डिंडौरी जिले के मेंहदवानी थाना क्षेत्र में कोड़ाझिर गांव में हुए अंधे हत्या मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। कुछ दिन पहले गांव में एक व्यक्ति का शव मिलने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। शुरुआत में यह मामला साधारण मौत का लग रहा था, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच में सामने आए तथ्यों ने हत्या की पुष्टि की। इसके बाद मेंहदवानी पुलिस ने विशेष टीम गठित की और मामले की बारीकी से जांच शुरू की।
जांच के दौरान पता चला कि मृतक की अपनी ही भतीजी के साथ लंबे समय से जादू–टोना और झाड़–फूंक को लेकर विवाद चल रहा था। भतीजी का आरोप था कि उसके चाचा टोना–टोटका करते हैं और इसी वजह से घर में समस्याएं बनी रहती हैं। इसी धारणा के चलते उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर चाचा को रास्ते से हटाने की योजना बना ली।
पुलिस पूछताछ में स्पष्ट हुआ कि भतीजी ने अपने प्रेमी को हत्या की पूरी साजिश बताई थी। प्रेमी ने इसमें अपने दो दोस्तों को भी शामिल कर लिया। चारों ने मिलकर योजनाबद्ध तरीके से चाचा को अकेले घर से बाहर बुलाया और रास्ते में उसकी हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए और मामला दबाने की कोशिश की गई।
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पुलिस अधीक्षक वाहिनी सिंह ने इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए टीआई मेंहदवानी के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई। मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल्स और आसपास के लोगों के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान तय की और साक्ष्य जुटाए। आखिरकार चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने सभी से गहन पूछताछ की तो घटना का पूरा सच सामने आ गया।
गिरफ्तार आरोपियों में मृतक की भतीजी, उसका प्रेमी और उसके दो साथी शामिल हैं। पुलिस ने चारों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि अंधविश्वास के चलते एक परिवार ने अपने ही सदस्य की जान ले ली।
इस केस ने फिर साबित किया है कि जादू–टोने जैसी भ्रांतियों के कारण आज भी समाज में ऐसी घटनाएं घट रही हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी विवाद या शंका की स्थिति में कानूनी रास्ता अपनाएं और अंधविश्वास से दूर रहें।