेदारों को 12 प्रतिशत कमीशन लेकर भुगतान की गई जिसका विरोध किया गया था इसलिए मुझ पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। इस पूरे मामले में शिकायतकर्ता अंगद सिंह लोधी हैं। उन्होंने बताया कि जनपद उपाध्यक्ष द्वारा बेवजह तोड़ फोड़ करते हुए अपशब्दों का प्रयोग किया गया।
8 धाराओं में केस दर्ज
इस पूरे मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है। पटेरा टीआई सरोज सिंह का कहना है कि मामले में शिकायत ले ली गई है।इसकी जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। अभी आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इसमें राजेश पटेल और अन्य को आरोपी बनाया गया है। इन पर बीएनएस की विभिन्न धाराओं 191 (2), 190, 132, 324(4), 296, 351 सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 धारा 3 और धारा 5 के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। इस पर जांच की जा रही है।