इस समय पूरे मध्य प्रदेश में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को लेकर सियासत गरमाई हुई है। इसको लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मेरा प्रश्न ये है कि क्या भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा लगना चाहिए या नहीं ? ग्वालियर के कुछ वकील साहब ने एक पेंपलेट निकाली है, जिसमें लिखा है कि कोई बीएन राव ने संविधान लिखा है। बी एन राव संविधान समिति के सदस्य नहीं थे.. अरे कौन है बीएन राव?
वहीं डबल भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार को चेतावनी देते हैं कहा कि अगर आपने आंबेडकर की प्रतिमा नहीं लगाई तो यह माना जाएगा कि बाबा साहब के विरोधी हैं। भारतीय स्वयंसेवक संघ ने भारतीय संविधान को जलाया था ये एक इतिहास है और उसका विरोध किया था। हम संविधान के बचाव के लिए संविधान सत्याग्रह मना रहे हैं, वो क्या कर रहे हैं। संविधान की हत्या दिवस.. ये कांग्रेस और भाजपा में फर्क है।
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बता दें आज ग्वालियर में कांग्रेस ने संविधान सत्याग्रह उपवास रखा, जिसमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह सहित तमाम बड़े नेता शामिल हुए। इस सत्याग्रह की जारी कांग्रेस ने दलित वोट को साधने की कोशिश की और कहा कि कांग्रेस पार्टी के विचारधारा और आंबेडकर की विचारधारा फेविकोल की जोड़ की तरह मजबूत है।