मध्यप्रदेश में दो नगर परिषदों विजयराघवगढ़ और कैमोर में शुक्रवार को अध्यक्ष पद के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर जीत दर्ज की। ढाई-ढाई साल के कार्यकाल वाले फॉर्मूले के तहत विजयराघवगढ़ से राजेश्वरी दुबे और कैमोर से पलक ग्रोवर निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गईं।
ढाई साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद विजयराघवगढ़ की मनीषा शर्मा और कैमोर की वसुधा मिश्रा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद दोनों नगर परिषदों में नई अध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई।
निर्वाचन की तय समय सीमा में केवल बीजेपी प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया। कैमोर में संयुक्त कलेक्टर महेश मंडलोई और विजयराघवगढ़ में संयुक्त कलेक्टर संस्कृति शर्मा ने नामांकन पत्रों की जांच कर राजेश्वरी दुबे और पलक ग्रोवर को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया। इसके बाद विधायक संजय पाठक और बीजेपी जिलाध्यक्ष दीपक सोनी टंडन की मौजूदगी में दोनों को प्रमाणपत्र सौंपा गया। विजय जुलूस भी निकाला गया, जिसमें बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक शामिल हुए।
पढ़ें: पिस्टल की नोक पर 10 लाख की फिरौती मांगने वाले 3 बदमाश 24 घंटे में गिरफ्तार, अपहृत युवक सुरक्षित मुक्त
विजयराघवगढ़ विधानसभा को बीजेपी का गढ़ माना जाता है, जहां से विधायक संजय पाठक लगातार पांच बार चुनाव जीत चुके हैं। कैमोर नगर परिषद में सभी 15 पार्षद बीजेपी समर्थित हैं, जबकि विजयराघवगढ़ में 30 में से केवल 3 पार्षद कांग्रेस के हैं। ऐसे में दोनों परिषदों में बीजेपी का पलड़ा भारी रहा और कांग्रेस उम्मीदवार उतारने में भी असफल रही।
विधायक संजय पाठक ने कहा कि दोनों नगर परिषदों में अध्यक्ष पद की कुर्सी ढाई-ढाई साल के कार्यकाल के फॉर्मूले पर चलती है, और उसी समझौते के तहत पूर्व अध्यक्षों ने इस्तीफा दिया। इस बार भी दोनों सीटें बीजेपी के खाते में गईं।