मां शारदा देवी मंदिर परिसर में प्रसाद विक्रेताओं की ओर से श्रद्धालुओं से जबरन प्रसाद खरीदने और अभद्रता करने की शिकायत पर पुलिस एवं प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। शनिवार सुबह एक यात्री से गाली-गलौज और धमकी देने का मामला सामने आया, जिसके बाद तुरंत FIR दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पहचान छुपाकर दुकान चला रहा था युवक
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि “गोपाल प्रसाद भंडार” नाम से चल रही दुकान को यूसुफ खान नामक मुस्लिम युवक संचालित कर रहा था। बताया गया कि उसने अपनी वास्तविक पहचान छुपाकर दुकानदारी शुरू की थी। यह दुकान ज्योति गौतम के नाम पर किराए पर दी गई थी। मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
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पुलिस-प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई
शिकायत और जांच के बाद शनिवार शाम पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पूरे दल-बल के साथ दुकान को सील कर दिया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह, एसडीएम दिव्या पटेल, सीएसपी महेंद्र सिंह चौहान, तहसीलदार जितेंद्र पटेल, थाना प्रभारी अनिमेष द्विवेदी, चौकी प्रभारी अरविंद द्विवेदी सहित मंदिर समिति के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
श्रद्धालुओं से अपील
अधिकारियों ने साफ कहा है कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं से किसी भी तरह की अड़ीबाजी, दबाव बनाना या अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि यदि किसी दुकान या व्यक्ति द्वारा इस तरह की हरकत की जाती है, तो तत्काल प्रशासन या पुलिस को सूचना दें।
स्थानीयों और श्रद्धालुओं ने सराहा
इस कार्रवाई के बाद श्रद्धालुओं और स्थानीय दुकानदारों में संतोष की लहर देखी गई है। लोग प्रशासन के इस कदम को सराहते हुए कह रहे हैं कि इससे मंदिर की गरिमा बनी रहेगी और श्रद्धालु बिना किसी दबाव के प्रसाद व अन्य सामग्री खरीद सकेंगे। मामले पर पुलिस अधीक्षक अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि आज दो यात्रियों के साथ दुकानदारों के द्वारा आड़ीबाजी और अभद्रता की गई, जिसकी शिकायत देवीजी चौकी में की गई थी। बाद में मैहर थाने में मामले की शिकायत दर्ज की गई। दो मुस्लिम आरोपियों द्वारा घटना को अंजाम दिया गया था, जिसके बाद पुलिस द्वारा विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजा है।