दमोह रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार सुबह कामायनी एक्सप्रेस करीब 3 घंटे तक रुकी रही, जिससे यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। तेज धूप के कारण वे गर्मी और भूख से बेहाल हो गए थे। रेलवे प्रशासन द्वारा 3 घंटे के ब्लॉकेज के चलते इस ट्रेन को दमोह स्टेशन पर रोकने के निर्देश दिए गए थे, जिसके चलते ट्रेन को प्लेटफार्म क्रमांक दो पर खड़ा किया गया। हालांकि, यात्रियों का गुस्सा इस बात को लेकर था कि उन्हें पहले से इसकी कोई सूचना नहीं दी गई थी। ट्रेन के अचानक रोकने से यात्री असमंजस में पड़ गए।
इसकी जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से स्वयंसेवी संगठनों को मिली तो मोंटी रैकवार, नीरज तिवारी स्टेशन पहुंचे और यात्रियों को भोजन उपलब्ध कराया। वहीं, हरे माधव परमार्थ सेवा समिति द्वारा यात्रियों को ठंडा पानी भी उपलब्ध कराया गया। तीन घंटे बाद ब्लॉक हटने पर ट्रेन को कटनी की ओर रवाना किया गया।
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बता दें कि मुंबई से वाराणसी की ओर जाने वाली कामायनी एक्सप्रेस शुक्रवार सुबह 9:40 बजे दमोह रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म क्रमांक दो पर पहुंची थी। यात्रियों को लगा कि ट्रेन कुछ ही देर में आगे बढ़ेगी, लेकिन इसके बाद ट्रेन वहीं पर रुक गई और करीब तीन घंटे तक प्लेटफॉर्म क्रमांक दो पर खड़ी रही। इससे यात्री गर्मी, भूख से परेशान हो गए और भोजन की तलाश में प्लेटफॉर्म दो से प्लेटफॉर्म एक तक आते-जाते रहे।
पानी की व्यवस्था हरे माधव परमार्थ सेवा समिति के सदस्यों ने की, लेकिन भोजन की कोई व्यवस्था नहीं थी। दमोह निवासी नरेंद्र ठाकुर ने बताया कि वह तीन घंटे से ट्रेन की बोगी में बैठे हैं। लेकिन, ट्रेन आगे नहीं बढ़ रही है। मुंबई से बनारस जा रहे यात्री इरफान खान ने बताया कि ट्रेन अचानक दमोह रेलवे स्टेशन पर रुक गई, यात्रियों को कोई सूचना नहीं दी गई। यहां कोई इंतजाम नहीं हैं, खाने का भी कोई स्टॉल नहीं है, जिससे सैकड़ों यात्री परेशान हो रहे हैं।
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मुंबई से प्रयागराज की यात्रा कर रहे यात्री कुशल तिवारी ने बताया कि हम लोग बहुत परेशान हैं। यहां पानी की व्यवस्था है, लेकिन तेज धूप और भोजन की कोई सुविधा नहीं है। दोपहर करीब 1 बजे जब ब्लॉक हट गया तो ट्रेन को कटनी की ओर रवाना किया गया।
दमोह रेलवे स्टेशन प्रबंधक मुकेश कुमार जैन ने बताया कि मझगांवा फाटक पर रेलवे ट्रैक का काम चल रहा था, जिसके कारण 3 घंटे का ब्लॉक था। रेलवे प्रशासन ने कामायनी एक्सप्रेस को दमोह स्टेशन पर ही रोकने के निर्देश दिए थे। क्योंकि, यह जिला मुख्यालय है और यहां यात्रियों को अन्य स्टेशनों की तुलना में कम परेशानी होती है। ट्रेन सुबह 9:40 बजे दमोह स्टेशन पहुंची थी और दोपहर 1 बजे कटनी की ओर रवाना की गई।