देवास शहर में गणेश चतुर्थी का उत्सव आरंभ हो गया है। घर-घर में गणेश जी विराजे हैं, वहीं पंडालों में भी गणेश प्रतिमा देखने के लिए आमजन पहुंचे। शहरवासी सुबह से ही गणेश प्रतिमाओं को अपने घरों में स्थापित किया। गाजे-बाजे के साथ भगवान गणेश की स्थापना का कार्यक्रम देर रात तक चला। शहर के बाजारों में पूजन सामग्री की खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ी। एमजी रोड पर अधिक भीड़ के कारण कई बार यातायात प्रभावित हुआ। महाराष्ट्रीयन परिवारों ने सामूहिक रूप से गणेश प्रतिमाएं खरीदीं।
सयाजी द्वार के पास सिद्धि विनायक संस्था विशेष आयोजन करेगी। लालगेट स्थित राजा के मंदिर में इस वर्ष गणेश प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई है। यहां 10 दिन तक कवि सम्मेलन और भजन संध्या होगी। चार सितंबर को सारेगामा फेम शरद शर्मा खाटू श्याम के भजन प्रस्तुत करेंगे। लोकगायक कालूराम बामनिया कबीर के भजन और लोकगीत गाएंगे। संस्था कृपालु चामुंडा कॉम्प्लेक्स में पहली बार विशेष आयोजन किया जा रहा है। यहां 6 फीट की गणेश प्रतिमा स्थापित की गई है। दस दिन तक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ भोजन प्रसादी की व्यवस्था की गई है।
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आयोजक सुमेर सिंह दरबार के अनुसार प्रतिदिन दस हजार भक्त भोजन प्रसादी ग्रहण करेंगे। व्यवस्था में 200 से अधिक लोग सहयोग कर रहे हैं। भोजन प्रसादी के लिए 60 लोगों की टीम नियुक्त की गई है। शहर में पहली बार गणेश चतुर्थी पर इतने बड़े स्तर पर भोजन प्रसादी का आयोजन होगा।
देवास शहर में जगह-जगह की गई भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना
देव शहर में कई जगह पर भगवान गणेश की स्थापना की बता दें कि शहर में गणेश स्थापना के साथ गणेश उत्सव की तैयारी शुरू हो गई हैं, जहां कई पंडालून में बच्चों ने रंगारंग प्रस्तुति दी। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए। देवास के प्रसिद्ध लाल गेट के राजा के पंडाल में जहां भव्य आरती की गई। वहीं महाभारत कालीन इतिहास को भी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया। वह संस्था कृपालु द्वारा भी भगवान गणेश की स्थापना की गई। शहर में कई जगहों पर भगवान गणेश की आकर्षक मूर्तियां स्थापित की गईं, जो आकर्षण का केंद्र रहीं। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से पंडालों पर
पुलिस प्रशासन की व्यवस्था भी रही। बता दें कि 10 दिन गणेश उत्सव शहर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें हजारों की संख्या में लोग भगवान गणेश के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।